ETV Bharat / state

डॉक्टरों के बाद नर्स एसोसिएशन ने भी खोला मोर्चा, दी सामूहिक अवकाश की चेतावनी

author img

By

Published : Sep 7, 2020, 10:25 PM IST

डॉक्टरों के बाद नर्से एसोसिएशन ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है. नर्से एसोसिएशन ने फैसला किया है कि 11 सितंबर से सभी नर्सें विरोध स्वरूप काली पट्टी बांध कर काम करेंगी. जिसके बाद 21 सितंबर को सभी नर्से सार्वजनिक अवकाश पर रहेंगी.

Nurse Association
सात सूत्रीय मांगों को लेकर नर्स एसोशिएशन ने भी खोला मोर्चा

देहरादून: उत्तराखंड एक ओर जहां कोरोना से बेहाल हैं. वहीं, दूसरी तरफ अब नर्सों ने भी अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है. कोरोना संक्रमण के दौर में नर्सों ने सामूहिक अवकाश पर जाने तक की चेतावनी सरकार को दे दी है.

उत्तराखंड में कोरोना काल के दौरान लोग वायरस के अटैक से परेशान हैं. अब दूसरी परेशानी नर्सों के सार्वजनिक अवकाश की चेतावनी से खड़ी हो सकती है. बता दें कि मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद डॉक्टरों ने आंदोलन को वापस ले लिया है. वहीं, दूसरी तरफ नर्सों ने सरकार और शासन के रवैए को लेकर अपना आंदोलन तेज करने की चेतावनी दे दी है.

नर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष मीनाक्षी जखमोला की मानें तो 7 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार और विभाग को मांग पत्र दिया गया था. मगर अभी एक भी बार मुख्यमंत्री की तरफ से उनकी मांगों को लेकर कोई आदेश जारी नहीं हुआ है. विभाग की ओर से भी उनकी मांगों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है.

सात सूत्रीय मांगों को लेकर नर्स एसोसिएशन ने भी खोला मोर्चा

ये भी पढ़ें: ऋषिकेश: इंडियाज बेस्ट डांसर में अमन की धमाकेदार परफॉर्मेंस, लोग कर रहे काफी पसंद

जिससे साफ है कि सरकार और विभाग उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा सरकार और विभाग नर्सों को आंदोलन करने के लिए विवश कर रहे हैं. ऐसे में नर्सेज एसोसिएशन ने फैसला किया है कि 11 सितंबर से सभी नर्सें विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधेंगी. जिसके बाद 21 सितंबर को सभी नर्से सार्वजनिक अवकाश पर रहेंगी.

पढ़ें: देहरादून: नगर निगम का कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव, सोमवार को निगम रहेगा बंद

नर्स एसोसिएशन की सात सूत्रीय मांगें

  • एसोसिएशन की सात सूत्रीय मांगों में मुख्यता नर्सों का वेतनमान फॉर्मासिस्टों से ज्यादा करना यानी 5400 का प्रथम ग्रेड पे अनुमन्य करना है.
  • केंद्र की तरह नर्सों का पदनाम बदलना.
  • नर्सेज के 1 दिन के वेतन कटौती के निर्णय को तत्काल वापस लेना.
  • नर्सेज को छठवें वेतनमान के रूप में निर्धारित वेतन में कोई कटौती नहीं करना.
  • नर्सेज की पदोन्नतियों को जल्द से जल्द किया जाए. उनके उच्च पदों उपनिदेशक, संयुक्त निदेशक, अपर निदेशक पद पर तत्काल पदोन्नति की जाए.
  • नर्सेज की स्थाई नियुक्तियां की जाएं जैसी मांगें शामिल हैं

देहरादून: उत्तराखंड एक ओर जहां कोरोना से बेहाल हैं. वहीं, दूसरी तरफ अब नर्सों ने भी अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है. कोरोना संक्रमण के दौर में नर्सों ने सामूहिक अवकाश पर जाने तक की चेतावनी सरकार को दे दी है.

उत्तराखंड में कोरोना काल के दौरान लोग वायरस के अटैक से परेशान हैं. अब दूसरी परेशानी नर्सों के सार्वजनिक अवकाश की चेतावनी से खड़ी हो सकती है. बता दें कि मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद डॉक्टरों ने आंदोलन को वापस ले लिया है. वहीं, दूसरी तरफ नर्सों ने सरकार और शासन के रवैए को लेकर अपना आंदोलन तेज करने की चेतावनी दे दी है.

नर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष मीनाक्षी जखमोला की मानें तो 7 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार और विभाग को मांग पत्र दिया गया था. मगर अभी एक भी बार मुख्यमंत्री की तरफ से उनकी मांगों को लेकर कोई आदेश जारी नहीं हुआ है. विभाग की ओर से भी उनकी मांगों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है.

सात सूत्रीय मांगों को लेकर नर्स एसोसिएशन ने भी खोला मोर्चा

ये भी पढ़ें: ऋषिकेश: इंडियाज बेस्ट डांसर में अमन की धमाकेदार परफॉर्मेंस, लोग कर रहे काफी पसंद

जिससे साफ है कि सरकार और विभाग उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा सरकार और विभाग नर्सों को आंदोलन करने के लिए विवश कर रहे हैं. ऐसे में नर्सेज एसोसिएशन ने फैसला किया है कि 11 सितंबर से सभी नर्सें विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधेंगी. जिसके बाद 21 सितंबर को सभी नर्से सार्वजनिक अवकाश पर रहेंगी.

पढ़ें: देहरादून: नगर निगम का कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव, सोमवार को निगम रहेगा बंद

नर्स एसोसिएशन की सात सूत्रीय मांगें

  • एसोसिएशन की सात सूत्रीय मांगों में मुख्यता नर्सों का वेतनमान फॉर्मासिस्टों से ज्यादा करना यानी 5400 का प्रथम ग्रेड पे अनुमन्य करना है.
  • केंद्र की तरह नर्सों का पदनाम बदलना.
  • नर्सेज के 1 दिन के वेतन कटौती के निर्णय को तत्काल वापस लेना.
  • नर्सेज को छठवें वेतनमान के रूप में निर्धारित वेतन में कोई कटौती नहीं करना.
  • नर्सेज की पदोन्नतियों को जल्द से जल्द किया जाए. उनके उच्च पदों उपनिदेशक, संयुक्त निदेशक, अपर निदेशक पद पर तत्काल पदोन्नति की जाए.
  • नर्सेज की स्थाई नियुक्तियां की जाएं जैसी मांगें शामिल हैं
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.