देहरादूनः अफ्रीकी देश सूडान में चल रहे गृह युद्ध के बीच देहरादून के नंद किशोर भी फंसे हुए हैं. बीती 20 मार्च को ही नंद किशोर केमिकल फैक्ट्री में काम करने के लिए सूडान गए थे, लेकिन इसी बीच सूडान में गृह युद्ध छिड़ गया, जिसके चलते नंद किशोर वहीं फंस गए हैं. अब नंद किशोर के परिजनों से देहरादून जिलाधिकारी सोनिका सिंह से मुलाकात कर मदद की गुहार लगाई है.
देहरादून निवासी 64 वर्षीय नंद किशोर के परिजनों का कहना है कि बीती 21 अप्रैल की सुबह उनसे बात हुई थी. उसके बाद से उनसे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है. परिवार के लोगों ने बताया कि जब नंद किशोर से आखिरी बार उनकी बात हुई तो वो काफी डरे हुए थे. वो बता रहे थे कि सूडान में खाने-पीने की भी बड़ी दिक्कतें हो रही हैं.
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वहीं, नंद किशोर के परिवार के लोग देहरादून जिलाधिकारी सोनिका सिंह के पास मदद की गुहार लगाने पहुंचे. उन्होंने डीएम से नंद किशोर को सकुशल वापस भारत लाने की गुहार लगाई है. मामले में डीएम सोनिका सिंह का कहना है कि पीड़ित का पत्र आया था, जिसमें उन्होंने अपना पूरा एड्रेस समेत अन्य डिटेल की जानकारी दी है.
जिलाधिकारी सोनिका ने बताया कि सूडान से अपने पति को वापस लाने के लिए आज जनता दरबार में लापता नंद किशोर की पत्नी और भाई ने पत्र सौंपा है. जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन ने डीआईजी और दिल्ली आरसी को भेज दिया गया है. साथ ही तत्काल जो भी कार्रवाई होगी वो जिला प्रशासन की ओर से जाएगी. उधर, उत्तराखंड पुलिस ने सूडान में फंसे लोगों के लिए आपातकालीन नंबर जारी किया है.
भारत ने शुरू किया 'ऑपरेशन कावेरी': गौर हो कि सूडान में 15 अप्रैल से शुरू हुए गृह युद्ध में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच संघर्ष चल रहा है, जिसमें अबतक 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. भारत समेत कई देशों के नागरिक यहां फंसे हुए हैं. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर बताया है कि भारत के ही करीब 3 हजार नागरिक सूडान में फंसे हैं जिसको सकुशल निकालने के लिए भारत सरकार की ओर से 'ऑपरेशन कावेरी' शुरू किया गया है.
विदेश मंत्रालय के ओर से मिली जानकारी के अनुसार 'ऑपरेशन कावेरी' के तहत भारतीय वायुसेना के दो विमान सऊदी अरब के जेद्दा पहुंच चुके हैं. वहीं, नौसेना का आईएनएस सुमेधा जहाज सूडान बंदरगाह पहुंच चुका है. करीब 500 भारतीय सूडान बंदरगाह पहुंच गए हैं. यह जानकारी विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई है.