देहरादूनः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी (Pushkar Singh Dhami) के बीच परिसंपत्ति बंटवारे (asset settlement) को लेकर हुए समझौते के बाद कांग्रेस सरकार के खिलाफ आक्रामक हो गई है. कांग्रेस इस मामले को लेकर जल्द ही ऑनलाइन कोर कमेटी की बैठक बुलाने जा रही है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का कहना है कि सीएम धामी ने दबाव में आकर यूपी से समझौता किया है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल (Ganesh Godiyal) ने बयान दिया है कि मुख्यमंत्री बताएं कि किसके दबाव में उन्होंने यूपी के साथ समझौता किया? उन्होंने कहा कि केंद्र के दबाव में आकर मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड के साथ विश्वासघात किया है. इस मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी (Uttarakhand congress) जल्द राज्यपाल से समय लेकर परिसंपत्ति विवाद का विरोध करेगी. गणेश गोदियाल ने कहा कि परिसंपत्ति विवाद (assets dispute) मामले में हुए समझौते को लेकर कांग्रेस इस मामले को सदन में भी उठाने जा रही है.
ये भी पढ़ेंः परिसंपत्ति विवाद निपटारे को कांग्रेस ने बताया सरेंडर, धामी सरकार को घेरने की बनाई रणनीति
CM धामी ने यूपी में जाकर किया आत्मसमर्पणः गणेश गोदियाल का कहना है कि विधानमंडल दल के सभी सदस्य नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह (Pritam Singh) की अगुवाई में विचार विमर्श कर रहे हैं. क्योंकि, लोकहित के तमाम मुद्दे जिसमें राज्य में फैली बेरोजगारी, महंगाई और विशेषकर परिसंपत्तियों के बंटवारे के मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने उत्तर प्रदेश में जाकर आत्मसमर्पण किया है और राज्य के हितों की अनदेखी की है. इन सभी प्रश्नों को कांग्रेस पार्टी विधानसभा में उठाने जा रहे हैं, गोदियाल का कहना है कि कांग्रेस पार्टी इस दिन को काले दिवस के रूप में भी मनाएगी.
ये भी पढ़ेंः यूपी-उत्तराखंड परिसंपत्ति विवाद में राज्य पुनर्गठन अधिनियम बना रोड़ा, जानें पूरी कहानी
मामले को लेकर कोर्ट जाएगी कांग्रेसः कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का कहना है कि अगर मुख्यमंत्री धामी ने यह ऐलान किया है कि हम कोर्ट में तमाम लंबित मामलों को वापस ले रहे हैं तो यह राज्य के हितों के साथ कुठाराघात है. इसके लिए अगर कांग्रेस पार्टी को इस मामले को लेकर न्यायालय (Nainital Highcourt) में जाने की जरूरत पड़ेगी तो वकीलों को अप्वॉइंट कर न्यायालय में जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे.