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राजधानी में बेलगाम हुए अपराधी, IG और SSP को मिला 7 दिन का अल्टीमेटम

देहरादून शहर में इन दिनों लगातार बढ़ रही अपराधिक घटनाओं पर स्वत संज्ञान लेते हुए पुलिस मुख्यालय में डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने आईजी गढ़वाल, एसपी सिटी देहरादून सहित सभी क्षेत्राधिकारियों(सीओ) के साथ बैठक की. जिसमें लिखित निर्देश दिया कि 7 दिनों के भीतर वारदातों का वर्कआउट किया जाए.

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Published : Jul 16, 2019, 1:01 AM IST

पुलिस मुख्यालय देहरादून

देहरादून: राजधानी में लगातार लूट की घटनाएं पैर पसार रही हैं और अपराधी बेलगाम होते जा रहे हैं. अब पुलिस मुख्यालय ने सख्ती अपना ली है. डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने सख्त लहजा अपनाते हुए आईजी गढ़वाल और एसएसपी देहरादून को मामलों के निस्तारण के लिए सात दिन का वक्त दिया है.

IG और SSP को मिला 7 दिन का अल्टीमेटम.

देहरादून शहर में इन दिनों लगातार बढ़ रही अपराधिक घटनाओं पर स्वत संज्ञान लेते हुए पुलिस मुख्यालय में डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने आईजी गढ़वाल, एसपी सिटी देहरादून सहित सभी क्षेत्राधिकारियों(सीओ) के साथ बैठक की. जिसमें लिखित निर्देश दिया कि 7 दिनों के भीतर वारदातों का वर्कआउट किया जाए.

पढ़ें- खतरे में नैनीताल, IIRS की टीम ने ड्रोन से लिया जायजा

अशोक कुमार ने आदेश दिया कि थाना-चौकी पुलिस के साथ सड़कों पर पेट्रोलिंग करने वाली CPU (सिटी पेट्रोल यूनिट) अपराधियों की धरपकड़ में तेजी लाए. गढ़वाल परिक्षेत्र के आईजी अजय रौतेला ने निर्देश देते हुए कहा कि आपराधिक घटनाओं का खुलासा ना कर पाने वाले संबंधित थानाध्यक्षों को तत्काल प्रभाव से हटाकर अन्य क्षेत्रों में ट्रांसफर कर दिया जाए.

अशोक कुमार ने कहा कि अपराध की घटनाएं बढ़ने और उनके वर्कआउट न होना चिंता का विषय है. उनके द्वारा संबंधित अधिकारियों की बैठक कर 7 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है. उन्होंने कहा कि घटनाओं का अनावरण न करने वाले थानाध्यक्षों को तत्काल प्रभाव से हटाकर अन्य क्षेत्रों में भेजने के लिए गढ़वाल आईजी को लिखित आदेश भी दिये गए है.

देहरादून: राजधानी में लगातार लूट की घटनाएं पैर पसार रही हैं और अपराधी बेलगाम होते जा रहे हैं. अब पुलिस मुख्यालय ने सख्ती अपना ली है. डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने सख्त लहजा अपनाते हुए आईजी गढ़वाल और एसएसपी देहरादून को मामलों के निस्तारण के लिए सात दिन का वक्त दिया है.

IG और SSP को मिला 7 दिन का अल्टीमेटम.

देहरादून शहर में इन दिनों लगातार बढ़ रही अपराधिक घटनाओं पर स्वत संज्ञान लेते हुए पुलिस मुख्यालय में डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने आईजी गढ़वाल, एसपी सिटी देहरादून सहित सभी क्षेत्राधिकारियों(सीओ) के साथ बैठक की. जिसमें लिखित निर्देश दिया कि 7 दिनों के भीतर वारदातों का वर्कआउट किया जाए.

