देहरादून: बीते दिन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं को एक धर्म विशेष से जोड़ते हुए एक तस्वीर जारी की थी. जिस पर एक बार फिर से राजनीति शुरू हो गई है. भाजपा की तरफ से राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने हरीश रावत द्वारा जारी की गई तस्वीरों को लेकर जवाब दिया है.
तकनीकी के इस आधुनिक दौर में हर क्षेत्र में इसका असर बखूबी देखा जा सकता है. मौजूदा दौर की राजनीति भी इससे अछूती नहीं रही है. लिहाजा आगामी 2022 विधानसभा चुनाव पर तकनीकी या फिर आईटी सेल कितना हावी रहने वाला है, इसकी बानगी अभी से कुछ तस्वीरें बयां कर रही हैं.
पढ़ें- तीन अगस्त से ऋषिकेश में कांग्रेस का मंथन शिविर, चुनावी रणनीति पर होगी चर्चा
दरअसल, प्रदेश में कांग्रेस की टीम गठित होते ही कांग्रेस एक्टिव हुई है. कांग्रेस की ओर से अपने पारंपरिक अल्पसंख्यक वोटरों को लुभाने के लिए बयानबाजी शुरू कर दी गई है. भाजपा ने इसे आड़े हाथ लेते हुए हरीश रावत को सांप्रदायिक बताया. उन्होंने उनकी कुछ तस्वीरें भी जारी की. जिसके जवाब में हरीश रावत ने भी बीजेपी के राष्ट्रीय नेताओं की एक विशेष धर्म से जुड़ी तस्वीरें सोशल मीडिया पर जारी की.
पढ़ें- UTTARAKHAND: बच्चों के बिगड़ने में अभिभावक जिम्मेदार, सर्वे में सामने आई हकीकत
जिसके बाद अब एक बार फिर से भाजपा ने इस आरोप-प्रत्यारोप के दौर को आईटी सेल की तरफ मोड़ दिया है. रविवार को भाजपा की तरफ से राज्यसभा सांसद नरेश बंसल मीडिया से मुखातिब हुए. उन्होंने कांग्रेसी नेता हरीश रावत द्वारा जारी की गई तस्वीरों को लेकर बयान दिया.
उन्होंने कहा कांग्रेस लगातार झूठ फैलाने का काम करती है. राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने कुछ पुरानी तस्वीरें मीडिया को दिखाते हुए कहा कि यह कार्य कांग्रेस 2016 में पहले भी कर चुकी है. जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की और 2 तस्वीरें मीडिया के सामने रखी, जिसमें पीएम मोदी की तस्वीर को एडिट करके उन्हें टोपी पहनाई गई थी.
पढ़ें- उत्तराखंड शासन में बड़ा फेरबदल, 34 आईएएस अधिकारियों के हुए तबादले
नरेश बंसल ने कहा यह कांग्रेस का पुराना चरित्र है. कांग्रेस लगातार इसी तरह से तकनीकी का दुरुपयोग कर खोखली लोकप्रियता लूटना चाहती है.