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प्रमुख वन संरक्षक के हस्तक्षेप के बाद सुलझा DFO धमकी मामला

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Published : Sep 10, 2020, 3:57 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 9:54 PM IST

प्रमुख वन संरक्षक के हस्तक्षेप के बाद DFO धमकी मामला सुलझ गया है. डीएफओ मामले में खेद प्रकट करते हुए भविष्य में पत्रकारों के साथ ऐसा कृत्य न करने का आश्वासन दिया है.

Many parties support journalists in DFO threat case
DFO धमकी मामले ने पकड़ा तूल

ऋषिकेश: बीते दिनों डीएफओ द्वारा पत्रकार को धमकी मामले में कई दलों ने पत्रकारों का समर्थन किया. जिसके बाद डीएफओ के खिलाफ कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए. अब इस मामले में पत्रकार संगठन के एक प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य वन संरक्षक से मुलाकात की. जिसके बाद डीएफओ को तलब भी किया गया. लंबे समय तक चली बातचीत के बाद पत्रकारों के प्रतिनिधि मंडल और डीएफओ को आमने सामने बैठाकर सकारात्मक हल निर्काला गया. डीएफओ मामले में खेद प्रकट किया. वहीं, भविष्य में पत्रकारों के साथ ऐसा कृत्य दोबारा न दोहराए जाने का भी आश्वासन दिया.

dfo-threatening-case
प्रमुख वन संरक्षक के हस्तक्षेप के बाद सुलझा DFO धमकी मामला

बता दें इसस पहले मुनि की रेती क्षेत्र में पत्रकार को धमकी देने वाले डीएफओ के खिलाफ शहर में रोष का माहौल था. गुरुवार को पहले दलित जागरण मंच ने मुख्यमंत्री को इस मामले में ज्ञापन भेजा. वहीं, बाद में लोक जनशक्ति पार्टी ने पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस के बाहर डीएफओ का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया.

DFO धमकी मामला

पढ़ें-श्रीनगर: 19 सितंबर से गढ़वाल विश्वविद्यालय में यूजी और पीजी की परीक्षाएं

मामले में मुनि की रेती क्षेत्र की गाइड एसोसिएशन ने भी डीएफओ का पुतला फूंककर अपना गुस्सा जाहिर किया. सभी राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने एक स्वर में सरकार से डीएफओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. जिसके बाद प्रमुख वन संरक्षक ने पत्रकार संगठन के एक प्रतिनिधि मंडल को मिलने के लिए देहरादून बुलाया. जहां मुलाकात करने के बाद पत्रकार से अभद्रता का मामला सुलझ गया है

ऋषिकेश: बीते दिनों डीएफओ द्वारा पत्रकार को धमकी मामले में कई दलों ने पत्रकारों का समर्थन किया. जिसके बाद डीएफओ के खिलाफ कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए. अब इस मामले में पत्रकार संगठन के एक प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य वन संरक्षक से मुलाकात की. जिसके बाद डीएफओ को तलब भी किया गया. लंबे समय तक चली बातचीत के बाद पत्रकारों के प्रतिनिधि मंडल और डीएफओ को आमने सामने बैठाकर सकारात्मक हल निर्काला गया. डीएफओ मामले में खेद प्रकट किया. वहीं, भविष्य में पत्रकारों के साथ ऐसा कृत्य दोबारा न दोहराए जाने का भी आश्वासन दिया.

dfo-threatening-case
प्रमुख वन संरक्षक के हस्तक्षेप के बाद सुलझा DFO धमकी मामला

बता दें इसस पहले मुनि की रेती क्षेत्र में पत्रकार को धमकी देने वाले डीएफओ के खिलाफ शहर में रोष का माहौल था. गुरुवार को पहले दलित जागरण मंच ने मुख्यमंत्री को इस मामले में ज्ञापन भेजा. वहीं, बाद में लोक जनशक्ति पार्टी ने पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस के बाहर डीएफओ का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया.

DFO धमकी मामला

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मामले में मुनि की रेती क्षेत्र की गाइड एसोसिएशन ने भी डीएफओ का पुतला फूंककर अपना गुस्सा जाहिर किया. सभी राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने एक स्वर में सरकार से डीएफओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. जिसके बाद प्रमुख वन संरक्षक ने पत्रकार संगठन के एक प्रतिनिधि मंडल को मिलने के लिए देहरादून बुलाया. जहां मुलाकात करने के बाद पत्रकार से अभद्रता का मामला सुलझ गया है

Last Updated : Sep 10, 2020, 9:54 PM IST
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