देहरादून: विश्वभर में कोहराम मचा देने वाली जानलेवा महामारी कोविड-19 की निर्णायक लड़ाई के चलते देशभर में लागू लॉकडाउन को एक महीने से अधिक का समय गुजर चुका है. इसके बावजूद उत्तराखंड राज्य में भी कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव को लेकर लागू लॉकडाउन उल्लंघन के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. राज्य में सुबह 7:00 बजे से लेकर दोपहर 1:00 बजे तक लॉकडाउन में ढील के बावजूद कुछ लोग कोरोना की इस जंग में बाधा बनते जा रहे हैं.
गुरुवार 23 अप्रैल को भी पुलिस टीम ने लॉकडाउन उल्लंघन मामले में प्रदेशभर में 69 मुकदमे दर्ज कर 380 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया. ऐसे में देशबंदी के दौरान उत्तराखंड में अभी तक 2070 से अधिक मुकदमे अलग-अलग जनपदों में दर्ज किए जा चुके हैं, जबकि 8993 अभियुक्तों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है.
लॉकडाउन में भी बाज नहीं आ रहे लोग
लॉकडाउन नियम ताक पर रखकर बीते एक महीने में अनावश्यक रूप से बेवजह सड़कों पर बहानेबाजी कर वाहनों को दौड़ाने वाले 22654 वाहनों का चालान किया जा चुका है. जबकि मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 5031 वाहनों को सीज किया जा चुका है. इतना ही नहीं एमवी एक्ट के तहत भारी संख्या की गई इस कार्रवाई में अभी तक एक करोड़ 11 लाख रुपए संयोजन शुल्क के रूप में वसूला जा चुका है.
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पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का कहना है कि जनहित के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के दरमियान इतनी भारी संख्या में पुलिस कार्रवाई होने के बावजूद कुछ लोग सड़क पर बेवजह घूमने से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसे में पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है.