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कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सैंपलिंग में तेजी जरूरी, जानें प्रदेश में सभी जिलों की रिपोर्ट का हाल

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Published : Apr 4, 2020, 3:16 PM IST

Updated : Apr 4, 2020, 5:44 PM IST

उत्तराखंड में ताजा कोरोना के आंकड़ों के हिसाब से कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 16 पहुंच गयी है. ऐसे में अब प्रदेश में कोरोना को हराने के लिए सैंपल कलेक्शन में तेजी लाना बेहद जरूरी है.

corona lockdown
प्रदेश में सैंपलिंग के मामलों में रही शिथिलता.

देहरादून: प्रदेश में कोरोना वायरस को हराने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह जुटा हुआ है. लेकिन, प्रदेश में सैंपल कलेक्शन को लेकर गति बेहद धीमी है. ऐसे में संक्रमण के मामलों में हो रही बढ़ोतरी सरकार की दिक्कतें बढ़ा सकती है. प्रदेश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 16 पहुंच गयी है.

उत्तराखंड में मरकज कर आए 9 जमाती पिछले 48 घंटों में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. वहीं, मरकज में शामिल होने वाले 296 लोगों को स्वास्थ्य विभाग क्वारंटाइन कर चुका है. लेकिन, जमातियों के संपर्क में आए सैकड़ों लोगों की पहचान कर जांच करना बेहद जरूरी है. मौजूदा आंकड़े बताते हैं कि सैंपल को लेकर राज्य की गति बेहद धीमी है.

पढ़ें: क्रिकेट खेलते पकड़ा गया होम क्वारंटाइन शख्स, DM ने मुकदमा दर्ज कराकर भेजा क्वारंटाइन केंद्र

30 जनवरी को प्रदेश में पहला सैंपल लिया गया था. इसके बाद से अब तक कुल 825 सैम्पल ही लिए जा सके हैं. इनमें से 687 की ही जांच रिपोर्ट आ सकी है. बीते 64 दिनों के ये आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में सैंपलिंग के मामले में स्वास्थ्य विभाग बेहद पीछे है.

प्रदेश में सैंपलिंग के मामलों में रही शिथिलता.

राज्य में अभी तक 8,557 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है. यदि इन सभी लोगों का सैंपल लेने की जरूरत पड़े तो सभी की रिपोर्ट आने में करीब दो साल का वक्त लग सकता है. वहीं, प्रदेश में सामने आए ताजा कोरोना के मामले गंभीर समस्या खड़ी कर सकते हैं. हालांकि, स्वास्थ्य महानिदेशक अमिता उप्रेती का कहना है कि सैम्पल रिपोर्ट के लिए पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं.

पढ़ें: तीर्थनगरी में कोरोना को हराने में जुटा स्वास्थ्य विभाग, 8 टीमें कर रहीं हेल्थ चेकअप

राज्य में किस जिले से कितने सैंपल रिपोर्ट के लिए भेजे गए?

  • अल्मोड़ा जिले से 17 सैंपल लिए गए हैं, जिनमें 12 की रिपोर्ट आई है.
  • बागेश्वर में 4 सैंपल भेजे गए, सभी की रिपोर्ट आ चुकी है.
  • चमोली में 5 सैंपल भेजे गए, जिनमें से चार की रिपोर्ट मिल चुकी है.
  • चंपावत से 11 सैंपल लिए गए, 10 की रिपोर्ट नहीं आई है.
  • देहरादून से सबसे ज्यादा 386 सैंपल भेजे गए, जिसमें से 350 की रिपोर्ट नेगेटिव आई. वहीं, 11 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, 25 की रिपोर्ट आना बाकी.
  • हरिद्वार जिले से 147 सैंपल भेजे गए, जिसमें 130 की रिपोर्ट मिल चुकी और 17 की रिपोर्ट आना बाकी है.
  • नैनीताल जिले से 129 सैंपल भेजे गए. जिसमें 72 की रिपोर्ट मिली, जबकि 57 की रिपोर्ट नहीं आई है.
  • पौड़ी जिले से 29 सैंपल भेजे गए, जिसमें से 28 सैंपल नेगेटिव और एक सैंपल पॉजिटिव आया है.
  • पिथौरागढ़ से 10 सैंपल भेजे गए, जिसमें से 6 की रिपोर्ट मिल चुकी है. जबकि, 4 की रिपोर्ट अब तक नहीं मिल पाई है.
  • रुद्रप्रयाग जिले में 9 सैंपल भेजे गए, जिसमें से 7 सैंपल की रिपोर्ट मिल चुकी है. 2 सैंपल की रिपोर्ट का इंतजार.
  • टिहरी जिले से 4 सैंपल भेजे गए, जिसमें 3 सैंपल की रिपोर्ट मिल चुकी है. 1 सैंपल की रिपोर्ट नहीं मिली है.
  • ऊधम सिंह नगर से 55 सैंपल भेजे गए हैं, जिसमें 35 की रिपोर्ट नेगेटिव मिली है. वहीं, 4 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसमें 16 सैंपल की रिपोर्ट का इंतजार
  • उत्तरकाशी से 19 सैंपल भेजे गए हैं, जिसमें से सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.