पढ़ें- खतरे में नैनीताल, IIRS की टीम ने ड्रोन से लिया जायजा

अशोक कुमार ने आदेश दिया कि थाना-चौकी पुलिस के साथ सड़कों पर पेट्रोलिंग करने वाली CPU (सिटी पेट्रोल यूनिट) अपराधियों की धरपकड़ में तेजी लाए. गढ़वाल परिक्षेत्र के आईजी अजय रौतेला ने निर्देश देते हुए कहा कि आपराधिक घटनाओं का खुलासा ना कर पाने वाले संबंधित थानाध्यक्षों को तत्काल प्रभाव से हटाकर अन्य क्षेत्रों में ट्रांसफर कर दिया जाए.

अशोक कुमार ने कहा कि अपराध की घटनाएं बढ़ने और उनके वर्कआउट न होना चिंता का विषय है. उनके द्वारा संबंधित अधिकारियों की बैठक कर 7 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है. उन्होंने कहा कि घटनाओं का अनावरण न करने वाले थानाध्यक्षों को तत्काल प्रभाव से हटाकर अन्य क्षेत्रों में भेजने के लिए गढ़वाल आईजी को लिखित आदेश भी दिये गए है.

Intro:summary_ देहरादून में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं को
वर्कआउट करने के लिए पुलिस मुख्यालय जारी किया संबंधितअफसरों को 7 दिनों का अल्टीमेटम, लूट,चोरी,चेन स्नेचिंग,टप्पेबाजी घटनाओं को लेकर मुख्यालय नाराज़,आईजी गढ़वाल और देहरादून एसएसपी को सख्त चेतावनी, नकारे थाना-चौकी प्रभारियों को तत्काल हटाने की हिदायत...DG, LO ने कहा अब सिर्फ एक्शन होगा...


देहरादून- उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में लगातार एक के बाद एक ताबड़तोड़ तरीके से होने वाली अपराधिक घटनाओं पर अपनी सख़्त नाराज़गी जताते पुलिस मुख्यालय ने वारदातों को तत्काल वर्कआउट करने के लिए 7 दिनों का अल्टीमेटम आदेश जारी किया हैं। शहर में पिस्टल की नोट पर लूट,चोरी,दिनदिहाड़े महिलाओं के साथ चेन स्नेचिंग और टप्पेबाजी जैसी घटनाओं को लेकर पुलिस मुख्यालय ने गढ़वाल आईजी अजय रौतेला सहित देहरादून एसएसपी को 7 दिनों की चेतावनी देते हुए घटनाओं को वर्कआउट कर अपराधियों की धर पकड़ के कड़े आदेश दिए हैं। मुख्यालय द्वारा कानून व्यवस्था पर स्वत संज्ञान लेकर जारी किए गए इस अल्टीमेटम ने देहरादून पुलिस की लचर कार्यशैली खुद ही सवाल खड़े कर दिए हैं।




Body: 7 दिनों के अंदर केश वर्कआउट ना होने पुलिस मुख्यालय लेगा विभागीय एक्शन

देहरादून शहर में इन दिनों लगातार बढ़ रही अपराधिक घटनाओं पर स्वत संज्ञान लेते हुए पुलिस मुख्यालय ने आईजी गढ़वाल एसपी सिटी देहरादून सहित सभी क्षेत्राधिकारीयों(सीओ) से बैठक लेकर साफतौर पर लिखित निर्देश दिया कि 7 दिनों के अल्टीमेटम समय पर घटनाओं का वर्कआउट किया जाए साथ ही भविष्य में गंभीर घटनाओं पर अंकुश लगाने के दृष्टिगत इसके लिए preventive action, पिकेटिंग वाहन चेकिंग पेट्रोलियम पर जोर देने के लिए कहा गया है। पुलिस मुख्यालय के आदेश के तहत थाना चौकी पुलिस के साथ सड़कों पर पेट्रोलिंग करने वाली CPU (सिटी पेट्रोल यूनिट) सहित गश्त लगाने वाले फोर्स को अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए घटनाओं पर अंकुश लगाने के साथ ही अपराधियों की धरपकड़ में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं.

