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ग्रामीण उत्तराखंड उद्यमिता समिट 'Gullaक' का आयोजन, 11 जिलों में स्थापित होंगे रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर

देहरादून में ग्रामीण उत्तराखंड उद्यमिता समिट 2023 'Gullaक' का आयोजन किया गया है. जिसमें सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. इस दौरान सीएम धामी ने उत्तराखंड के 11 जिलों में रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर स्थापित करने की बात कही. बता दें कि अभी अल्मोड़ा के हवालबाग और पौड़ी के कोटद्वार में रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर सेंटर संचालित हो रहे हैं.

Rural Business Incubator
कोटद्वार में रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर सेंटर
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Published : Jan 10, 2023, 10:49 PM IST

देहरादूनः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज ग्रामीण उत्तराखंड उद्यमिता समिट 2023 'Gullaक' कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड उद्यमिता समिट के आयोजन को ग्रामीण क्षेत्रों के उद्यमियों के लिए लाभदायक बताया. उन्होंने इससे ग्रामीण क्षेत्रों के व्यवसायियों को विभिन्न क्षेत्रों में सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी मिल सकेगी.

मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि वर्तमान में इन रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर्स (Rural Business Incubator) के माध्यम से ग्रामीण उद्यमियों को विभिन्न प्रकार की सेवाएं प्रदान की जा रही हैं. इन इनक्यूबेटर्स के माध्यम से हमारे उद्यमियों को नए अवसर प्राप्त हो सकेंगे. साथ ही कहा कि ग्रामीण उद्यमियों के लिए 'Gullaक' कार्यक्रम देश पहला कार्यक्रम है, जिसमें निवेशक ग्रामीण उद्यमियों के साथ सीधा संवाद कर उनके उद्यमों में निवेश कर सकेंगे.

सीएम धामी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता विकास को गति प्रदान करने के लिए बीते साल 'रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर्स' की स्थापना अल्मोड़ा के हवालबाग और कोटद्वार में की थी. इनक्यूबेटर के अच्छे परिणामों को देखते हुए इस योजना को हब एवं स्पॉक मॉडल के तहत उत्तराखंड के अन्य 11 जिलों में भी क्रियाशील किया जाएगा. इसके लिए 'रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर' के स्पॉक स्थापित किए जाएंगे. लिहाजा, इन इनक्यूबेटर के माध्यम से उद्यमियों को नए अवसर प्राप्त हो सकेंगे.

वहीं, सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर्मशील नेतृत्व में देश निरंतर प्रगति कर रहा है. उद्योग जगत भी इससे अछूता नहीं है. हमारी यह पहल प्रधानमंत्री के वोकल फॉर लोकल (vocal for local) की अवधारणा को मजबूती प्रदान करेगा. इससे विकास के नए रास्ते तय होंगे और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी यह निर्णायक पहल होगी. उन्होंने कहा कि पिछली बार जब वे हवालबाग में निवेशकों से मिले थे, उस समय की निवेश की यह धनराशि आज 7 करोड़ से 20 करोड़ हो गई है.
ये भी पढ़ेंः खेती से जुड़कर महेंद्र राज भट्ट ने अपनाया स्वरोजगार, किसानों के लिए बने मिसाल

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता के क्षेत्र में कार्य करने वालों का जज्बा उन्होंने देखा है. उनका आत्म विश्वास अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा का कार्य करेगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में देश का मान व सम्मान बढ़ा है. इसका प्रतिफल है कि जी 20 देशों की अध्यक्षता भारत को मिली है. इसकी दो महत्वपूर्ण बैठकें उत्तराखंड में भी होनी हैं. यह हमारे लिए भी सम्मान की बात है.

इसके अलावा सीएम धामी ने कहा कि हम सबका यह प्रयास होना चाहिए कि जो जिस क्षेत्र में कार्य कर रहा है. उसे बेहतर ढंग से करें और अपने अनुभवों को साझा करें. समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचे यह हमारा दायित्व होना चाहिए. ग्रामीण उद्यमिता के विकास से हमारे युवा स्वरोजगार से जुड़ेंगे और नौकरी पाने के बजाय नौकरी देने वाले बनेंगे. ग्रामीण उद्यमियों के उत्पादों के विपणन की बेहतर व्यवस्था पर हमारा ध्यान है.

सीएम धामी ने कहा कि हमारी सरकार राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में पलायन की समस्या से निजात पाने के लिए विशेष रूप से कार्य कर रही है. लोगों को अपने स्थान पर रहकर ही स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए सुदूर क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार की केंद्र पोषित, राज्य पोषित और बाह्य सहायतित स्वरोजगार परक योजनाओं का संचालन किया जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले व्यवसाय में महिलाओं की सहभागिता अधिक रहती है, इसे ध्यान में रखते हुए सरकार स्वरोजगार के क्षेत्र में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रयास कर रही है.

