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सरकार महिला सशक्तिकरण की दिशा में उठा रही ठोस कदम, 5 लाख तक का लोन बिना ब्याज: CM त्रिवेंद्र - सेमिनार में महिला आयोग की अध्यक्ष मौजूद

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि महिलाओं के प्रति सबके मन में सम्मान का भाव हो, इसके लिए आत्मानुशासन विकसित होना जरूरी है. सीएम ने कहा कि देश की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए अनेक कानून बने हैं. नैतिकता और मर्यादाओं में जीवन जीना किसी भी समस्या का स्थाई समाधान है.

महिला सुरक्षा और हिंसा पर आयोजित हुआ सेमिनार.
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Published : Jul 23, 2019, 11:00 PM IST

देहरादून: मंगलवार को महिलाओं की सुरक्षा और हिंसा पर मुख्यमंत्री आवास में हर्षल फाउंडेशन और दून संस्कृति द्वारा एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया. इस सेमिनार का शुभारंभ मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया. इस कार्यक्रम में महिला आयोग की अध्यक्ष विजया बड़थ्वाल और बाल आयोग अध्यक्ष उषा नेगी भी मौजूद रहीं.

मुख्यमंत्री आवास में हुए महिला सुरक्षा पर सेमिनार में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि महिलाएं हमारे समाज का आधा हिस्सा हैं. उन्होंने कहा कि नारी के बिना समाज की कल्पना नहीं की जा सकती है. जब समाज का यह आधा हिस्सा सशक्त होगा तभी समाज मजबूत होगा. महिला सशक्तिकरण के लिए महिलाओं का आर्थिक और शारीरिक रूप से सशक्त होना जरूरी है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के प्रति सबके मन में सम्मान का भाव हो, इसके लिए आत्मानुशासन विकसित होना जरूरी है. सीएम ने कहा कि देश की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए अनेक कानून बने हैं. नैतिकता और मर्यादाओं में जीवन जीना किसी भी समस्या का स्थाई समाधान है.

महिला सुरक्षा और हिंसा पर आयोजित हुआ सेमिनार.

राज्य सरकार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेक कदम उठाए गए हैं. इसमें प्रदेश में महिला समूह को 5 लाख तक का ऋण बिना ब्याज के दिया जा रहा है. वहीं एलईडी के उपकरण बनाने के लिए महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है. सीएम ने कहा कि गत वर्ष केदारनाथ में महिला समूहों द्वारा 2 करोड़ रुपए का प्रसाद वितरित किया गया. केंद्र सरकार भी महिला सशक्तिकरण की दिशा में निरंतर प्रयासरत है.

समारोह में आईं महिला आयोग की अध्यक्ष विजया बड़थ्वाल ने कहा कि एक मजबूत समाज की परिकल्पना तभी की जा सकती है, जब महिलाओं और पुरुषों को समान भाव से देखा जाए. महिलाओं के प्रति सबके मन में सम्मान का भाव होना जरूरी है. समाज की जिम्मेदारी है कि बच्चों को अच्छी राह मिले. उन्होंने कहा कि नशा और मोबाइल का दुरुपयोग हिंसा को बढ़ावा देने के प्रमुख कारणों में से हैं. महिला आयोग में इनसे संबंधित शिकायतें ज्यादातर मिल रही हैं.

देहरादून: मंगलवार को महिलाओं की सुरक्षा और हिंसा पर मुख्यमंत्री आवास में हर्षल फाउंडेशन और दून संस्कृति द्वारा एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया. इस सेमिनार का शुभारंभ मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया. इस कार्यक्रम में महिला आयोग की अध्यक्ष विजया बड़थ्वाल और बाल आयोग अध्यक्ष उषा नेगी भी मौजूद रहीं.

मुख्यमंत्री आवास में हुए महिला सुरक्षा पर सेमिनार में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि महिलाएं हमारे समाज का आधा हिस्सा हैं. उन्होंने कहा कि नारी के बिना समाज की कल्पना नहीं की जा सकती है. जब समाज का यह आधा हिस्सा सशक्त होगा तभी समाज मजबूत होगा. महिला सशक्तिकरण के लिए महिलाओं का आर्थिक और शारीरिक रूप से सशक्त होना जरूरी है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के प्रति सबके मन में सम्मान का भाव हो, इसके लिए आत्मानुशासन विकसित होना जरूरी है. सीएम ने कहा कि देश की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए अनेक कानून बने हैं. नैतिकता और मर्यादाओं में जीवन जीना किसी भी समस्या का स्थाई समाधान है.

महिला सुरक्षा और हिंसा पर आयोजित हुआ सेमिनार.

