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देहरादून में 48 गिरासू भवनों को लेकर एक्शन में आया नगर निगम, तैयार हो रही लिस्ट

देहरादून शहर में 48 गिरासू भवन चिन्हित हैं. नगर निगम ने जर्जर भवनों की फाइनल लिस्ट जारी कर दी है. साथ ही अगस्त महीने के पहले हफ्ते से कार्रवाई का मूड बनाया है.

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Published : Jul 30, 2019, 8:51 PM IST

देहरादूनः सूबे में कई भवन जर्जर हालत में हैं, जो भूस्खलन और भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील हैं. ऐसे में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. देहरादून नगर निगम इन गिरासू भवनों के मालिकों को बीते कई सालों से नोटिस जारी कर रहा है, लेकिन अभीतक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है. वहीं, अब नगर निगम प्रशासन कार्रवाई की मूड में है. इसके लिए निगम ने फाइनल लिस्ट तैयार कर ली है.

देहरादून में 48 गिरासू भवन पर कार्रवाई करेगी नगर निगम.

बता दें कि राजधानी दून के तहसील चौक, घंटाघर, राजा रोड, कनॉट प्लेस, तिलक रोड, झंडा बाजार, पुरानी सब्जी मंडी, मोती बाजार, घोसी गली और धारा चौकी जैसे कई इलाकों में 48 गिरासू भवन चिन्हित हैं. नगर निगम ऐसे भवनों को खाली करने के लिए कई बार नोटिस भी जारी कर चुका है, बावजूद भवन खाली नहीं किए जा सके हैं. जिसकी अहम वजह इनमें से आधे से ज्यादा गिरासू भवनों के मामले न्यायालय में लंबित होना है.

ये भी पढ़ेंः विकासनगरः गैस सिलेंडर फटने से झुलसे एक ही परिवार के 7 लोग, हायर सेंटर रेफर

वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है उनके भवनों में गिरासू जैसी कोई स्थिति नहीं है. इस मामले पर नगर निगम की ओर से ऐसे भवनों पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं कर पाया है, लेकिन इस बार पिछले दो नोटिस पीरियड पूरा होने के बाद नगर निगम गिरासू भवनों की फाइनल लिस्ट बनाने जा रहा है.

नगर आयुक्त विनय शंकर ने बताया की शहर में गिरासू भवन की संख्या 48 है. इसके लिए दो बार गिरासू भवन मालिकों को नोटिस भेजा जा चुका है, लेकिन अब नोटिस का समय भी पूरा हो चुका है. उन्होंने कहा कि इस दौरान कुछ भवन मालिक उनके पास आवेदन लेकर भी आये थे. कई लोगों ने बताया कि उन्होंने अपने भवन की मरम्मत करा ली है.

ये भी पढ़ेंः मोदी मैजिकः केदारनाथ के बाद कॉर्बेट पार्क में भी चलेगा जादू, जानिए क्या है मामला

उन्होंने कहा कि कुछ मामले ऐसे भी आये हैं, जहां पर मकान मालिक और किरायेदार में विवाद चल रहा है. ऐसे में मकान मालिकों ने नगर निगम में आवेदन देकर कहा है कि उनका मकान गिरा दिया जाए. जिससे किरायेदार मकान खाली करके चले जाएं. साथ ही कहा कि अब फाइनल लिस्ट बनाया जा रहा है. अगस्त के पहले सप्ताह से कार्रवाई शुरू किया जाएगा.

देहरादूनः सूबे में कई भवन जर्जर हालत में हैं, जो भूस्खलन और भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील हैं. ऐसे में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. देहरादून नगर निगम इन गिरासू भवनों के मालिकों को बीते कई सालों से नोटिस जारी कर रहा है, लेकिन अभीतक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है. वहीं, अब नगर निगम प्रशासन कार्रवाई की मूड में है. इसके लिए निगम ने फाइनल लिस्ट तैयार कर ली है.

देहरादून में 48 गिरासू भवन पर कार्रवाई करेगी नगर निगम.

बता दें कि राजधानी दून के तहसील चौक, घंटाघर, राजा रोड, कनॉट प्लेस, तिलक रोड, झंडा बाजार, पुरानी सब्जी मंडी, मोती बाजार, घोसी गली और धारा चौकी जैसे कई इलाकों में 48 गिरासू भवन चिन्हित हैं. नगर निगम ऐसे भवनों को खाली करने के लिए कई बार नोटिस भी जारी कर चुका है, बावजूद भवन खाली नहीं किए जा सके हैं. जिसकी अहम वजह इनमें से आधे से ज्यादा गिरासू भवनों के मामले न्यायालय में लंबित होना है.

