देहरादून: उत्तराखंड में इन दिनों राजनीतिक दलों के बीच स्लीपर सेल शब्द काफी सुना जा रहा है. इसकी चर्चा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष (Congress State President Karan Mahara) के उस बयान से हुई जिसमें उन्होंने कांग्रेस के भीतर बीजेपी के स्लीपर सेल होने की बात कही थी. खास बात यह है कि अब भाजपा और कांग्रेस इसी एक शब्द को लेकर एक दूसरे की गुटबाजी को निशाना साध रहे हैं.
हरीश रावत को लिया आड़े हाथों: गौर हो कि हाल ही में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष (Congress State President) करन माहरा ने कहा कि उनकी पार्टी में बीजेपी के कुछ ‘स्लीपर सेल’ शामिल हैं. उनका पूरा ध्यान कांग्रेस को हर तरीके से कमजोर करने पर है. एक कार्यक्रम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि पार्टी में बैठे कई लोग आपका चरित्र हनन करेंगे. उन्होंने कहा, ‘ये वे लोग हैं जिन्हें भाजपा ने कांग्रेस में डाला है या वे भाजपा के सहयोगी हैं. वे निश्चित तौर पर कांग्रेस के हर उस आदमी का विरोध करेंगे, उसकी चरित्र हत्या करेंगे जो कांग्रेस को मजबूत करने का काम करेगा. वहीं भारतीय जनता पार्टी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए सीधे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Former Chief Minister Harish Rawat) पर ही निशाना साध दिया.
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बीजेपी ने साधा निशाना: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विपिन कैंथोला (BJP State Spokesperson Vipin Kainthola) ने कहा कि कांग्रेस के भीतर स्लीपर सेल की कमी नहीं है. नारायण दत्त तिवारी के सत्ता में रहने से लेकर विजय बहुगुणा के मुख्यमंत्री रहने तक में पार्टी में मौजूद एक स्लीपर सेल ने सरकार को खूब परेशान किया. यही नहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी इसी स्लीपर सेल के कारण काम नहीं कर पाए. इस तरह उन्होंने कांग्रेस के भीतर की गुटबाजी को निशाना बनाते हुए पार्टी के नेता हरीश रावत समेत प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को भी निशाना बनाया.
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कांग्रेस ने सीएम को किया आगाह: उत्तराखंड भाजपा राजनीति में स्लीपर सेल शब्द को कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी से जोड़ते हुए विरोधी दल पर हमला करने से नहीं चूकी, तो कांग्रेस ने भी बिना देरी किए भाजपा के जवाब पर प्रतिक्रिया दे डाली. जाहिर है कि भाजपा के नेताओं ने कांग्रेस की गुटबाजी को निशाना बनाकर स्लीपर सेल शब्द का प्रयोग किया तो कांग्रेस से भी उसी अंदाज में इसका जवाब मिलना था.
लिहाजा पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता सुजाता पॉल (Congress state spokesperson Sujata Paul) ने भी भाजपा के भीतर स्लीपर सेल का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को आगाह कर दिया. सुजाता पॉल ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को चौकन्ना रहना चाहिए. क्योंकि उनकी कुर्सी को हिलाने के लिए पार्टी के भीतर ही कुछ स्लीपर सेल मौजूद हैं और भले ही उन्हें स्लीपर सेल कहा जा रहा है, लेकिन वह पूरी तरह से सक्रिय हैं, क्योंकि वह मुख्यमंत्री की कुर्सी के पीछे पड़े हैं.
बता दें कि बीते दिनों करन माहरा ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए इस संबंध में किसी का नाम नहीं लिया था. लेकिन ऐसे लोगों की पहचान बताते हुए कहा कि अगर कोई कांग्रेस का ही आदमी किसी कांग्रेस नेता के खिलाफ बोल रहा है, तो इसका मतलब है कि वह भाजपा से मिला हुआ है. इसका कारण बताते हुए उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की भाजपा विधायकों के साथ एक बैठक का जिक्र किया था. करन माहरा ने कहा कि उसमें अमित शाह ने सत्ता पाने तथा कांग्रेस को कमजोर करने का मंत्र मूर्ति भंजन बताया था. माहरा ने कहा कि मूर्ति भंजन का मतलब है कि अच्छा काम करने वाले कांग्रेस नेताओं का चरित्र हनन करो.