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Himalaya Diwas 2023: हिमालय दिवस की 14वीं वर्षगांठ आज, राज्यपाल और सीएम धामी ने दी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं

आज हिमालय दिवस है. हर साल 9 सितंबर को हिमालय दिवस (Himalaya Day) मनाया जाता है. आम जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने और संरक्षण गतिविधियों में सामुदायिक भागीदारी लाने के लिए हिमालय दिवस मनाया जाता है. उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हिमालय दिवस पर प्रदेशवासियों और प्रकृति प्रेमियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं.

Himalaya Diwas 2023
हिमालय दिवस
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 9, 2023, 11:47 AM IST

देहरादून: सन 2010 में आज ही के दिन यानी 9 सितंबर को आधिकारिक तौर पर उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने हिमालय दिवस के रूप में घोषित किया था. हिमालय और पहाड़ की प्रकृति को बचाने और बनाए रखने के लिए हिमालय दिवस मनाने का लक्ष्य रखा गया था. तब से हर साल 9 सितंबर को हिमालय दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर राज्यपाल गुरमीत सिंह और सीएम धामी ने लोगों को शुभकामनाएं दी.

  • सभी प्रदेशवासियों को हिमालय दिवस की शुभकामनाएं।
    हिमालय भारत ही नहीं अपितु पूरे विश्व की अमूल्य धरोहर है। मानव जीवन की सुरक्षा, सभ्यता और संस्कृति के महान केंद्र हिमालय के संरक्षण के लिए जनसहभागिता जरूरी है। आइए, आज इस दिवस पर हम सभी हिमालय के पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण और… pic.twitter.com/FuS4BWyT0m

    — LT GENERAL GURMIT SINGH (Retd) (@LtGenGurmit) September 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सीएम धामी ने दी बधाई: सीएम धामी ने ट्वीट किया- सभी प्रदेशवासियों एवं प्रकृति प्रेमियों को हिमालय दिवस की शुभकामनाएं। अनेक जीवनदायिनी नदियों का उद्गम स्थल, विशिष्ट प्राकृतिक विविधता से परिपूर्ण, प्रकृति एवं ईश्वर के संगम रूपी आध्यात्मिक केन्द्र "हिमालय" हम सभी के लिए अमूल्य प्राकृतिक धरोहर है.

  • Uttarakhand | Chief Minister Pushkar Singh Dhami greeted all the people of the state and nature lovers on Himalaya Day. He said that the origin place of many life-giving rivers, full of special natural diversity, the spiritual centre in the form of the confluence of nature and…

    — ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

क्यों मनाया जाता है हिमालय दिवस? हिमालय दिवस पर्वतराज के महत्व को बताने के लिए मनाया जाता है. हिमालय पर प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध दोहन, लगातार कटते पेड़ पौधे, सिमटते ग्लेशियर, सूखती नदियां और हिमालय तक पहुंचता प्रदूषण किसी भी हाल में रुके, इसके लिए हिमालय दिवस मनाया जाता है.
ये भी पढ़ें: एशिया के वाटर टावर हिमालय को हीट वेव से खतरा, जानें वजह

क्या है हिमालय? हिमालय भारत समेत 7 देशों तक फैला है. लेकिन भारत के लिए इसका अत्यधिक महत्व है. हिमालय भारत में स्थित एक प्राचीन पर्वत श्रृंखला है. हिमालय की पर्वत श्रृंखलाएं शिवालिक कहलाती हैं. हिमालय आध्यात्मिक चेतना का केंद्र रहा है. भारत के साथ ही हिमालय पर्वत 7 देशों की सीमाओं में फैला है. भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान, नेपाल, भूटान, चीन और म्यांमार तक हिमालय विस्तृत है. दुनिया की सबसे बड़ी पर्वत श्रृंखला माउंड एवरेस्ट भी हिमालय का हिस्सा है.
ये भी पढ़ें: हर साल 20 मीटर तक सिकुड़ रहे उत्तराखंड के ग्लेशियर, गंगोत्री बेसिन 87 साल में डेढ़ किमी से ज्यादा सिमटा

देहरादून: सन 2010 में आज ही के दिन यानी 9 सितंबर को आधिकारिक तौर पर उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने हिमालय दिवस के रूप में घोषित किया था. हिमालय और पहाड़ की प्रकृति को बचाने और बनाए रखने के लिए हिमालय दिवस मनाने का लक्ष्य रखा गया था. तब से हर साल 9 सितंबर को हिमालय दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर राज्यपाल गुरमीत सिंह और सीएम धामी ने लोगों को शुभकामनाएं दी.

  • सभी प्रदेशवासियों को हिमालय दिवस की शुभकामनाएं।
    हिमालय भारत ही नहीं अपितु पूरे विश्व की अमूल्य धरोहर है। मानव जीवन की सुरक्षा, सभ्यता और संस्कृति के महान केंद्र हिमालय के संरक्षण के लिए जनसहभागिता जरूरी है। आइए, आज इस दिवस पर हम सभी हिमालय के पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण और… pic.twitter.com/FuS4BWyT0m

    — LT GENERAL GURMIT SINGH (Retd) (@LtGenGurmit) September 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सीएम धामी ने दी बधाई: सीएम धामी ने ट्वीट किया- सभी प्रदेशवासियों एवं प्रकृति प्रेमियों को हिमालय दिवस की शुभकामनाएं। अनेक जीवनदायिनी नदियों का उद्गम स्थल, विशिष्ट प्राकृतिक विविधता से परिपूर्ण, प्रकृति एवं ईश्वर के संगम रूपी आध्यात्मिक केन्द्र "हिमालय" हम सभी के लिए अमूल्य प्राकृतिक धरोहर है.

  • Uttarakhand | Chief Minister Pushkar Singh Dhami greeted all the people of the state and nature lovers on Himalaya Day. He said that the origin place of many life-giving rivers, full of special natural diversity, the spiritual centre in the form of the confluence of nature and…

    — ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

क्यों मनाया जाता है हिमालय दिवस? हिमालय दिवस पर्वतराज के महत्व को बताने के लिए मनाया जाता है. हिमालय पर प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध दोहन, लगातार कटते पेड़ पौधे, सिमटते ग्लेशियर, सूखती नदियां और हिमालय तक पहुंचता प्रदूषण किसी भी हाल में रुके, इसके लिए हिमालय दिवस मनाया जाता है.
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क्या है हिमालय? हिमालय भारत समेत 7 देशों तक फैला है. लेकिन भारत के लिए इसका अत्यधिक महत्व है. हिमालय भारत में स्थित एक प्राचीन पर्वत श्रृंखला है. हिमालय की पर्वत श्रृंखलाएं शिवालिक कहलाती हैं. हिमालय आध्यात्मिक चेतना का केंद्र रहा है. भारत के साथ ही हिमालय पर्वत 7 देशों की सीमाओं में फैला है. भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान, नेपाल, भूटान, चीन और म्यांमार तक हिमालय विस्तृत है. दुनिया की सबसे बड़ी पर्वत श्रृंखला माउंड एवरेस्ट भी हिमालय का हिस्सा है.
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