बेरूत: इजराइल द्वारा अपने नेता हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद हिजबुल्लाह ने कथित तौर पर दुनियाभर में इजराइली नागरिकों और यहूदियों पर हमला करके हत्या का बदला लेने की कसम खाई है. आतंकी समूह ने यहूदियों को नागरिकों को निशाना बनाने का काम अपनी यूनिट 910 को सौंपा है, जो कथित तौर पर दुनिया भर में इजराइल के हितों के लिए नया खतरा बनकर उभरा है,
'ब्लैक यूनिट' या 'शैडो यूनिट' के नाम से जानी जाने वाली यह यूनिट अतीत में अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और एशिया में काम कर चुकी है और कम समय में महत्वपूर्ण जवाबी हमले कर चुकी है. इसने 1992 में पूर्व हिजबुल्लाह नेता अब्बास अल-मुसावी की हत्या के बाद लगभग 32 साल पहले सफलतापूर्वक जवाबी कार्रवाई की थी.
हिजबुल्लाह की शेडो यूनिट
यूनिट 910 लेबनान के बाहर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देती है और ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के साथ निकटता से जुड़ा हुई है. रिसर्चर ताल बैरी ने यूनिट 910 को अंतरराष्ट्रीय हमलों के ऑपरेशन के लिए हिजबुल्लाह की प्राइमरी ओपरेशनल ब्रांच के रूप में वर्णित किया. उन्होंने कहा, "यह यूनिट तत्काल कार्रवाई के लिए पहले से तैयार आतंकी ढांचे के साथ कई क्षेत्रों में काम करती है."
बैरी ने कहा कि यह संगठन की सबसे गुप्त और खतरनाक ब्रांच में से एक है, और तलाल हमियाह की कमान के अंतर्गत आती है, जिसे अबू जाफर के नाम से भी जाना जाता है. यूनिट 910 भी कई क्षेत्रों में काम करती है, जहां तत्काल कार्रवाई के लिए पहले से तैयार आतंकी ढाँचे मौजूद हैं. यूनिट ने पश्चिम के खिलाफ ईरान के शेडो वॉर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
कार्यप्रणाली और योजना
यूनिट ने अपने संचालन में सख्त गोपनीयता बनाए रखी है. इसके लिए यह स्थानीय शिया नेटवर्क और दुनिया भर में आपराधिक संगठनों पर भरोसा करती है. सख्त सुरक्षा प्रशिक्षण से गुजरने वाले और अक्सर विदेशी नागरिकता रखने वाले इसके ऑपरेटिव, नागरिक कवर के तहत काम करते हैं और रसद और परिचालन उद्देश्यों के लिए हिजबुल्लाह समर्थकों और विदेशी सरकारों के साथ संबंधों का फायदा उठाते हैं.
910 यूनिट के प्रमुख हमले
कथित तौर पर यह यूनिट कई हाई-प्रोफाइल हमलों में शामिल रही है, जिसमें 1992 में ब्यूनस आयर्स में इजराइली दूतावास पर बमबारी और 1994 में अर्जेंटीना में यहूदी सामुदायिक केंद्र पर हमला शामिल है. 2012 में, इसने बुल्गारिया के बर्गास में इजराइली पर्यटकों को ले जा रही एक बस पर आत्मघाती हमला किया था.
इजरायली नागरिकों पर बड़े हमले
पूर्व हिजबुल्लाह नेता अब्बास अल-मुसावी के खात्मे के बाद इसने पहला जवाबी हमला 1992 में उनकी हत्या के एक महीने बाद ही कर दिया था. इसके17 मार्च 1992 को ब्यूनस आयर्स में इजराइली दूतावास पर हिजबुल्लाह के आत्मघाती बम विस्फोट में दो इजराइली नागरिकों सहित 29 नागरिक मारे गए और 242 अन्य नागरिक घायल हो गए थे. हमले में दूतावास की इमारत ढह गई, साथ ही पास में स्थित कैथोलिक चर्च, एक स्कूल और सड़क के उस पार एक अपार्टमेंट की इमारत भी ढह गई. हताहतों में ज़्यादातर अर्जेंटीना के नागरिक थे.
इसके बाद इसने 18 जुलाई 1994 को विस्फोटकों से लदी वैन को यहूदी सामुदायिक केंद्र की इमारत में घुसा दिया, जिसमें 85 लोग मारे गए और 300 अन्य घायल हो गए. वहीं, 18 जुलाई 2012 को यूनिट 910 ने बुल्गारिया के बर्गास में तीसरा महत्वपूर्ण हमला किया. बुल्गारिया के बर्गास में सराफोवो हवाई अड्डे पर एक आत्मघाती बम विस्फोट में छह इजराइली पर्यटक और एक बल्गेरियाई बस चालक मारे गए. इसके लिए इजराइल और यूरोपीय संघ ने हिजबुल्लाह को दोषी ठहराया.