देहरादून: प्रदेश में बेरोजगारी का क्या आलम इसकी बानगी देखकर उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के भी होश उड़ गए. शायद आपको भी यकीन ना हो, लेकिन हम आपको इस खबर में बताने जा रहे हैं कि एक हजार से कम सीटों पर 2 लाख से भी ज्यादा आवेदकों ने आवेदन भेजा है. जिससे पता चलता है कि उत्तराखंड में बेरोजगारों की फौज खड़ी है.
दरअसल उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने नवंबर 2020 में ग्रेजुएट युवाओं के लिए कुल 854 पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे, लेकिन इस साल 10 जनवरी को जब आवेदन की अंतिम तिथि पूरी हुई तो आयोग में आए ऑनलाइन आवेदनों की संख्या देखकर खुद आयोग के अधिकारी के भी हैरान रह गए. इन आवदकों की संख्या 2 लाख 19 हजार के करीब थी.
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इन 854 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन-
- ग्राम पंचायत विकास अधिकारी के लिए 292 पद
- संरक्षक कम डाटा एंट्री ऑपरेटर के लिए 9 पद
- सहायक समीक्षा अधिकारी के लिए 3 पद
- सहायक चकबंदी अधिकारी के लिए 4 पद
- सहायक प्रबंध उद्योग के लिए 70 पद
- सहायक समाज कल्याण अधिकारी के लिए 35 पद
- सहायक स्वागती के लिए 6 पद
- सुपरवाइजर के लिए 34 पद
- ग्राम विकास अधिकारी के लिए 381 पद
- छात्रावास अधीक्षक के लिए 3 पद
- मैट्रनकेयर सह हॉस्टल इंचार्ज के लिए 16 पद
- संवीक्षक के लिए 1 पद
आपको जानकर हैरानी होगी कि प्रदेश में इन 854 पदों के लिए 2 लाख 19 हजार उम्मीदवारों ने ऑनलाइन आवेदन किया है. जिसे देखकर आयोग के अधिकारियों के भी होश भी उड़ गए हैं. वहीं, आयोग के अधिकारियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि आखिर इतने उम्मीदवारों के लिए किस तरह सोशल डिस्टेंसिंग के साथ परीक्षा केंद्रों में व्यवस्थाएं बनाई जाए.
ईटीवी भारत से बात करते हुए उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव संतोष बडोनी ने बताया कि आयोग की ओर से इन 854 पदों के लिए मई माह में परीक्षा करानी प्रस्तावित थी, लेकिन जिस तरह 2 लाख से भी ज्यादा आवेदन आ चुके हैं. इसे देखते हुए अब परीक्षा आयोजित कराने के लिए अलग से रणनीति बनाई जाएगी.
गौरतलब है कि पूर्व में आयोजित फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में भी सर्वाधिक एक लाख 56 हजार उम्मीदवारों ने आवेदन किया था, लेकिन उस दौरान आयोग की ओर से आसानी से परीक्षा आयोजित कराते गई थी क्योंकि उस समय कोरोना संक्रमण का खतरा नहीं था और न ही परीक्षा केंद्रों में सोशल डिस्टेंसिंग की कोई जरूरत थी.
बहरहाल, कुल मिलाकर देखें तो जिस तरह महज 854 पदों के लिए प्रदेश के 2 लाख से भी ज्यादा बेरोजगार युवा आवेदन कर चुके हैं. इससे इस बात का सीधे तौर पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश में शिक्षित बेरोजगारों की क्या स्थिति है.