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जमीन के नाम पर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने वाला गिरफ्तार, पुलिस ने घोषित किया था 10 हजार का इनाम

जमीन की खरीद फरोख्त के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी के मामले में तीन साल से फरार चल रहे 10 हजार रुपए के इनामी बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोप को यूपी के सहारनपुर जिले से गिरफ्तार किया है.

Dehradun
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Published : Jul 21, 2022, 7:04 PM IST

देहरादून: तीन साल पहले लोगों के करोड़ों रुपए ठगने के बाद फरार हुआ आरोपी आखिरकार आज पुलिस के हत्थे चढ़ गया. आरोपी को पुलिस ने 10 हजार रुपए का इनामी गैगस्टर घोषित कर रखा था. पुलिस ने बताया कि आरोपी अब्दुल कादिर और रहुल अमीन ने प्रेम नगर क्षेत्र में मैसर्स फाइन डेवलपर्स और रिटेलर्स प्राइवेट लिमिटेड से कंपनी खोली थी. दोनों के कई लोगों को जमीन बेची थी और कहा था कि एक तय समय सीमा अंदर वो उनका बैनामा करा देंगे, लेकिन पैसा लेने के बाद भी दोनों ने जमीनों का बैनाम नहीं किया.

आरोपी ने सहदेव सिंह निवासी प्रेम नगर तेरह लाख पचास हजार रुपए, संजय निवासी आर्केडिया ग्रांट से बारह लाख रुपए, दिलबाग सिंह पवांर निवासी प्रेम नगर से बारह लाख रुपए, आशु सिंह निवासी प्रेमनगर से दस लाख तीस हजार रुपए, चन्द्रमोहन पांडे निवासी प्रेमनगर से इकत्तीस लाख रुपए और विक्की कुमार निवासी प्रेमनगर से सत्रह लाख रुपए लिए थे. इन सभी ने आरोपियों के खिलाफ एसआईटी भूमि गढ़वाल परिक्षेत्र में शिकायत दर्ज कराई थी.

एसआईटी जांच के बाद 06 सितंबर 2019 को प्रेमनगर में मुकदमा दर्ज किया गया था. पुलिस द्वारा मामले की जांच में पता चला की दोनों आरोपियों द्वारा प्रेमनगर में जमीन की खरीद-फरोख्त के लिए मैसर्स फाइन डेवलपर्स एण्ड रिटेलर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम से कार्यालय खोला गया था, जहां उनके द्वारा मध्यस्थता बनकर लोगों को दूसरे व्यक्तियों की जमीनों को दिखाया जाता था और जमीन का बैनामा करने के एवज में उनसे मोटी धनराशि ली जाती थी. लेकिन धनराशि को जमीन के असली मालिक को न देते हुए स्वयं हड़प लिया जाता था.
पढ़ें- मसूरी में बी फार्मा के दो छात्र गिरफ्तार, बुलेट के शौक ने बनाया चोर

पुलिस ने बताया कि इस प्रकार इनके द्वारा कई लोगों के साथ जमीन दिलाने के एवज में धोखाधड़ी की गयी थी, जो एक संगठित गैंग के रूप योजनाबद्ध तरीके से इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देते थे. जिस पर आरोपियों के खिलाफ 19 जुलाई 2021 को थाना प्रेमनगर में गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा पंजीकृत किया गया था. जिसमें पूर्व में थाना प्रेमनगर पुलिस द्वारा रुहुल अमीन को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, जिसके ऊपर 5000 रुपये का इनाम घोषित था.

आरोपी अब्दुल कादिर मुकदमा पंजीकृत होने के बाद से ही लगातार फरार चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा पूर्व में कई बार उसके निवास स्थान सहारनपुर और अन्य सम्भावित स्थलों पर दबिश दी गयी थी, लेकिन इसमें कोई खास सफलता प्राप्त नहीं हुई.
पढ़ें- श्रम विभाग और पुलिस ने गर्ल्स हॉस्टल में मारा छापा, बिहार के दो नाबालिगों का रेस्क्यू किया

थाना सेलाकुई प्रभारी प्रदीप सिंह रावत ने बताया कि एसएसपी द्वारा आरोपी के खिलाफ 10 हज़ार का इनाम किया गया था. वांछित इनामी आरोपी अब्दुल कादिर की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर सम्भावित स्थलों को रवाना करते हुए आरोपी के गृह जनपद सहारनपुर और अन्य सम्भावित स्थलों पर भी मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया था. जिस पर पुलिस टीम द्वारा आज मुखबिर की सूचना पर आरोपी को सहारनपुर स्थित उसके निवास से गिरफ्तार किया गया.

