जबलपुर/देहरादून: मध्यप्रदेश के कई जिलों में पर्सनल लोन दिलाने के नाम पर अपनी कंपनी स्थापित कर लोगों को ठगने वाले गैंग के मास्टरमाइंड को जबलपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. कोतवाली पुलिस ने आरोपी कमल कश्यप को यूपी के नोएडा से गिरफ्तार किया है. आरोपी पिथौरागढ़ निवासी नेहा भट्ट और मनीषा भट्ट के साथ मिलकर लोगों को पर्सनल लोन दिलाने का झांसा देकर ठगता था.
पांच मिनट में पर्सनल लोन
नोएडा निवासी कमल कश्यप अपने साथियों के साथ लोगों को बेवकूफ बनाता था, आरोपी पांच मिनट में पर्सनल लोन दिलाने का झांसा देकर लोगों के साथ ठगी करता था, कमल कश्यप और उसके साथियों के तार जबलपुर सहित प्रदेश के भोपाल, इंदौर, बालाघाट, ग्वालियर, खंडवा, रायसेन, नीमच और दमोह में फैले हुए थे.
सबसे पहले कब हुई थी FIR दर्ज?
दरअसल कोतवाली क्षेत्र निवासी महेंद्र शुक्ला ने 21 नवंबर 2019 को अहमदाबाद की फाइनेंस कंपनी में एक लाख रुपए पर्सनल लोन का आवेदन किया था, कंपनी ने रजिस्ट्रेशन सहित अन्य खानापूर्ति के लिए उससे 36 हजार 600 रुपए जमा करा लिए. बावजूद उसे पर्सनल लोन नहीं मिला. महेंद्र की इस शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने एक साल बाद 15 सितंबर 2020 को एफआईआर दर्ज की थी.
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जबलपुर पुलिस की जांच में गैंग का हुआ खुलासा
फर्जीवाड़े की शिकायत के बाद जांच की गई तो पता चला कि ठगी का मास्टर माइंड यूपी के गौतम बुद्धनगर (नोएडा) निवासी कमल कश्यप है, वह गाजियाबाद निवासी डेविड कुमार चौधरी, उत्तराखंड पिथौरागढ़ निवासी नेहा भट्ट और मनीषा भट्ट के साथ मिलकर लोगों को पर्सनल लोन दिलाने का झांसा देकर ठगता था. गिरोह फरियादियों से जीएसटी, प्रोसेसिंग फीस आदि के एवज में पैसे जमा कराते थे. गैंग के अन्य आरोपी पूर्व में ही गिरफ्तार हो चुके हैं.
रविवार देर रात आरोपी को लाया गया जबलपुर
जबलपुर की कोतवाली पुलिस ने आठ जिलों के वांटेड ठग को यूपी के नोएडा से गिरफ्तार किया है, आरोपी ने अबतक मध्यप्रदेश के 11 लोगों से ठगी है. जबलपुर के अलावा भोपाल, इंदौर, बालाघाट, ग्वालियर, खंडवा, रायसेन, नीमच और दमोह में इसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हैं. पुलिस को काफी समय से इस मास्टरमाइंड की तलाश थी, जिसे आखिर कबलपुर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तारी करने में कामयाबी हासिल की है.