राज्य सरकार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेक कदम उठाए गए हैं. इसमें प्रदेश में महिला समूह को 5 लाख तक का ऋण बिना ब्याज के दिया जा रहा है. वहीं एलईडी के उपकरण बनाने के लिए महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है. सीएम ने कहा कि गत वर्ष केदारनाथ में महिला समूहों द्वारा 2 करोड़ रुपए का प्रसाद वितरित किया गया. केंद्र सरकार भी महिला सशक्तिकरण की दिशा में निरंतर प्रयासरत है.

समारोह में आईं महिला आयोग की अध्यक्ष विजया बड़थ्वाल ने कहा कि एक मजबूत समाज की परिकल्पना तभी की जा सकती है, जब महिलाओं और पुरुषों को समान भाव से देखा जाए. महिलाओं के प्रति सबके मन में सम्मान का भाव होना जरूरी है. समाज की जिम्मेदारी है कि बच्चों को अच्छी राह मिले. उन्होंने कहा कि नशा और मोबाइल का दुरुपयोग हिंसा को बढ़ावा देने के प्रमुख कारणों में से हैं. महिला आयोग में इनसे संबंधित शिकायतें ज्यादातर मिल रही हैं.

Intro:summary- महिला सुरक्षा पर सेमिनार।

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एंकर- मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता दर्शन हॉल में हर्षल फाउंडेशन और दून संस्कृति देहरादून द्वारा महिलाओं की सुरक्षा और हिंसा पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार शुभारंभ मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने और महिला आयोग की अध्यक्षता विजया बड़थ्वाल, बाल आयोग अध्यक्ष उषा नेगी भी मौजूद रही।




Body:वीओ- मुख्यमंत्री आवास में हुए महिला सुरक्षा पर सेमिनार में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि महिलाएं हमारे समाज का आधा हिस्सा है और नारी के बिना सृष्टि और समाज की कल्पना नहीं की जा सकती है और ऐसे में जब समाज का यह आधा हिस्सा सशक्त होगा तभी समाज मजबूत होगा। महिला सशक्तिकरण के लिए महिलाओं का आर्थिक व शारीरिक रूप से सशक्त होना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के प्रति सबके मन में सम्मान का भाव हो इसके लिए आत्मानुशासन विकसित होना जरूरी है। सीएम ने कहा कि देश के में विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए अनेक कानून बने हैं और नैतिकता और मर्यादा मर्यादाओं में जीवन जीना किसी भी समस्या का स्थाई समाधान है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि राज्य सरकार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेक कदम उठाए गए हैं जिसमें प्रदेश में महिला समूह को ₹5 लाख तक का ऋण बिना ब्याज के दिया जा रहा है तो वही एलईडी के मुख्यमंत्री उपकरण बनाने के लिए महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। सीएम ने कहा कि गत वर्ष केदारनाथ में महिला समूहों द्वारा 2 करोड़ रुपए का प्रसाद वितरित किया गया और केंद्र सरकार भी महिला सशक्तिकरण की दिशा में निरंतर प्रयासरत है। सीएम ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को शीर्ष प्राथमिकताओं में रखा गया है उन्होंने कहा कि उन्होंने हर्षल फाउंडेशन द्वारा दिव्यांगों और महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में किए जा रहे तमाम कार्यों को सराहनीय कार्य बताया और इस संस्था को बधाई दी।
बाइट- त्रिवेन्द्र रावत, मुख्यमंत्री

वीओ- महिला आयोग की अध्यक्ष विजया बड़थ्वाल ने कहा कि एक मजबूत समाज की परिकल्पना तभी की जा सकती है जब महिलाओं और पुरुषों को समान भाव से देखा जाए। महिलाओं के प्रति सबके मन में सम्मान का भाव होना जरूरी है। समाज की जिम्मेदारी है कि बच्चों को अच्छी राह मिले । उन्होंने कहा कि नशा और मोबाइल का दुरुपयोग हिंसा को बढ़ावा देने के प्रमुख कारणों में से हैं, महिला आयोग में इनसे संबंधित शिकायतें ज्यादातर मिल रही हैं। महिला सुरक्षा के लिए राज्य में पैनिक बटन की शुरुआत की गई है। हर्षल फाउंडेशन के ट्रस्टी सेक्रेटरी रमा गोयल ने कहा कि हर्षल फाउंडेशन द्वारा निशुल्क दिव्यांग सहायता शिविर लगाए जा रहे हैं दिव्यांगों को कृत्रिम पैर विल ट्राई साइकिल बैशाखी और तमाम तरह के उपकरण उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
बाइट- विजया बड़थ्वाल, महिला आयोग अध्यक्ष


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