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Railway में नौकरी दिलाने के बहाने टिहरी के युवक से ठगे 8 लाख रुपए, फर्जी नियुक्ति पत्र देकर भेजा कोलकाता

उत्तराखंड में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगने वाले गिरोह सक्रिय हैं. टिहरी के एक युवक को रेलवे में टीटीई (Travelling Ticket Examiner) की नौकरी दिलाने के नाम पर 8 लाख रुपए से ज्यादा ठग लिए गए. इसका खुलासा तब हुआ जब युवक ठगों द्वारा दिए ज्वाइनिंग लेटर को लेकर कोलकाता के हावड़ा रेलवे स्टेशन पहुंचा.

Travelling Ticket Examiner
नौकरी ने नाम पर ठगी
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Published : Mar 23, 2023, 9:00 AM IST

देहरादून: थाना नेहरू कॉलोनी क्षेत्र के अंतर्गत रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर तीन आरोपियों ने एक युवक से लाखों रुपए की ठगी कर डाली है. आरोपियों द्वारा पीड़ित को फर्जी नियुक्ति पत्र देकर हावड़ा रीजन के एक स्टेशन पर भी भेजा गया था. पीड़ित की तहरीर के आधार पर तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.

ऐसे रखी गई ठगी की बुनियाद: अशोक राज निवासी टिहरी गढ़वाल ने शिकायत दर्ज कराई कि जनवरी 2022 में उनके ससुर गोविंद सिंह ने बताया कि उनका परिचित राकेश बिष्ट रेलवे में नौकरी दिलाने की बात कह रहा था. उसके बाद अशोक राज ने आरोपी राकेश बिष्ट से मुलाकात की. राकेश ने रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा दिया. उसने टीटीई की नौकरी के लिए छह लाख रुपए का खर्चा बताया. अशोक राज नौकरी के लिए तैयार हो गया. उसके बाद राकेश बिष्ट ने अशोक राज को नियुक्ति पत्र दिया और उसमें लिखा था कि 8 फरवरी 2022 को हावड़ा मुख्यालय पर रिपोर्ट करना है.

फर्जी नियुक्ति पत्र देकर ठग लिया: 8 फरवरी को अशोक राज हावड़ा मुख्यालय पर पहुंचा तो उसे वहां एक व्यक्ति रेलवे हेड क्वार्टर लेकर गया. वहां उससे एक रजिस्टर पर हस्ताक्षर करवाए और नियुक्ति पत्र ले लिया. इसके बाद वहां एक रेलवे स्टेशन पर ड्यूटी करने को कहा गया. जब अशोक राज वहां पहुंचा तो राकेश बिष्ट का सहयोगी सत्य प्रकाश और दिलीप ने उसे टीटीई का पहचान पत्र और बिल्ला दे दिया.

रेलवे में नौकरी के नाम पर ठगे साढ़े 8 लाख रुपए: आरोपी राकेश बिष्ट ने अशोक राज से कुल सात लाख 20 हजार रुपए ले लिए और कहा कि उसकी नियुक्ति यहां नहीं हो सकती है. दूसरी जगह नौकरी मिलने पर ई-मेल आने का झांसा दिया. आरोपियों द्वारा अशोक राज को दूसरी जगह का नियुक्ति ईमेल भेजा गया. इसके साथ ही फोन करके बताया कि नियुक्ति में युवक कम पड़ रहे हैं. अशोक राज ने अपने तीन और साथियों से संपर्क कराया. उसके बाद आरोपियों ने मेडिकल के नाम पर एक लाख 20 हजार रुपए और हड़प लिए.
ये भी पढ़ें: ठगी और धोखाधड़ी के 2000 पेंडिंग मामले निपटाने में जुटी है उत्तराखंड पुलिस, 150 से ज्यादा हो चुके गिरफ्तार

साढ़े 8 लाख रुपए देने के बाद भी नहीं लगी रेलवे में नौकरी: इसके बाद भी अशोक राज की नौकरी नहीं लगी. जब अशोक राज द्वारा अपने रुपए वापस मांगे गए तो आरोपी टालमटोल करने लगे. थाना नेहरू कॉलोनी प्रभारी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़ित अशोक राज की तहरीर के आधार पर आरोपी राकेश बिष्ट, सत्य प्रकाश और दिलीप के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

देहरादून: थाना नेहरू कॉलोनी क्षेत्र के अंतर्गत रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर तीन आरोपियों ने एक युवक से लाखों रुपए की ठगी कर डाली है. आरोपियों द्वारा पीड़ित को फर्जी नियुक्ति पत्र देकर हावड़ा रीजन के एक स्टेशन पर भी भेजा गया था. पीड़ित की तहरीर के आधार पर तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.

ऐसे रखी गई ठगी की बुनियाद: अशोक राज निवासी टिहरी गढ़वाल ने शिकायत दर्ज कराई कि जनवरी 2022 में उनके ससुर गोविंद सिंह ने बताया कि उनका परिचित राकेश बिष्ट रेलवे में नौकरी दिलाने की बात कह रहा था. उसके बाद अशोक राज ने आरोपी राकेश बिष्ट से मुलाकात की. राकेश ने रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा दिया. उसने टीटीई की नौकरी के लिए छह लाख रुपए का खर्चा बताया. अशोक राज नौकरी के लिए तैयार हो गया. उसके बाद राकेश बिष्ट ने अशोक राज को नियुक्ति पत्र दिया और उसमें लिखा था कि 8 फरवरी 2022 को हावड़ा मुख्यालय पर रिपोर्ट करना है.

फर्जी नियुक्ति पत्र देकर ठग लिया: 8 फरवरी को अशोक राज हावड़ा मुख्यालय पर पहुंचा तो उसे वहां एक व्यक्ति रेलवे हेड क्वार्टर लेकर गया. वहां उससे एक रजिस्टर पर हस्ताक्षर करवाए और नियुक्ति पत्र ले लिया. इसके बाद वहां एक रेलवे स्टेशन पर ड्यूटी करने को कहा गया. जब अशोक राज वहां पहुंचा तो राकेश बिष्ट का सहयोगी सत्य प्रकाश और दिलीप ने उसे टीटीई का पहचान पत्र और बिल्ला दे दिया.

रेलवे में नौकरी के नाम पर ठगे साढ़े 8 लाख रुपए: आरोपी राकेश बिष्ट ने अशोक राज से कुल सात लाख 20 हजार रुपए ले लिए और कहा कि उसकी नियुक्ति यहां नहीं हो सकती है. दूसरी जगह नौकरी मिलने पर ई-मेल आने का झांसा दिया. आरोपियों द्वारा अशोक राज को दूसरी जगह का नियुक्ति ईमेल भेजा गया. इसके साथ ही फोन करके बताया कि नियुक्ति में युवक कम पड़ रहे हैं. अशोक राज ने अपने तीन और साथियों से संपर्क कराया. उसके बाद आरोपियों ने मेडिकल के नाम पर एक लाख 20 हजार रुपए और हड़प लिए.
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साढ़े 8 लाख रुपए देने के बाद भी नहीं लगी रेलवे में नौकरी: इसके बाद भी अशोक राज की नौकरी नहीं लगी. जब अशोक राज द्वारा अपने रुपए वापस मांगे गए तो आरोपी टालमटोल करने लगे. थाना नेहरू कॉलोनी प्रभारी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़ित अशोक राज की तहरीर के आधार पर आरोपी राकेश बिष्ट, सत्य प्रकाश और दिलीप के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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