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गरुड़ चट्टी मंदिर के पास शराब का ठेका खोलने से संत नाराज, विरोध में सड़क की जाम - Saints protest against liquor Shop in Rishikesh

गरुड़ चट्टी मंदिर से कुछ दूरी पर संचालित हो रहे शराब के ठेके के विरोध में संतों ने प्रदर्शन करते हुए सड़क जाम कर दी. संतों का आरोप है कि नियम कायदों को ताक पर रखकर गरुड़ चट्टी मंदिर के पास शराब के ठेके को खोला गया है. वहीं, प्रशासन के आश्वासन के बाद संतों ने जाम सड़क को खोल दिया.

ऋषिकेश में शराब ठेके के विरोध में उतरे संत
ऋषिकेश में शराब ठेके के विरोध में उतरे संत
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Published : Apr 24, 2023, 2:48 PM IST

ऋषिकेश: लक्ष्मण झूला थाना क्षेत्र अंतर्गत गरुड़ चट्टी मंदिर से कुछ दूरी पर संचालित हो रहे शराब के ठेके का संतों ने विरोध करना शुरू कर दिया है. साधु संत शराब का ठेका बंद कराने की मांग को लेकर नीलकंठ मोटर मार्ग पर पहुंचे. संतों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और धरना देते हुए सड़क पर जाम लगा दिया. पुलिस और प्रशासन ने कड़ी मशक्कत के बाद जाम को खुलवाया और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.

लक्ष्मण झूला थाना क्षेत्र अंतर्गत गरुड़ चट्टी मंदिर के पास लंबे समय से संचालित हो रहे शराब के ठेके का विरोध वैसे तो ग्रामीण लंबे समय से कर रहे हैं और धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं. बावजूद इसके अभी तक शराब का ठेका बंद नहीं हुआ है. अब शराब के ठेके के खिलाफ संत समाज भी सड़कों पर उतर गया है. संत समाज ने मंदिर से कुछ दूरी पर शराब का ठेका संचालित होने पर अपनी नाराजगी जताई है.

ठेका बंद कराने की मांग को लेकर संत खुद शराब के ठेके के पास पहुंचे. इधर, धरना प्रदर्शन की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. इस दौरान एक पुलिसकर्मी ने संतों में शामिल एक युवक को धक्का दे दिया, जिससे संत समाज नाराज हो गया. मौके पर संतों ने बीच सड़क में बैठकर धरना देते हुए जाम लगा दिया. जिसकी वजह से सड़क पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी गई.

ये भी पढ़ें: Chardham Yatra 2023: केदारनाथ के रजिस्ट्रेशन 30 अप्रैल तक बंद, अगले 7 दिन तक भारी बारिश-बर्फबारी का अलर्ट

इस दौरान पुलिसकर्मी हाथ जोड़े संतों से जाम खोलने की गुहार करते दिखाई दिए. हालांकि, समझाने के बावजूद संत जाम खोलने के लिए तैयार नहीं हुए. काफी देर बाद मौके पर यमकेश्वर एसडीएम आकाश जोशी पहुंचे. उन्होंने संतों की मांग को गौर से सुना. इस दौरान संतों ने एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा, जिसमें शराब का ठेका तत्काल बंद करने की मांग की गई.

संतों ने आरोप लगाया कि यह शराब का ठेका रत्तापानी के नाम पर आवंटित है, जिसे नियम कायदों को ताक पर रखकर गरुड़ चट्टी मंदिर के पास खोला गया है. तत्कालीन डीएम पौड़ी इस ठेके को शिफ्ट करने के आदेश बीते वर्ष जारी कर चुके हैं, फिर भी यह ठेका संचालित किया जा रहा है. एसडीएम ने इस मामले में कार्रवाई के लिए 4 से 5 दिन का समय मांगा, जिसके बाद साधु-संतों ने चक्का जाम खोला.

इसके साथ ही साधु संतों ने चेतावनी दी है कि यदि समय सीमा में उचित कार्रवाई नहीं हुई तो संत उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होंगे. वहीं एसडीएम आकाश जोशी ने बताया कि उन्होंने आज ही अपना कार्यभार संभाला है और मामले की पूरी जानकारी करने के बाद एक्शन लिया जाएगा.

ऋषिकेश: लक्ष्मण झूला थाना क्षेत्र अंतर्गत गरुड़ चट्टी मंदिर से कुछ दूरी पर संचालित हो रहे शराब के ठेके का संतों ने विरोध करना शुरू कर दिया है. साधु संत शराब का ठेका बंद कराने की मांग को लेकर नीलकंठ मोटर मार्ग पर पहुंचे. संतों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और धरना देते हुए सड़क पर जाम लगा दिया. पुलिस और प्रशासन ने कड़ी मशक्कत के बाद जाम को खुलवाया और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.

लक्ष्मण झूला थाना क्षेत्र अंतर्गत गरुड़ चट्टी मंदिर के पास लंबे समय से संचालित हो रहे शराब के ठेके का विरोध वैसे तो ग्रामीण लंबे समय से कर रहे हैं और धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं. बावजूद इसके अभी तक शराब का ठेका बंद नहीं हुआ है. अब शराब के ठेके के खिलाफ संत समाज भी सड़कों पर उतर गया है. संत समाज ने मंदिर से कुछ दूरी पर शराब का ठेका संचालित होने पर अपनी नाराजगी जताई है.

ठेका बंद कराने की मांग को लेकर संत खुद शराब के ठेके के पास पहुंचे. इधर, धरना प्रदर्शन की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. इस दौरान एक पुलिसकर्मी ने संतों में शामिल एक युवक को धक्का दे दिया, जिससे संत समाज नाराज हो गया. मौके पर संतों ने बीच सड़क में बैठकर धरना देते हुए जाम लगा दिया. जिसकी वजह से सड़क पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी गई.

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इस दौरान पुलिसकर्मी हाथ जोड़े संतों से जाम खोलने की गुहार करते दिखाई दिए. हालांकि, समझाने के बावजूद संत जाम खोलने के लिए तैयार नहीं हुए. काफी देर बाद मौके पर यमकेश्वर एसडीएम आकाश जोशी पहुंचे. उन्होंने संतों की मांग को गौर से सुना. इस दौरान संतों ने एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा, जिसमें शराब का ठेका तत्काल बंद करने की मांग की गई.

संतों ने आरोप लगाया कि यह शराब का ठेका रत्तापानी के नाम पर आवंटित है, जिसे नियम कायदों को ताक पर रखकर गरुड़ चट्टी मंदिर के पास खोला गया है. तत्कालीन डीएम पौड़ी इस ठेके को शिफ्ट करने के आदेश बीते वर्ष जारी कर चुके हैं, फिर भी यह ठेका संचालित किया जा रहा है. एसडीएम ने इस मामले में कार्रवाई के लिए 4 से 5 दिन का समय मांगा, जिसके बाद साधु-संतों ने चक्का जाम खोला.

इसके साथ ही साधु संतों ने चेतावनी दी है कि यदि समय सीमा में उचित कार्रवाई नहीं हुई तो संत उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होंगे. वहीं एसडीएम आकाश जोशी ने बताया कि उन्होंने आज ही अपना कार्यभार संभाला है और मामले की पूरी जानकारी करने के बाद एक्शन लिया जाएगा.

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