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डूब क्षेत्र में आने वाले आशियानों पर चलेगा बुलडोजर, 205 मकानों को नोटिस जारी - Submerged area in dehradun

राजधानी के डूब क्षेत्र में आने 205 मकान मालिकों को जिला प्रशासन द्वारा नोटिस जारी किए गए हैं. इनमें से कई लोगों के मुकदमों में सुनवाई पूरी होने के बाद बेदखली की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

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डूब क्षेत्र में आने वाले आशियानों पर चलेगा बिल्डोजर,
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Published : Feb 10, 2020, 4:52 PM IST

देहरादून: हाईकोर्ट के आदेश के बाद राजधानी के डूब क्षेत्र यानी नदी किनारे बने हुए 205 मकान मालिकों को जिला प्रशासन ने नोटिस जारी कर दिया है. साथ ही 50 से अधिक पट्टाधारकों के चालान किए गए हैं. इनमें से कई लोगों के मुकदमों में सुनवाई पूरी होने के बाद बेदखली की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इसके साथ ही जिलाधिकारी इस पूरे मामले की निगरानी कर रहे हैं.

बता दें कि, जून 2019 में हाईकोर्ट के आदेश के बाद नदी, जोहड़ जैसी जगहों पर बने निर्माणों की पड़ताल शुरू हुई थी. जिसमें डूब क्षेत्र होने के कारण इन जगहों से लोगों को बेदखल कर निर्माण ध्वस्त किये जाने के आदेश जारी हुए थे.

प्रशासन की पड़ताल में जिले में ऐसे 1365 निर्माण पाए गए जिन पर बुलडोजर चलना था और इनमें से 40 निर्माण सरकारी पाए गए थे, जिनको प्रशासन द्वारा नोटिस भेजे गए थे. इस बीच प्रशासन ने भी रिस्पना नदी के किनारे पट्टे आवंटित करने शुरू कर दिए.

पढ़ें- अल्मोड़ा: भारतीय सेना ब्रिटिश आर्मी के साथ करेगी संयुक्त युद्धाभ्यास, आतंकवाद के सफाए पर जोर

एसडीएम सदर गोपाल बेनीवाल ने बताया कि डूब क्षेत्र के मुकदमों में सुनवाई पूरी होने के बाद अब इनकी बेदखली होगी. तहसील क्षेत्र में 205 लोगों को नोटिस जारी की गए थे और कई लोगों के मुकदमों में सुनवाई पूरी होने के बाद बेदखली की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. उनका कहना है कि हाईकोर्ट से मिला हुआ समय पूरा हो चुका है.

देहरादून: हाईकोर्ट के आदेश के बाद राजधानी के डूब क्षेत्र यानी नदी किनारे बने हुए 205 मकान मालिकों को जिला प्रशासन ने नोटिस जारी कर दिया है. साथ ही 50 से अधिक पट्टाधारकों के चालान किए गए हैं. इनमें से कई लोगों के मुकदमों में सुनवाई पूरी होने के बाद बेदखली की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इसके साथ ही जिलाधिकारी इस पूरे मामले की निगरानी कर रहे हैं.

बता दें कि, जून 2019 में हाईकोर्ट के आदेश के बाद नदी, जोहड़ जैसी जगहों पर बने निर्माणों की पड़ताल शुरू हुई थी. जिसमें डूब क्षेत्र होने के कारण इन जगहों से लोगों को बेदखल कर निर्माण ध्वस्त किये जाने के आदेश जारी हुए थे.

प्रशासन की पड़ताल में जिले में ऐसे 1365 निर्माण पाए गए जिन पर बुलडोजर चलना था और इनमें से 40 निर्माण सरकारी पाए गए थे, जिनको प्रशासन द्वारा नोटिस भेजे गए थे. इस बीच प्रशासन ने भी रिस्पना नदी के किनारे पट्टे आवंटित करने शुरू कर दिए.

पढ़ें- अल्मोड़ा: भारतीय सेना ब्रिटिश आर्मी के साथ करेगी संयुक्त युद्धाभ्यास, आतंकवाद के सफाए पर जोर

एसडीएम सदर गोपाल बेनीवाल ने बताया कि डूब क्षेत्र के मुकदमों में सुनवाई पूरी होने के बाद अब इनकी बेदखली होगी. तहसील क्षेत्र में 205 लोगों को नोटिस जारी की गए थे और कई लोगों के मुकदमों में सुनवाई पूरी होने के बाद बेदखली की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. उनका कहना है कि हाईकोर्ट से मिला हुआ समय पूरा हो चुका है.

Intro:जून 2019 में हाईकोर्ट के आदेश के बाद नदी,जोहड़ जैसी जगहों पर बने निर्माणों की पड़ताल शुरू हुई थी और आदेश हुए थे कि डूब क्षेत्र होने के कारण यहां से लोगो को बेदखल कर निर्माण ध्वस्त किये जायें।प्रशासन की पड़ताल में जिले में ऐसे 1365 निर्माण पाए गए जिन पर बुलडोजर चलना है।इनमें 40 निर्माण सरकारी पाए गए प्रशासन ने सभी को नोटिस भेजे और संबंधित एसडीएम कोर्ट में मुकदमों का दौर शुरू हुआ है।पहले चरण में 205 मकान मालिकों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं साथ ही 50 से अधिक पट्टा धारकों के चालान किए गए हैं।वही जिलाधिकारी इस पूरे मामले की निगरानी कर रहे है।


Body:सरकारी निर्माणों पर कार्रवाई करने को प्रशासन शुरू से ही असमंजस की स्थिति में रहा है जिस कारण सरकारी निर्माणों पर आज तक फैसला नही लिया गया।हलांकि राज्य बनने के बाद राजधानी में बड़ी संख्या में लोग अपना अपना आशियाना बनाने में जुट गए थे इस बीच प्रशासन ने भी रिस्पना नदी के किनारे पट्टे आवंटित करने शुरू कर दिए।श्रेणी 132 जिसमें कोई निर्माण नहीं कराया जा सकता उन्हें प्रशासन ने बंजर भूमि की श्रेणी में रखकर आवंटित कर दिया जिन लोगों को पट्टे दिए गए थे उनमें से कई ने भेज दिए हैं जबकि कुछ इन पर निवास ही नहीं करते।


Conclusion:एसडीएम सदर गोपाल बेनीवाल ने बताया कि तहसील क्षेत्र में 205 लोगो को नोटिस जारी की गए थे।और कई लोगो के मुकदमों में सुनवाई पूरी होने के बाद बेदखली की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।क्योंकि जो समय दिया गया था वह पूरा हो चुका है।

विसुल मेल किये है,मेल से उठाने की कृपा करें।
धन्यवाद।
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