देहरादून: केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमरण शुक्रवार को केन्द्रीय बजट पेश किया. बजट में समाज के हर वर्ग के लिए कुछ न कुछ घोषणाएं की गई हैं. एक तरफ अमीरों पर कर का बोझ बढ़ाया गया है तो मध्य वर्ग को थोड़ी राहत देने की कोशिश की गई है. आइये, जानते हैं कि महिलाएं से कि वे बजट के बारे में क्या सोचती हैं.
आम बजट से अधिकतर महिलाएं मायूस ही दिखी. राजधानी देहरादून की गृहणियों ने कहा कि मोदी सरकार और देश की महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से उन्हें कई उम्मीदें थी. लेकिन उनकी इन उम्मीदों पर यह बजट खरा नहीं उतरा.
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गृहणियों ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि इस बार के बजट में रोजमर्रा की चीजों को सरकार सस्ता करेगी. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. पेट्रोल और डीजल में एक रुपये का कर बढ़ा दिया गया है. जिससे कहीं न कहीं आम आदमी की पॉकेट का ही भार बढ़ेगा. इसके साथ ही अन्य चीजों के दाम भी बढ़ने लगेंगे.
बता दें कि बजट में इस बार 5 लाख रुपये तक कि आय वाले लोगों को आयकर में छूट दी गयी है. लेकिन इससे भी गृहणियां ज्यादा संतुष्ट नहीं दिखी. गृहणियों के मुताबित 5 लाख से कुछ ज्यादा आय वाले लोगों को भी आय कर में छूट दी जानी चाहिए थी. उनका कहना है कि आजकल मध्यम वर्गीय परिवार भी 5 लाख रुपये प्रति वर्ष से ज्यादा ही कमा लेते है. कुल मिलाकर 'सीता' का यह बजट गृह लक्ष्मियों को कुछ खास पसंद नहीं आया.