नकारे थाना प्रभारियों को तत्काल हटाया जाए: मुख्यालय

देहरादून में वतर्मान और पूर्व में घटित हुई कई तरह की गंभीर घटनाओं के वर्क आउट ना होने की दशा में पुलिस मुख्यालय ने अपनी सख्ती दिखाते हुए गढ़वाल परिक्षेत्र के आईजी अजय रौतेला साफ तौर पर निर्देश देते हुए कहा कि आपराधिक घटनाओं का अनावरण (खुलासा) ना कर पाने वाले संबंधित थानाध्यक्षों को तत्काल प्रभाव से हटाकर अन्य क्षेत्रों में ट्रांसफर कर दिया जाए।


Conclusion:
वहीं देहरादून में लगातार बढ़ती आपराधिक घटनाओं के मामलों व पूर्व में घटित गंभीर मामले वर्कआउट ना होने की दशा में पुलिस मुख्यालय ने गहरी चिंता जाहिर की है। इस मामले में उत्तराखंड राज में कानून व्यवस्था की कमान संभालने वाले महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि इस तरह से घटनाएं बढ़ने और उनके वर्कआउट ना होना चिंता का विषय है उनके द्वारा संबंधित अधिकारियों की बैठक कर 7 दिन के अल्टीमेटम लिखित आदेश जारी किया है। ऐसे चेतावनी समय अनुसार अपराधों में अंकुश लगाने और केस वर्क आउट ना होने की दशा में पुलिस मुख्यालय को संबंधित अधिकारियों की खिलाफ विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित करनी होगी। इतना ही नहीं डीजी अशोक कुमार ने कहा कि घटनाओं का अनावरण न करने वाले थानाध्यक्षों को तत्काल प्रभाव से हटा कर अन्य क्षेत्रों में भेजने के लिए गढ़वाल आईजी लिखित आदेश भी दिये गए है।


बाइट -अशोक कुमार महानिदेशक अपराध व कानून व्यवस्था


अपने सुपीरियर बॉस की मेहरबानी नकारे थाना -कोतवाल

देहरादून जिले में लंबे समय से आपराधिक घटनाओं को लेकर नकारा साबित होने वाले कुछेक कोतवाल व थानेदार अपने सुपीरियर अफसरों की मेहरबानी से अपने पद पर डटे हुए हैं, जिसके चलते अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। ऐसे में रेंज व जिले स्तर से नकारे पुलिस प्रभारियों कोई सख्ती ना होने के चलते पुलिस मुख्यालय को कई बार आगे आना पड़ रहा हैं। उधर इस मामले पर भी पुलिस मुख्यालय ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि नकारे थाना-कोतवाली प्रभारियों शिकायतों के आधार पर बार-बार सीधे तौर पर कमान संभालने वाले संबंधित अधिकारियों को कई बार हिदायत दी गई है, डीजी ने माना कि थाना-कोतवाल को उनके परफारमेंस अनुसार हटाना बदलना संबंधित अधिकारियों का कार्य होता है, हालांकि अब अगर 7 दिनों के अल्टीमेटम पर भी कोई प्रभावी कार्रवाई दिखाई नहीं देती तो पुलिस मुख्यालय को ही स्वत इस पर संज्ञान लेकर कार्रवाई सुनिश्चित करनी होगी।


बाइट -अशोक कुमार महानिदेशक अपराध व कानून व्यवस्था




pls note_input_महोदय, यह किरण कांत शर्मा का मोजो मोबाइल हैं,जिसे मैं (परमजीत सिंह )इसे इस्तेमाल कर रहा हूं। मेरा मोजो मोबाइल खराब हो गया हैं, ऐसे मेरी स्टोरी इस मोजो से भेजी जा रही हैं.. ID 7200628












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