मसूरी: अनलॉक-1 में पहाड़ों की रानी मसूरी में पर्यटकों का आने का सिलसिला शुरू हो गया है. इस कड़ी में फरीदाबाद से आए चार पर्यटकों के एक होटल में देखे जाने से स्थानीय लोगों में खलबली मच गई. स्थानीय लोगों ने पर्यटकों के आने का विरोध किया. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराया और पर्यटकों को समझा बुझाकर मसूरी से वापस लौटाया गया. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि मसूरी में पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगाया जाए.
लोगों की मानें तो राज्य सरकार के एडवाइजरी के मुताबिक होटल मालिक ने कोई इंतजाम नहीं किया था. इतना ही नहीं होटल सैनिटाइजर नहीं किए गए हैं और कर्मचारियों के पास मास्क और गल्बस तक नहीं हैं. वहीं सर्विस मैन भी पीपीई किट नहीं पहने हुए थे. ऐसे में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि होटल प्रबंधन द्वारा पर्यटकों को होटल में आने के बाद स्क्रीनिंग नहीं की जा रही है. ऐसे में लोगों ने कड़ा एतराज जताते हुए शासन- प्रशासन से मांग की है कि मसूरी में पर्यटकों की आवाजाही रोकी जाए.
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फरीदाबाद से आए पर्यटक अमन ने बताया कि ऑनलाइन के तहत अपने परिवार के साथ मसूरी बुकिंग करा कर आए थे. ऐसे में उनके द्वारा स्वास्थ्य को लेकर स्वास्थ्य सर्टिफिकेट भी साथ लाए हैं. वे पूरी तरीके से स्वस्थ और कोरोना मुक्त हैं, लेकिन यहां पर लोग उनका विरोध कर रहे हैं.
मजदूर संघ के अध्यक्ष आरपी बडोनी ने कहा कि पहले ही होटल एसोसिएशन ने पत्रकार वार्ता कर स्पष्ट कर दिया था कि अगले 10 दिनों तक मसूरी में होटल नहीं खुल रहे हैं. ऐसे में कुछ होटल मालिकों ने सभी नियमों को ताक पर रखकर बुकिंग ले रहे हैं. जिससे बाहर से आने वाले पर्यटकों से कोरोना बढ़ने का खतरा है. उन्होंने मसूरी में पूरी तरीके से पर्यटकों की आवाजाही पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने की मांग की. साथ ही प्रशासन से होटल स्वामियों पर भी कार्रवाई की मांग की है.