देहरादून: वन महकमे के श्रमिकों और लिपिकों के लिए बुरी खबर है. जानकारी के अनुसार विभाग ने वन कर्मियों से वसूली किये जाने के आदेश दिए हैं. दरअसल, विभाग इन कर्मियों को अब तक महंगाई भत्ता दिया जा रहा था. जबकि नियमित इन कर्मियों के लिए महंगाई भत्ता अधिकृत नहीं है. ऐसे में अब इन कर्मियों से वसूली के आदेश जारी किए गए हैं.
एक तरफ कर्मचारी दीपावली से पहले विभागों से सौगात मिलने का इंतजार कर रहे हैं तो दूसरी तरफ वन महकमे के कर्मियों पर वसूली की तलवार लटक रही है. दरअसल, विभाग के श्रमिक और लिपिकों से वसूली के आदेश किये गए हैं. यह आदेश उस महंगाई भत्ते को लेकर है जो इन कर्मियों को लंबे समय से दिया जा रहा था.
बता दें कि वन विभाग में श्रमिकों और लिपिकों को महंगाई भत्ता दिया जाना अधिकृत नही है. लेकिन श्रम विभाग के एक आदेश के बाद इन कर्मियों को न्यूनतम वेतन के साथ महंगाई भत्ता भी जोड़ कर दिया जा रहा था, लेकिन स्थिति स्पष्ट होने के बाद अब इन कर्मियों से 17 सौ रुपए हर महीने दिए गए महंगाई भत्ते की वसूली की जाएगी. वहीं अब महंगाई भत्ता भी इन कर्मियों को नहीं मिलेगा. देखा जाए तो यह वन कर्मियों के लिए दोहरी मार होगी, जिसको लेकर वन कर्मी खासे निराश भी दिखाई दे रहे हैं. बहरहाल, अब कर्मियों को वन विभाग की गलती का खामियाजा भुगतना पड़ेगा.