ऋषिकेश: रानीपोखरी चिल्ड्रन होम सोसाइटी में छात्र की मौत के बाद स्कूल प्रबंधन सवालों के घेरे में है. स्कूल प्रबंधन पर इस पूरे मामले में लापरवाही बरतने का आरोप है. वहीं पहली बार ईटीवी भारत के साथ प्रभारी प्रबंधक संतोष कुमार ने बातचीत की. उन्होंने स्वीकार किया की सुरक्षा में लापरवाही के कारण छात्र वासु की जान गई थी. उन्होंने कहा कि वार्डन ने सुरक्षा में ढील बरती जिस वजह से 12 वर्षीय छात्र की जान गई.
गौर हो कि बीते 10 मार्च को रानीपोखरी स्थित एक मिशनरी स्कूल में पढ़ने वाले छात्र की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी. छात्र की मौत पर स्कूल प्रबंधन पर घटना में लीपापोती का आरोप लगा है. वहीं हॉस्टल में सोसायटी प्रबंधन के द्वारा सीसीटीवी कैमरे तक नहीं लगाये गए हैं. ईटीवी भारत संवाददाता विनय पांडे ने प्रभारी प्रबंधक संतोष कुमार से इस बारे में बातचीत की. प्रभारी प्रबंधक संतोष कुमार ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि वार्डन ने सुरक्षा में ढील बरती. जिस वजह से 12 वर्षीय छात्र की जान गई. उन्होंने स्वीकार किया की सुरक्षा में लापरवाही के कारण छात्र वासु की जान गई थी.
जब उनसे स्कूल में बच्चों से मजदूरी कराने को लेकर बातचीत की तो वे ठीक से जवाब नहीं दे पाए. वहीं जब बच्चों के द्वारा रोटी बनाने की बात कही गई तो उन्होंने बेतुका जवाब दिया. उन्होंने कहा कि रोटी बनाना कोई बाल मजदूरी नहीं है, हम सब लोग अपने घर में करते हैं. वहीं वे यह भी कहने से नहीं चूके की रोटी बनाना भी शिक्षा का एक हिस्सा है.