वहीं, सीएम धामी ने कहा कि 1.25 लाख बहनों को लखपति दीदी बनाने की योजना बनाई है. उन्हें भी उद्यमिता से जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि आगामी एक माह तक 'मिशन अंत्योदय सर्वे' मोबाइल एप के माध्यम से किया जाना सुनिश्चित हुआ है. इस सर्वे में सामुदायिक काडर की महिलाओं की ओर से आर्थिक विकास, गांवों की आधारभूत संरचना, सेवाओं और सामाजिक न्याय से संबंधित विषयों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड की 'टायर डॉक्टर' कमला नेगी से मिलिए, चुटकी में बनाती हैं साइकिल से लेकर JCB के पंचर

देहरादूनः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज ग्रामीण उत्तराखंड उद्यमिता समिट 2023 'Gullaक' कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड उद्यमिता समिट के आयोजन को ग्रामीण क्षेत्रों के उद्यमियों के लिए लाभदायक बताया. उन्होंने इससे ग्रामीण क्षेत्रों के व्यवसायियों को विभिन्न क्षेत्रों में सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी मिल सकेगी.

मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि वर्तमान में इन रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर्स (Rural Business Incubator) के माध्यम से ग्रामीण उद्यमियों को विभिन्न प्रकार की सेवाएं प्रदान की जा रही हैं. इन इनक्यूबेटर्स के माध्यम से हमारे उद्यमियों को नए अवसर प्राप्त हो सकेंगे. साथ ही कहा कि ग्रामीण उद्यमियों के लिए 'Gullaक' कार्यक्रम देश पहला कार्यक्रम है, जिसमें निवेशक ग्रामीण उद्यमियों के साथ सीधा संवाद कर उनके उद्यमों में निवेश कर सकेंगे.

सीएम धामी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता विकास को गति प्रदान करने के लिए बीते साल 'रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर्स' की स्थापना अल्मोड़ा के हवालबाग और कोटद्वार में की थी. इनक्यूबेटर के अच्छे परिणामों को देखते हुए इस योजना को हब एवं स्पॉक मॉडल के तहत उत्तराखंड के अन्य 11 जिलों में भी क्रियाशील किया जाएगा. इसके लिए 'रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर' के स्पॉक स्थापित किए जाएंगे. लिहाजा, इन इनक्यूबेटर के माध्यम से उद्यमियों को नए अवसर प्राप्त हो सकेंगे.

वहीं, सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर्मशील नेतृत्व में देश निरंतर प्रगति कर रहा है. उद्योग जगत भी इससे अछूता नहीं है. हमारी यह पहल प्रधानमंत्री के वोकल फॉर लोकल (vocal for local) की अवधारणा को मजबूती प्रदान करेगा. इससे विकास के नए रास्ते तय होंगे और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी यह निर्णायक पहल होगी. उन्होंने कहा कि पिछली बार जब वे हवालबाग में निवेशकों से मिले थे, उस समय की निवेश की यह धनराशि आज 7 करोड़ से 20 करोड़ हो गई है.
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मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता के क्षेत्र में कार्य करने वालों का जज्बा उन्होंने देखा है. उनका आत्म विश्वास अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा का कार्य करेगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में देश का मान व सम्मान बढ़ा है. इसका प्रतिफल है कि जी 20 देशों की अध्यक्षता भारत को मिली है. इसकी दो महत्वपूर्ण बैठकें उत्तराखंड में भी होनी हैं. यह हमारे लिए भी सम्मान की बात है.

इसके अलावा सीएम धामी ने कहा कि हम सबका यह प्रयास होना चाहिए कि जो जिस क्षेत्र में कार्य कर रहा है. उसे बेहतर ढंग से करें और अपने अनुभवों को साझा करें. समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचे यह हमारा दायित्व होना चाहिए. ग्रामीण उद्यमिता के विकास से हमारे युवा स्वरोजगार से जुड़ेंगे और नौकरी पाने के बजाय नौकरी देने वाले बनेंगे. ग्रामीण उद्यमियों के उत्पादों के विपणन की बेहतर व्यवस्था पर हमारा ध्यान है.

सीएम धामी ने कहा कि हमारी सरकार राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में पलायन की समस्या से निजात पाने के लिए विशेष रूप से कार्य कर रही है. लोगों को अपने स्थान पर रहकर ही स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए सुदूर क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार की केंद्र पोषित, राज्य पोषित और बाह्य सहायतित स्वरोजगार परक योजनाओं का संचालन किया जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले व्यवसाय में महिलाओं की सहभागिता अधिक रहती है, इसे ध्यान में रखते हुए सरकार स्वरोजगार के क्षेत्र में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रयास कर रही है.

वहीं, सीएम धामी ने कहा कि 1.25 लाख बहनों को लखपति दीदी बनाने की योजना बनाई है. उन्हें भी उद्यमिता से जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि आगामी एक माह तक 'मिशन अंत्योदय सर्वे' मोबाइल एप के माध्यम से किया जाना सुनिश्चित हुआ है. इस सर्वे में सामुदायिक काडर की महिलाओं की ओर से आर्थिक विकास, गांवों की आधारभूत संरचना, सेवाओं और सामाजिक न्याय से संबंधित विषयों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
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