प्रदेश के सभी जिलों से भेजे गए आंकड़े साफ करते हैं कि सैंपल को लेकर फिलहाल स्थिति सही नहीं है और इसमें तेजी की जरूरत है. वहीं, भारत सरकार के आईसीएमआर की मंजूरी के बाद ही सैंपल लेने के लिए तमाम संस्थाओं को चिन्हित किया जा रहा है.

देहरादून: प्रदेश में कोरोना वायरस को हराने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह जुटा हुआ है. लेकिन, प्रदेश में सैंपल कलेक्शन को लेकर गति बेहद धीमी है. ऐसे में संक्रमण के मामलों में हो रही बढ़ोतरी सरकार की दिक्कतें बढ़ा सकती है. प्रदेश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 16 पहुंच गयी है.

उत्तराखंड में मरकज कर आए 9 जमाती पिछले 48 घंटों में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. वहीं, मरकज में शामिल होने वाले 296 लोगों को स्वास्थ्य विभाग क्वारंटाइन कर चुका है. लेकिन, जमातियों के संपर्क में आए सैकड़ों लोगों की पहचान कर जांच करना बेहद जरूरी है. मौजूदा आंकड़े बताते हैं कि सैंपल को लेकर राज्य की गति बेहद धीमी है.

पढ़ें: क्रिकेट खेलते पकड़ा गया होम क्वारंटाइन शख्स, DM ने मुकदमा दर्ज कराकर भेजा क्वारंटाइन केंद्र

30 जनवरी को प्रदेश में पहला सैंपल लिया गया था. इसके बाद से अब तक कुल 825 सैम्पल ही लिए जा सके हैं. इनमें से 687 की ही जांच रिपोर्ट आ सकी है. बीते 64 दिनों के ये आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में सैंपलिंग के मामले में स्वास्थ्य विभाग बेहद पीछे है.

प्रदेश में सैंपलिंग के मामलों में रही शिथिलता.

राज्य में अभी तक 8,557 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है. यदि इन सभी लोगों का सैंपल लेने की जरूरत पड़े तो सभी की रिपोर्ट आने में करीब दो साल का वक्त लग सकता है. वहीं, प्रदेश में सामने आए ताजा कोरोना के मामले गंभीर समस्या खड़ी कर सकते हैं. हालांकि, स्वास्थ्य महानिदेशक अमिता उप्रेती का कहना है कि सैम्पल रिपोर्ट के लिए पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं.

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राज्य में किस जिले से कितने सैंपल रिपोर्ट के लिए भेजे गए?

  • अल्मोड़ा जिले से 17 सैंपल लिए गए हैं, जिनमें 12 की रिपोर्ट आई है.
  • बागेश्वर में 4 सैंपल भेजे गए, सभी की रिपोर्ट आ चुकी है.
  • चमोली में 5 सैंपल भेजे गए, जिनमें से चार की रिपोर्ट मिल चुकी है.
  • चंपावत से 11 सैंपल लिए गए, 10 की रिपोर्ट नहीं आई है.
  • देहरादून से सबसे ज्यादा 386 सैंपल भेजे गए, जिसमें से 350 की रिपोर्ट नेगेटिव आई. वहीं, 11 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, 25 की रिपोर्ट आना बाकी.
  • हरिद्वार जिले से 147 सैंपल भेजे गए, जिसमें 130 की रिपोर्ट मिल चुकी और 17 की रिपोर्ट आना बाकी है.
  • नैनीताल जिले से 129 सैंपल भेजे गए. जिसमें 72 की रिपोर्ट मिली, जबकि 57 की रिपोर्ट नहीं आई है.
  • पौड़ी जिले से 29 सैंपल भेजे गए, जिसमें से 28 सैंपल नेगेटिव और एक सैंपल पॉजिटिव आया है.
  • पिथौरागढ़ से 10 सैंपल भेजे गए, जिसमें से 6 की रिपोर्ट मिल चुकी है. जबकि, 4 की रिपोर्ट अब तक नहीं मिल पाई है.
  • रुद्रप्रयाग जिले में 9 सैंपल भेजे गए, जिसमें से 7 सैंपल की रिपोर्ट मिल चुकी है. 2 सैंपल की रिपोर्ट का इंतजार.
  • टिहरी जिले से 4 सैंपल भेजे गए, जिसमें 3 सैंपल की रिपोर्ट मिल चुकी है. 1 सैंपल की रिपोर्ट नहीं मिली है.
  • ऊधम सिंह नगर से 55 सैंपल भेजे गए हैं, जिसमें 35 की रिपोर्ट नेगेटिव मिली है. वहीं, 4 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसमें 16 सैंपल की रिपोर्ट का इंतजार
  • उत्तरकाशी से 19 सैंपल भेजे गए हैं, जिसमें से सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.

प्रदेश के सभी जिलों से भेजे गए आंकड़े साफ करते हैं कि सैंपल को लेकर फिलहाल स्थिति सही नहीं है और इसमें तेजी की जरूरत है. वहीं, भारत सरकार के आईसीएमआर की मंजूरी के बाद ही सैंपल लेने के लिए तमाम संस्थाओं को चिन्हित किया जा रहा है.

Last Updated : Apr 4, 2020, 5:44 PM IST
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