देहरादून: दिल्ली में उत्तराखंड मूल की तीन बहनों के साथ हुई अभद्रता के मामले का उत्तराखंड राज्य महिला आयोग ने संज्ञान लिया है. उत्तराखंड महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा ने इस मामले में एक पत्र राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष को भेजा है. उन्होंने आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है.
राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा ने बताया कि बीते दिनों दिल्ली के डाबरी थाना क्षेत्र के विजयनगर एनक्लेव में उत्तराखंड मूल की तीन लड़कियों के साथ कुछ युवकों ने अभद्रता की थी, जिसका युवतियों ने विरोध किया. इसके बाद सभी युवक गैंग बनाकर युवतियों के घर पहुंचे और उनके साथ मारपीट की. आरोपियों ने युवतियों को धमकाते हुए कहा कि अगर उन्होंने पुलिस के पास जाने की कोशिश की तो उनका रेप कर चेहरा खराब कर दिया जाएगा.
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उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा के मुताबिक युवतियों ने जब पुलिस से न्याय की गुहार की तो पहले कोई कार्रवाई ही नहीं की गई और जब कार्रवाई हुई तो मामूली धाराओं में अपराध पंजीकृत किया गया, जिससे आरोपितों को तुरंत जमानत मिल गई.
उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा ने कहा कि राजधानी दिल्ली में उत्तराखंड मूल की महिलाओं के साथ इस तरह का व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण है. इस घटना से आपराधिक प्रवृत्ती वाले लोगों के हौसले बुलंद हो गए हैं. उन्हें लग रहा है कि वे पैसे के बल पर कुछ भी कर सकते हैं. इस घटना के बाद से तीनों बहनें डरी हुई हैं. वह घरों से बाहर भी नहीं निकल रही हैं.
उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा ने कहा कि पीड़ित परिवार न्याय चाहता है. अगर इन अपराधियों को यहीं पर कड़ी सजा नहीं दी गई तो यह आगे जघन्य अपराध करेंगे. दिल्ली सरकार को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए और महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम करने चाहिए. राष्ट्रीय महिला आयोग से इस मामले में सख्त कार्रवाई करने के लिए उन्होंने अध्यक्ष रेखा शर्मा को पत्र भी भेजा है.