देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की ओर से किए गए ट्वीट के बाद से कांग्रेस में बवाल मचा हुआ है. जानकारी के मुताबिक कांग्रेस हाईकमान की ओर से उत्तराखंड कांग्रेस के सभी शीर्ष नेताओं को दिल्ली तलब किया गया है. वहीं, इस मामले पर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह का भी बयान सामने आया है. उन्होंने पार्टी में किसी भी तरह के मतभेद से इंकार किया है. प्रीतम सिंह को उत्तराखंड कांग्रेस में हरीश रावत का विरोधी गुट माना जाता है.
नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा वो पार्टी के साधारण से कार्यकर्ता हैं. एक कार्यकर्ता के रूप में पार्टी को मजबूत करने का काम कर रहे हैं. कांग्रेस नेताओं के दिल्ली तलब मामले पर बोलते हुए प्रीतम सिंह ने कहा हरीश रावत पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. जिसके कारण उन्हें और अन्य कार्यकारी अध्यक्षों को चुनाव के कारणों से दिल्ली बुलाया गया है.
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दरअसल, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) कांग्रेस संगठन से खफा हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर नाराजगी जाहिर की है. जिसके बाद से ही प्रदेश में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है. हरीश रावत की नाराजगी का जो पूरा मामला सामने निकलकर आ रहा है उसे देखें तो वो राहुल गांधी की देहरादून रैली से जुड़ा है. बीती 16 दिसंबर को राहुल गांधी की देहरादून के परेड ग्राउंड में रैली हुई थी. बताया जा रहा है कि इस रैली में राहुल, प्रियंका और सोनिया गांधी के अलावा हरीश रावत के भी पोस्टर लगाए गये थे, लेकिन हरीश रावत के पोस्टरों को हटा दिया गया और ये सब कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के सामने हुआ.
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उत्तराखंड में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Legislative Assembly election 2022) से पहले वरिष्ठ नेता की नाराजगी से कांग्रेस पार्टी की मुसीबत बढ़ सकती है. इसे देखते हुए हाईकमान ने हरीश रावत और गणेश गोदियाल सहित पार्टी के चारों कार्यकारी अध्यक्षों को दिल्ली तलब किया है.
ऐसे में अब सबकी निगाहें कांग्रेस हाईकमान पर टिकी हुई हैं. हाईकमान के सामने हरीश रावत अपने पत्ते खोलेंगे. वहां से क्या सियासी समीकरण निकलेंगे ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.