देहरादून: तीन साल पहले लोगों के करोड़ों रुपए ठगने के बाद फरार हुआ आरोपी आखिरकार आज पुलिस के हत्थे चढ़ गया. आरोपी को पुलिस ने 10 हजार रुपए का इनामी गैगस्टर घोषित कर रखा था. पुलिस ने बताया कि आरोपी अब्दुल कादिर और रहुल अमीन ने प्रेम नगर क्षेत्र में मैसर्स फाइन डेवलपर्स और रिटेलर्स प्राइवेट लिमिटेड से कंपनी खोली थी. दोनों के कई लोगों को जमीन बेची थी और कहा था कि एक तय समय सीमा अंदर वो उनका बैनामा करा देंगे, लेकिन पैसा लेने के बाद भी दोनों ने जमीनों का बैनाम नहीं किया.

आरोपी ने सहदेव सिंह निवासी प्रेम नगर तेरह लाख पचास हजार रुपए, संजय निवासी आर्केडिया ग्रांट से बारह लाख रुपए, दिलबाग सिंह पवांर निवासी प्रेम नगर से बारह लाख रुपए, आशु सिंह निवासी प्रेमनगर से दस लाख तीस हजार रुपए, चन्द्रमोहन पांडे निवासी प्रेमनगर से इकत्तीस लाख रुपए और विक्की कुमार निवासी प्रेमनगर से सत्रह लाख रुपए लिए थे. इन सभी ने आरोपियों के खिलाफ एसआईटी भूमि गढ़वाल परिक्षेत्र में शिकायत दर्ज कराई थी.

एसआईटी जांच के बाद 06 सितंबर 2019 को प्रेमनगर में मुकदमा दर्ज किया गया था. पुलिस द्वारा मामले की जांच में पता चला की दोनों आरोपियों द्वारा प्रेमनगर में जमीन की खरीद-फरोख्त के लिए मैसर्स फाइन डेवलपर्स एण्ड रिटेलर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम से कार्यालय खोला गया था, जहां उनके द्वारा मध्यस्थता बनकर लोगों को दूसरे व्यक्तियों की जमीनों को दिखाया जाता था और जमीन का बैनामा करने के एवज में उनसे मोटी धनराशि ली जाती थी. लेकिन धनराशि को जमीन के असली मालिक को न देते हुए स्वयं हड़प लिया जाता था.
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पुलिस ने बताया कि इस प्रकार इनके द्वारा कई लोगों के साथ जमीन दिलाने के एवज में धोखाधड़ी की गयी थी, जो एक संगठित गैंग के रूप योजनाबद्ध तरीके से इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देते थे. जिस पर आरोपियों के खिलाफ 19 जुलाई 2021 को थाना प्रेमनगर में गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा पंजीकृत किया गया था. जिसमें पूर्व में थाना प्रेमनगर पुलिस द्वारा रुहुल अमीन को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, जिसके ऊपर 5000 रुपये का इनाम घोषित था.

आरोपी अब्दुल कादिर मुकदमा पंजीकृत होने के बाद से ही लगातार फरार चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा पूर्व में कई बार उसके निवास स्थान सहारनपुर और अन्य सम्भावित स्थलों पर दबिश दी गयी थी, लेकिन इसमें कोई खास सफलता प्राप्त नहीं हुई.
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थाना सेलाकुई प्रभारी प्रदीप सिंह रावत ने बताया कि एसएसपी द्वारा आरोपी के खिलाफ 10 हज़ार का इनाम किया गया था. वांछित इनामी आरोपी अब्दुल कादिर की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर सम्भावित स्थलों को रवाना करते हुए आरोपी के गृह जनपद सहारनपुर और अन्य सम्भावित स्थलों पर भी मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया था. जिस पर पुलिस टीम द्वारा आज मुखबिर की सूचना पर आरोपी को सहारनपुर स्थित उसके निवास से गिरफ्तार किया गया.

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