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वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है उनके भवनों में गिरासू जैसी कोई स्थिति नहीं है. इस मामले पर नगर निगम की ओर से ऐसे भवनों पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं कर पाया है, लेकिन इस बार पिछले दो नोटिस पीरियड पूरा होने के बाद नगर निगम गिरासू भवनों की फाइनल लिस्ट बनाने जा रहा है.

नगर आयुक्त विनय शंकर ने बताया की शहर में गिरासू भवन की संख्या 48 है. इसके लिए दो बार गिरासू भवन मालिकों को नोटिस भेजा जा चुका है, लेकिन अब नोटिस का समय भी पूरा हो चुका है. उन्होंने कहा कि इस दौरान कुछ भवन मालिक उनके पास आवेदन लेकर भी आये थे. कई लोगों ने बताया कि उन्होंने अपने भवन की मरम्मत करा ली है.

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उन्होंने कहा कि कुछ मामले ऐसे भी आये हैं, जहां पर मकान मालिक और किरायेदार में विवाद चल रहा है. ऐसे में मकान मालिकों ने नगर निगम में आवेदन देकर कहा है कि उनका मकान गिरा दिया जाए. जिससे किरायेदार मकान खाली करके चले जाएं. साथ ही कहा कि अब फाइनल लिस्ट बनाया जा रहा है. अगस्त के पहले सप्ताह से कार्रवाई शुरू किया जाएगा.

Intro:शहर में 48 ज़र्ज़र भवन स्थिति में है जो भूस्खलन और भूकंप के लिहाज से बेहद सवेंदनशील है कभी भी किसी तरह का कोई हादसा हो सकता है!नगर निगम की ओर से शहर के 48 गिरासू भवन मालिकों को पिछले कई सालो से नोटिस जारी कर रहा है लेकिन आज तक भी इसका कोई परिणाम नहीं आया लेकिन इस बार नगर निगम प्रशासन सख्त मूड में हो गया है और जो पिछले दो बार नोटिस जो जारी किए गए थे अब उनका समय लगभग पूरा हो चूका है और नगर निगम फ़ाइनल लिस्ट बना कर अगस्त के पहले हफ्ते में कार्रवाही करने जा रहा है!साथ ही कुछ भवनों के मामले न्ययायल में चल रहे है जिस कारण नगर निगम प्रशासन ऐसे गिरासू भवनों पर कार्रवाही नहीं कर सकता है!
Body:बता दें, राजधानी के तहसील चौक, घंटाघर, राजा रोड, कनॉट प्लेस, तिलक रोड, झंडा बाजार, पुरानी सब्जी मंडी, मोती बाजार, घोसी गली और धारा चौकी जैसे कई इलाकों में गिरासू भवन मौजूद हैं. नगर निगम ऐसे भवनों को खाली करने का नोटिस दे चुका है, बावजूद इसके भवन खाली नहीं किए गए हैं. जिसकी अहम वजह ये है कि इनमें से आधे से ज्यादा गिरासू भवनों के मामले न्यायालय में लंबित पड़े हैं!वही कई लोगो को अब कहना है की हमारे भवनों में गिरासू जैसी कोई स्थिति नहीं है!इस स्थिति में नगर निगम की तरफ से किसी भी तरह की कोई भी ऐसे भवनों पर कार्रवाही नहीं कर पाया है!लेकिन इस बार पिछले दो नोटिस के समय पूरा होने के बाद नगर निगम प्रशासन गिरासू भवनों की फाइनल लिस्ट बनाने जा रहा है!
Conclusion:नगर आयुक्त विनय शंकर ने बताया की शहर में गिरासू भवन की संख्या 48 है और हमने पहले 2 बार गिरासू भवन मालिकों को नोटिस भेज चुके है साथ ही नोटिस के समय पूरा हो चूका है इसी बीच में भवन मालिक अपने आवेदन लेकर आये थे और कई लोगो का कहना है की हमने अपने भवन की मरम्मत करा ली है!वही इसमें कुछ मामले ऐसे भी आये है की मकान मालिक और किरायेदार में विवाद चल रहा है और मकान मालिकों ने नगर निगम में एप्लिकेशन देकर कहा की हमारा मकान गिरा दिया जाये और मकान गिराने का खास मकसद है की किरायेदार मकान खाली करके चले जाए!अब नगर निगम फाइनल लिस्ट बना रहे है और उम्मीद करते है की अगस्त के पहले सप्ताह से कार्रवाही शुरू कर देंगे!

बाइट-विनय शंकर पांडे (नगर आयुक्त )
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