मसूरी: केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने सोमवार को मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी के मध्य-कैरियर प्रशिक्षण कार्यक्रम (MCTP) में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि प्रशासनिक अधिकारी संविधान में निहित सभी कर्तव्यों को पूरा करने और देश के विकास के लिए अथक प्रयास करने के साथ समर्पण भाव से कार्य करें.
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Honourable Governor of Kerala, Shri Arif Mohammed Khan inaugurating the Mid-Career Training Programme (MCTP) for IAS Officers. 84 officers from different States and Union Territories are participating in the programme. pic.twitter.com/FrfFgR1d1s
— LBSNAA (@LBSNAA_Official) February 22, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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मसूरी लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में सात से नौ वर्ष की सेवा वाले अधिकारियों के लिए एमसीटीपी कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस विशेष कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 84 अधिकारी शामिल हैं. कार्यक्रम की अवधि 22 फरवरी से 19 मार्च 2021 तक है. कार्यक्रम के उद्घाटन में बतौर मुख्य अतिथि केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने शिरकत की.
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इस अवसर पर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने मध्य-कैरियर प्रशिक्षण कार्यक्रम (MCTP) में कहा कि प्रशासनिक अधिकारी संविधान में निहित सभी कर्तव्यों को पूरा करने और देश के विकास के लिए अथक प्रयास करने के साथ समर्पण भाव से कार्य करें. सरदार बल्लभ भाई पटेल सिविल सर्विसेज को भारत का स्टील फ्रेम कहते थे. आज इस स्टील फ्रेम में न्यू इंडिया के सपने को साकार करने की जिम्मेदारी है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सभी में सीखने की क्षमता है, लेकिन शायद आने वाले समय में जो बात अधिक प्रासंगिक है, वह हमारे अनलियर और रिलीजन की क्षमता भी की.
वही अकादमी के निदेशक डॉ. संजीव चोपड़ा ने प्रतिभागियों को सलाह दी कि देश को बदलने और एक नए भारत के निर्माण की जिम्मेदारी सिविल सेवकों के कंधों पर है. लक्ष्य केवल तभी प्राप्त किया जा सकता है जब हम फाइलों में काम करने से बचते हैं.