देहरादून: राजधानी में आईएसबीटी के बाहर गंदगी का ढेर लगा हुआ हैं. आलम यह है कि आईएसबीटी के बाहर मल मूत्र की दुर्गंध से मुसाफिरों का बुरा है. वहीं, यहां सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने वाली रैम्की कम्पनी को इससे कोई लेना देना ही नहीं है.
बता दें कि स्वच्छ भारत को लेकर प्रधानमंत्री लगातार स्वच्छता पर जोर देते रहे हैं. इसी को आगे बढ़ाते हुए सरकार ने कई योजनाएं भी लागू की है. जिसमें शौचालय निर्माण का काम प्रमुख रहा है. वहीं, समय-समय पर सरकार द्वारा इस पर काफी बजट भी खर्च किया है. इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए सरकार ने सबसे पहले लोगों से स्वच्छता मिशन में भाग लेने की अपील की. यहां तक कि प्रधानमंत्री ने खुद हाथ में झाड़ू लेकर लोगों को सफाई का संदेश तक दिया. वहीं, देहरादून आईएसबीटी सरकार की इस मुहिम को पलीता लगाने का काम कर रही है. यहां स्वच्छता को लेकर सरकार की सभी कोशिश दम तोड़ती नज़र आ रही है. वहीं, स्वच्छता के दावे करने वाला प्रशासन भी पूरे मामले में मौन है.
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वहीं, इस मामले में टर्नर रोड के पार्षद रमेश कुमार मंगू का कहना है कि आईएसबीटी के पास टर्नर रोड पर एक शौचालय का निर्माण होना है. लेकिन सबसे बड़ी बात ये कि स्वच्छता की बातें तो होती है, लेकिन लोग खुद ही सफाई के प्रति जागरुक नहीं है. ऐसे में शौचालय न होने के चलते लोग आईबीटीपी के बाहर ही शौच कर रहे हैं.