देहरादून: कोरोना महामारी के दौरान प्राइवेट अस्पतालों द्वारा मरीजों से इलाज के नाम लिए गए ज्यादा पैसे वापस दिलवाने के लिए समाजसेवी अभिनव थापर और उनके साथी जगह-जगह नुक्कड़ नाटक कर रहे हैं. साथ ही उनके द्वारा जन जागरण अभियान भी चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में देहरादून के इंदिरा नगर स्थित मॉल में कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक के जरिए निजी अस्पतालों की खुली लूट को लोगों के सामने पेश किया. इसके साथ ही नुक्कड़ नाटक में कोरोना में हुई समस्याओं जैसे अस्पतालों में प्लाज्मा, बेड न मिलना, दवाइयों की उपलब्धता, मरीजों से पैसे की लूट को दर्शाया गया.
उल्लेखनीय है कि अभिनव थापर, विजयपाल रावत और उनके साथियों द्वारा कोरोना काल में "COVID HELP CENTER UK" व्हाट्सएप ग्रुप से उत्तराखंड में हजारों परिवारों की मदद की गई थी. अब अभिनव थापर की टीम "नुक्कड़ नाटकों" के माध्यम से लोगों को अस्पतालों से हुई लूट व उनसे लिए गए मनमाने बिल का पैसा वापस दिलाने के संबध में जनजागरण अभियान चला रही है. जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को उनके बिल के पैसे वापस मिल सकें.
वहीं, सुप्रीम कोर्ट में पूरे भारत के लगभग 1 करोड़ कोरोना मरीजों की बिल वापसी के लिए जनहित याचिका के माध्यम से संघर्ष कर रहे अभिनव थापर ने कहा कि अभी यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. बिल एकत्रित करने के लिए "लड़ाई अभी बाकी है, हिसाब अभी बाकी है" अभियान के तहत उनकी हर संभव न्यायसंगत कोशिश रहेगी. हर नागरिक को उनसे अस्पतालों द्वारा लिए गए ज्यादा पैसों की वापसी के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में लाया जा सके. इसके लिए जनता के विशेष सुझाव मिलने के साथ उनका समर्थन भी मिल रहा है. उन्होंने नुक्कड़ नाटकों से भी जनजागरण अभियान का रास्ता चुना है. इंदिरा नगर स्थित मॉल में हुए नुक्कड़ नाटक में कलाकार नीतीश, साहिल, अभिषेक, मीनाक्षी, श्यामल व करीना ने निजी अस्पतालों द्वारा की गई लूट से हुई जनता को परेशानी को दिखाया और आमजन ने उनके प्रयासों में साथ देने का प्रण लिया.
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बता दें कि, कोरोना काल में निजी अस्पतालों की ओर से मरीजों से लिए गए ज्यादा पैसे वापस दिलाने के लिए देहरादून निवासी अभिनव थापर ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है. सुप्रीम कोर्ट की संयुक्त पीठ ने इस याचिका पर निजी अस्पतालों द्वारा लिए गए अत्याधिक बिल चार्ज की अनियमितताओं, मरीजों को रिफंड जारी करने व पूरे देश के लिए सुनिश्चित गाइडलाइंस जारी करने के संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय, केंद्र सरकार और फिर समस्त राज्यों को जवाब-तलब किया. अभिनव थापर ने कोरोना पीड़ितों से बिल एकत्रित करने के लिए प्रदेशभर में "लड़ाई अभी बाकी है, हिसाब अभी बाकी है" अभियान चलाया हुआ है. अब तक उन्होंने मीडिया और घर-घर पर्चों के माध्यम से इस अभियान को चलाया है.