ऋषिकेश: बदरीनाथ ऋषिकेश राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित एक मेडिकल स्टोर संचालक ने नेशनल हाईवे की श्रीनगर डिवीजन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने बिना किसी कारण के दुकान तोड़ने के प्रयास का आरोप लगाया है. पीड़ित ने इस बाबत विभागीय अधिकारियों पर दबाव में आकर ध्वस्तीकरण की कोशिशों का आरोप भी मढ़ा है.
मेडिकल स्टोर संचालक सुशील भट्ट ने बताया कि मुनि की रेती ऋषिकेश बॉर्डर पर उनकी मेडिकल की दुकान है. वो पिछले तीन दशक से किराए पर दुकान चला रहे हैं. इस बाबत उन्होंने दुकान स्वामी से विवाद को लेकर मामला जिला न्यायालय में विचाराधीन होने की बात भी कही. भट्ट के मुताबिक, बीते बुधवार को अचानक एनएच श्रीनगर डिवीजन के अधिकारी (NH Srinagar Division) उनकी दुकान का ध्वस्तीकरण करने के लिए पहुंचे. कार्रवाई को लेकर उनसे आदेश मांगा गया, तो वो नहीं दिखा पाए. कुछ देर बाद विभागीय अधिकारी वापस लौट गए.
सुशील भट्ट ने बताया कि जानबूझकर उन्हें परेशान किया जा रहा है. मेडिकल स्टोर से ही उनके परिवार का भरण पोषण होता है. पूर्व में राजमार्ग के चौड़ीकरण का जिक्र करते हुए कहा कि अन्य सभी लोगों की दुकानें भी उसी सीमा में हैं, जिसमें उनकी दुकान भी है. बावजूद, एनएच अफसर मनमानी करते हुए दबाव में बेवजह उनकी दुकान के ध्वस्तीकरण की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने सरकार से संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए जानमाल की सुरक्षा और न्याय की गुहार लगाई है.
ये भी पढ़ेंः चारधाम यात्रियों से लूट, ₹100 में मिल रही पानी की बोतल, NDMA के सदस्य ने अफसरों को फटकारा
गौर हो कि पूर्व में एनएच की ओर से सर्वे करने के बाद सीमांकन कर दुकानों पर निशान लगाया गया था, जिस पर स्वतः ही दुकान स्वामी ने अपने दुकान को तोड़कर एनएच की ओर से तय की गई सीमा से बाहर कर लिया था. जिसके बाद एनएच ने दुकान के आगे से नाले का भी निर्माण किया. अब दुकान नाले के पीछे बनाई गई है. ऐसे में अब सिर्फ एक दुकान पर कार्रवाई करने का दबाव सभी के समझ से परे है.
क्यो बोले अधिकारी? मामले में राष्ट्रीय राजमार्ग श्रीनगर डिवीजन के अधिशासी अभियंता बलराम मिश्रा (Executive Engineer Balram Mishra) ने बताया कि कुछ स्थानों पर एनएच की चौड़ाई अधिक है. इसी को लेकर मकान मालिक को नोटिस दिया गया था.