ऋषिकेश: नगर उद्योग व्यापार महासंघ के चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे ही व्यापारी राजनीति का पारा भी हाई होता दिख रहा है. अध्यक्ष पद के उम्मीदवार सूरज गुलाटी ने तो यह कह दिया है कि 100 में से 70 में हम हैं. जबकि, बाकी 30 में अन्य हैं. उनका दावा है कि उन्हें और महामंत्री पद के प्रत्याशी राजीव मोहन को सभी व्यापारियों का शत-प्रतिशत समर्थन है.
बता दें कि हरिद्वार रोड स्थित एक होटल में महासंघ के चुनाव के मद्देनजर बैठक आयोजित हुई, जिसमें अध्यक्ष पद पर मैदान में उतरे सूरज गुलाटी ने व्यापारियों से उनके पक्ष में मतदान करने की अपील की. वहीं, मीडियाकर्मी से बातचीत में उन्होंने कहा कि महासंघ के चुनाव में जो लोग किस्मत आजमा रहे हैं, उनका ताल्लुक प्रॉपर्टी कारोबार से ज्यादा है. गुलाटी ने यह भी कहा कि असली व्यापारी तो हम हैं. उन्होंने दावा किया कि उनकी जीत सुनिश्चित है.
ये भी पढ़ेंः विदेशों में गूंजेंगे जागर और मांगल गीत, कंडोलिया पार्क में हो रहा फिल्मांकन
वहीं, महामंत्री पद के उम्मीदवार राजीव मोहन ने कहा कि महासंघ का गठन व्यापारियों की एकता के मद्देनजर किया गया है. पुराना व्यापार प्रतिनिधिमंडल दो खेमों में बैठ गया है. इसी खेमेबाजी को खत्म करना है. चुनाव में छवि और व्यक्तित्व भी बड़ा काम करता है. उम्मीद है कि इसे देखकर भी व्यापारी मतदान करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि प्राथमिकता व्यापारियों के हितों को संरक्षित करने के लिए संघर्ष करना है.
चुनाव से पहले ही व्यापारियों में पड़ी फूट
नगर उद्योग व्यापार महासंघ के चुनाव में व्यापारियों की सदस्यता में धांधली का आरोप लगा है. दावा है कि निर्धारित समय के बावजूद सदस्यता से संबंधित फार्म को जमा किए गए हैं. हालांकि, मुख्य चुनाव अधिकारी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है. आरोप लगाने वाले व्यापारी अब चुनाव का बहिष्कार करने का मन बना रहे हैं.
हरिद्वार रोड स्थित मुख्य चुनाव अधिकारी नरेश अग्रवाल के कार्यालय में कई व्यापारी पहुंचे. इनमें अध्यक्ष पद के उम्मीदवार सूरज गुलाटी और महामंत्री पद के दावेदार राजीव मोहन भी शामिल थे. दोनों प्रत्याशियों के साथ आए कुछ व्यापारियों ने बताया कि 26 मार्च सदस्यता फार्म जमा करने की अंतिम तारीख थी. इस दिन शाम 7 बजे तक ही फार्म जमा किए जा सकते थे.
आरोप लगाया कि रात में फर्जी तरीके से तकरीबन एक हजार सदस्यता फार्म जमा गए किए, जिन्हें अब महासंघ का सदस्य बनाकर चुनाव को प्रभावित करने की तैयारी की जा रही है. उन्होंने इसमें मुख्य चुनाव संचालन समिति के सदस्यों के संलिप्त होने का दावा भी किया. इस दौरान मौके पर काफी गहमागहमी हुई.
महामंत्री पद के उम्मीदवार राजीव मोहन ने कहा कि उन्हें इस तरह से चुनाव स्वीकार नहीं है. उन्होंने चुनाव की तिथि को भी आगे बढ़ाने की मांग की. वहीं, मुख्य चुनाव अधिकारी नरेश अग्रवाल ने बताया कि फर्जीवाड़े से संबंधित तमाम आरोप निराधार हैं. हवाला देते हुए बताया कि अभी फार्म जमा किए जा रहे हैं. इनकी जांच और आपत्ति के बाद फाइनल लिस्ट जारी की जानी है. महासंघ के चुनाव की तारीख तय है. इसमें फेरबदल की कोई भी गुंजाइश नहीं है.