देहरादून/डोईवाला: स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 में भले ही नगर निगम देहरादून राज्य में पहले नंबर पर रहा हो, लेकिन अभी भी देहरादून शहर के 20 वार्ड ऐसे है, जहां साफ-सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है. हालांकि, अब नगर निगम ने इन वार्डों में साफ-सफाई की व्यवस्था के लिए पांच करोड़ रुपए का प्रस्ताव तैयार किया है.
दरअसल, देहरादून नगर निगम में कुल 100 वार्ड है. जिसमें 69 वार्डों में पहले से ही डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने के लिए निजी कंपनी को टेंडर दिया हुआ है. बाकी, के 31 में से 9 नए वार्डों पीपीए मोड़ पर कूड़ा उठान का काम किया जा रहा है. 9 में से वार्ड वेस्ट वैरियर और चार वार्ड एचडीएफसी बैंक ने लिए है. लेकिन अलावा अभी 22 वार्ड ऐसे है, जहां डोर-टू-डोर कूड़ा उठान का कार्य नहीं किया जा रहा है. इन 21 वार्डों में डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने के लिए करीब ढाई करोड़ रुपए खर्च होने हैं, जिसका प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भेजा गया है. इसके बारे में उन्हें एक पत्र भी लिखा गया है.
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बता दें कि रैमकी कंपनी प्रतिदिन शहर से 350 मीट्रिक टन कूड़ा उठा रही है. इसके अलावा मसूरी, विकासनगर, सेलाकुई समेत अन्य ग्राम संभाओं से भी करीब 15 मीट्रिक टन कूड़ा प्रतिदिन उठाया जा रहा है. लेकिन सबसे बड़ी समस्या ये है कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट शीशमबाड़ा में इतने कूड़े का निस्तारण नहीं हो पा रहा है.
डोईवाला: सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निरीक्षण
डोईवाला में मुख्यमंत्री के निजी सहायक विपिन सिंह और नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी विजय पीएस चौहान सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्हें वहां कोई खामी नहीं मिली है.
मुख्यमंत्री के निजी सहायक विपिन सिंह ने कहा कि डोईवाला विधानसभा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की विधानसभा है, जहां पर मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद अनेक संस्थान स्थापित किए जा रहे हैं. डोईवाला नगर पालिका भी स्वच्छता के प्रति जनता को जागरूक करने के साथ-साथ सड़क बिजली पानी की सुचारू व्यवस्था कर रही है. जनता की समस्याओं को सुनने के लिए डोईवाला में कैंप कार्यालय भी खोला गया है.
वहीं, अधिशासी अधिकारी विजय पीएस चौहान ने कहा कि डोईवाला नगर पालिका विस्तारीकरण के लिहाज से बड़ी नगरपालिका हो गई है. जिसमें 20 वार्ड स्थापित हैं. सभी वार्डों में साफ-सफाई रही तरीके से हो रही है या नहीं इसका समय-समय पर निरीक्षण किया जाता है.