डोईवाला: शुगर मिल के गोदाम में पानी टपक रहा है. ऐसे में मिल प्रशासन को चीनी को सुरक्षित रखने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि पैसे की कमी की वजह से चीनी मिल के गोदाम का मेंटिनेंस नहीं हो पा रहा है. ऐसे में पानी के रिसाव की वजह से गोदाम में रखी चीनी को बचा पाना मिल प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है.
दरअसल, डोईवाला चीनी मिल के गोदाम का टीन शेड काफी पुराना हो चुका है. टीन शेड में कुछ जगहों पर छेद हो गए हैं. बारिश के दौरान इन छेदों से मिल के गोदाम में पानी टपक रहा है. ऐसे में मिल प्रशासन को चीनी खराब होने का डर भी सता रहा है. जो चीनी बिक्री के लिए गई थी उसमें नमी होने के कारण खरीदार ने वापस कर दिया. वहीं, शुगर मिल के अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत ने कहा कि काफी समय तक गोदाम बंद होने से उसके भीतर सीलन पैदा हो गई है. फिलहाल चीनी को बचाने के लिए उपाय किए जा रहे हैं.
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वहीं, शुगर मिल के अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत ने कहा कि इस बार चीनी का रिकवरी रेट 9.88 रहा है, जो कि काफी अच्छा रहा है. इस बार 2 लाख 56 हजार 965 क्विंटल चीनी के बैग तैयार किए गए हैं, जिनमें से 1 लाख 22 हजार क्विंटल चीनी के बैग अभी बचे हुए हैं. रावत ने कहा कि चीनी को गाड़ियों में लोड करते समय कुछ लापरवाही ठेकेदार या फिर ड्राइवर की ओर से भी की जाती है, जिससे चीनी में नमी आ जाती है.