देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा बजट सत्र की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है. हालांकि, 4 दिन तक चले विधानसभा सत्र की कार्यवाही के दौरान ना सिर्फ विपक्षी काफी आक्रामक भूमिका में दिखाई दिए, बल्कि विपक्ष के सवालों पर कई मंत्री घिरते हुए भी नजर आए. यही नहीं, विधानसभा बजट सत्र के चौथे दिन सदन की कार्यवाही के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी के आदेश पर मुख्य सचिव एसएस संधू को प्रोटोकॉल उल्लंघन के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
ये है पूरा मामला: दरअसल, विधानसभा सत्र के चौथे दिन पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह समेत चार विधानसभा सदस्य आईएएस अधिकारी आरके सुधांशु से मुलाकात करने गए थे. हालांकि उन्हें जानकारी मिली कि आरके सुधांशु मुख्य सचिव के कमरे में मौजूद हैं. जिसके चलते चारों कांग्रेस विधायक मुख्य सचिव के कमरे में चले गए. कमरे में जाने के बाद आईएएस अधिकारी आरके सुधांशु खड़े हो गए और कांग्रेसी विधायकों से बात करने लगे. लेकिन वहीं, मुख्य सचिव अपने फोन पर ही लगे रहे. विपक्ष के नेताओं के अनुसार मुख्य सचिव ने अपने प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया.
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कांग्रेसी विधायकों की मांग पर सबसे बड़े अफसर को कारण बताओ नोटिस: इससे नाराज कांग्रेसी विधायकों ने प्रोटोकॉल उल्लंघन को सदन के भीतर मुद्दा बनाया और सदन से इस मामले पर कार्रवाई की मांग की. पूरा मामला सुनने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने इसे गंभीर मामला बताते हुए मुख्य सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी करने का आदेश दे दिया. मिली जानकारी के अनुसार मुख्य सचिव के इस रवैये से कांग्रेस विधायक काफी नाराज बताए जा रहे हैं. हालांकि, इसकी शिकायत उन्होंने संसदीय कार्य मंत्री के साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी की है.