देहरादून: प्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में राजनीतिक पार्टी न्याय धर्म सभा ने भी 2022 का चुनाव लड़ने के लिए कमर कस ली है. इसके लिये न्याय धर्म सभा ने आज अपना घोषणा पत्र जारी किया है.
न्याय धर्मसभा राजनीतिक पार्टी द्वारा उत्तराखंड के 2022 में होने जा रहे विधानसभा चुनावों को लेकर 111 न्याय प्रस्तावों पर आधारित घोषणा पत्र जारी किया है. देहरादून के प्रेस क्लब में पार्टी के संस्थापक अरविंद ठाकुर द्वारा न्यायशील चुनावी घोषणा पत्र का आज विमोचन किया गया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता को आर्थिक, संस्कारिक, व्यवहारिक और आध्यात्मिक न्याय दिलाना ही पार्टी का मुख्य उद्देश्य है.
यदि न्याय धर्म सभा सत्ता में आती है तो सबसे पहले महा लोकतंत्र लागू करने का प्रयास किया जाएगा. इसके साथ ही जनता को शिक्षा, रोजगार ,आवास ,चिकित्सा आदि की सुविधाएं प्रदान करना ही पार्टी का मुख्य उद्देश्य है.
न्याय धर्म सभा का चुनावी घोषणा पत्र
- जनता द्वारा नेता, मंत्री व जज को मतदान द्वारा नियुक्त या बर्खास्त करने की महालोकतांत्रिक व्यवस्था की जाएगी.
- जनता द्वारा नियम, नीति, निर्णय को मतदान द्वारा पारित या खारिज करने की महालोकतांत्रिक व्यवस्था.
- जनहित के खिलाफ होने पर किसी भी राज्य कर्मी के निलंबन हेतु जनता को वीटो पावर दिया जाना.
- किसानों को निशुल्क 5 एकड़ तक कृषि भूमि एवं जुताई ,सिंचाई की निशुल्क सेवा.
- प्रति परिवार एक रोजगार की एक अनिवार्य नीति द्वारा आर्थिक न्याय की प्रतिष्ठा.
- प्रत्येक घर को एक उपयोगी सीमा तक बिजली, पानी ,इंटरनेट आदि निशुल्क दिया जाएगा