देहरादून: उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने स्वास्थ्य महानिदेशालय में एनएचएम के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में एनएचएम से कोविड रिस्पॉन्स पैकेज को लेकर चर्चा की गई. धन सिंह रावत ने बताया कि बैठक में 7 जिलों में 23-23 करोड़ रुपए के क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनाने पर भी समीक्षा की गई. इसके फायदे बताते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी मरीज में क्रिटिकल कंडीशन होने की सूरत में उसका इलाज वहीं किया जा सकेगा.
उन्होंने बताया कि उप जिला और जिला चिकित्सालय को अलग से अतिरिक्त बेड उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि मरीज को देहरादून रेफर न किया जा सके और उस मरीज का इलाज वहीं जिले में हो सके. उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से मरीजों को सवा चार सौ दवाइयां मुफ्त दी जा रही है और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल लाने और घर तक छोड़ने के लिए अलग व्यवस्थाएं बनाई गई है. मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
पढ़ें- उत्तराखंड HC ने असिस्टेंट प्रोफेसर के 455 पदों के लिए जारी विज्ञप्ति को किया निरस्त
वहीं, उत्तराखंड में भी मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. इसको लेकर केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों पर विभागों की ओर से एसओपी जारी की गई है. धन सिंह रावत का कहना है कि भारत सरकार ने जो एसओपी जारी की है, वही राज्य की एसओपी है. उन्होंने बताया कि यदि मंकीपॉक्स का कोई केस पाया जाता है तो सभी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में दवाइयां और अन्य व्यवस्थाएं बनाई गई है. उन्होंने कहा कि किसी को घबराने की आवश्यकता नहीं है और सरकार पूरी तरह से तैयार है.
वहीं, धन सिंह रावत का कहना है कि पिछली बार भारत सरकार की ओर से एनएचएम के तहत 92 प्रतिशत धनराशि खर्च की गई थी, लेकिन इस बार एनएचएम में 100% धनराशि खर्च किए जाने का लक्ष्य रखा गया है. ताकि लोगों को प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके.