ऋषिकेश: लक्ष्मण झूला और स्वर्गाश्रम क्षेत्र में सड़क पर गौवंश के तड़प तड़प कर मरने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं. इसका उत्तराखंड गौ सेवा आयोग ने संज्ञान लिया है. इस मामले में जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी गढ़वाल को पत्र लिखकर मामले की जांच करने और सड़क पर लावारिस घूमने वाले गौवंश को गौधाम तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं.
सोशल मीडिया पर पशुओं के तड़पकर मरने की तस्वीरें वायरल: उत्तराखंड गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष पंडित राजेंद्र अणथ्वाल ने जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी को दिए पत्र में अवगत कराया कि सोशल मीडिया पर जो इस तरह की तस्वीरें प्रसारित हो रही हैं, वह दु:खद हैं. तस्वीरों में यही प्रतीत हो रहा है कि गौवंश को अज्ञात व्यक्ति की ओर से विषाक्त पदार्थ दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में गहन जांच कर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाए. ऋषिकेश और लक्ष्मण झूला क्षेत्र में सड़क पर जितने भी गौवंश लावारिस घूम रहे हैं, उनके लिए प्रशासन उचित व्यवस्था करे.
साधु संतों ने जताया रोष: विरक्त वैष्णव मंडल के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी दयानंद दास महाराज ने इस तरह की घटनाओं पर रोष व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं नहीं रुकीं, तो संत समाज आगे आकर आंदोलन करने को बाध्य होगा.
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यूपी की तरह उत्तराखंड में आवारा पशु बने समस्या: आबादी के हिसाब से देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश आवारा या छुट्टा पशुओं की सबसे ज्यादा समस्या झेल रहा है. यूपी का पड़ोसी राज्य उत्तराखंड भी इस मामले में पीछे नहीं है. उत्तराखंड पशुपालन विभाग ने एक सर्वे कराया था. पशुपालन विभाग के सर्वे में पता चला था कि राज्य में 25 हजार आवारा गौवंश टहल रहे हैं. इनके सड़कों पर घूमने के कारण आए दिन हादसों का डर रहता है. अब ऋषिकेश में गायों के इस मामले ने पशुपालन विभाग की सतर्कता पर सवाल खड़े कर दिए हैं.