देहरादून: चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस का दंश देश-दुनिया झेल रही है. कोरोना वायरस से मुकाबला करने के लिए उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग भी तैयार बैठा है. वायरस के बचाव के लिए मास्क की डिमांड होने के कारण बाजारों में मास्क की कालाबाजारी शुरू हो गई है. डीजी हेल्थ अमिता उप्रेती के अनुसार मास्क ना मिलने पर घबराने की जरूरत नहीं है, घर पर रखें टिश्यू और रूमाल का उपयोग कर सकते हैं. साथ ही अगर किसी को खांसी और जुकाम है तो घर पर तीन तक आराम करने पर किसी तरह का संक्रमण नहीं फैलता.
ये भी पढ़ें: कोरोना वायरस : केरल और तमिलनाडु में सामने आए नए मामले, देश में 40 हुई संख्या
कालाबाज़ारी को रोकने के लिए देहरादून पुलिस ने नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया है. जो ड्रग विभाग के साथ मिलकर बाजारों में कालाबाजारी करने वाले दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. वहीं, कोरोना वायरस के बढ़ते संकट को देखते हुए भारत सरकार के एडवायजरी के बाद उत्तराखंड में हाई अलर्ट है.
कुमाऊं मंडल और गढ़वाल मंडल स्वास्थ्य विभाग की टीम दिल्ली से लौट आई है और स्थानीय डॉक्टरों को ट्रेनिंग दे रही है. उत्तराखंड में अब तक 11 सैंपल जांच के लिए गए थे जो नेगेटिव पाए गए हैं. डीजी हेल्थ अमिता उप्रेती ने जानकारी देते हुए बताया कि 6 मार्च को भारत सरकार ने सभी राज्यों के डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ और अधिकारियों को मास्टर ट्रेनिंग के लिए बुलाया था. उत्तराखंड से 6 लोगों की टीम ट्रेनिंग लेकर वापस आ गई हैं. जो कुमाऊं और गढ़वाल मंडल में पूरे स्टाफ और डॉक्टरों को ट्रेंड कर रही है.