ऋषिकेश: महापौर अनिता ममगाई ने निगम क्षेत्र अंतर्गत गोविंद नगर से पुराना कूड़ा (लैगेसी वेस्ट) हटाने के लगी मशीनों का निरीक्षण किया. निगम अधिकारियों और पार्षदों के साथ उन्होंने ट्रेचिंग ग्राउंड का निरीक्षण करते हुए उन्होंने कार्यदायी संस्था को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए.
महापौर अनिता ममगाई ने बताया कि निगम के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूर्ण करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. कूड़े के निस्तारण के लिए कुछ मशीनें लग चुकी हैं. जबकि कुछ मशीनें अभी महाराष्ट्र से आनी हैं. जिसमें लाकडाउन की वजह से कुछ विलंब जरूर हुआ है. हालांकि अब स्थिति में सुधार की वजह से तेजी से यह काम होना है. उन्होंने बताया कि तमाम अड़चनों को दूर करने के बाद निगम की यह महायोजना जल्द ही साकार होगी. उन्होंने बताया ट्रेंचिंग ग्राउंड को शिफ्ट कराकर लाल पानी बीट में कूड़ा निस्तारण की योजना का रास्ता साफ हो चुका है.
ऋषिकेश के लाल पानी के कक्ष संख्या एक में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, निस्तारण एवं प्रोसेसिंग प्लांट हेतु 10 हेक्टेयर वन भूमि कार्यों हेतु नगर निगम को सैधांतिक स्वीकृति प्रदान कर दी गई है. महापौर ने बताया कि लगभग 8 करोड़ 65 लाख रुपये स्वीकृति से इस जगह पर कूड़ा निस्तारण प्लांट लगना है. उन्होंने बताया कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन निस्तारण एवं प्रोसेसिंग प्लांट हेतु लाल पानी बीट में मिलने वाली भूमि ऋषिकेश में ही कूड़े की समस्या का स्थाई समाधान मिलेगा ही साथ ही इसका लाभ स्वर्ग आश्रम ,मुनि कीरेती,नरेंद्र नगर, डोईवाला को भी मिलेगा. गोविंद नगर भूखंड के मामले में महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए, महापौर ने बताया कि विगत 3 जुलाई को नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत गोविंद नगर से पुराना कूड़ा हटाने के लिए डीपीआर एवं शासन द्वारा तकनीकी अनुमोदन के लिए भेजा गया था.
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इसी कड़ी में 30 जुलाई की बैठक में लैगेसी वेस्ट के निस्तारण के लिए रखे प्रस्ताव को बोर्ड द्वारा सर्व सम्मति से पारित किया गया था. महापौर ने बताया गोविंद नगर के खाली भूखंड में पिछले 40 वर्षों से सिर्फ कूड़ा डंप होने की वजह से कूड़े का पहाड़ खड़ा हुआ हैं. नगर निगम द्वारा कूड़े के स्थाई समाधान को लेकर बेहद हाईटेक टेक्नोलॉजी के साथ योजना को धरातल पर लाया जा रहा है. जिससे आने वाले वर्षों में कभी भी तीर्थ नगरी को कूड़े की समस्या से दो-चार नहीं होना पड़ेगा.