देहरादून: गंगोत्री विधानसभा सीट की उत्तराखंड में सरकार बनाने में एक अहम भूमिका होती है. इस बार विधानसभा चुनाव में सब मिथक टूटे लेकिन गंगोत्री का मिथक जारी रहा. गंगोत्री विधानसभा सीट से इस बार बीजेपी प्रत्याशी सुरेश चौहान ने जीत हासिल की, तो प्रदेश में उत्तराखंड में भाजपा की सरकार बहुमत में आई है. गंगोत्री के नवनिर्वाचित विधायक सुरेश चौहान का कहना है कि जब गंगोत्री की सरकार बनाने में अहम भूमिका है, तो 20 वर्षों से नजरअंदाज क्यों किया गया? इन सभी बिंदुओं पर ईटीवी भारत ने गंगोत्री विधानसभा सीट के नवनिर्वाचित विधायक सुरेश चौहान से खास बातचीत.
गंगोत्री के नवनिर्वाचित विधायक सुरेश चौहान ने ईटीवी भारत के माध्यम से गंगोत्री विधासनसभा सीट की जनता को धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा कि सबसे पहले प्रोटोकॉल प्रथा को समाप्त किया जाएगा और पांच साल जनता के बीच सेवक बनकर कार्य किया जाएगा. सुरेश चौहान ने कहा कि गंगोत्री विधानसभा की 20 वर्षों से प्रदेश में सरकार बनाने में अहम भूमिका रही है. यह भूमिका उत्तराखंड ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के समय से चली आ रही है, जब उत्तरकाशी जिला पूरी एक विधानसभा सीट हुआ करती थी. इसलिए अब आम जनमानस गंगोत्री को मंत्रिमंडल में स्थान देने की मांग कर रहा है.
चौहान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं की पार्टी है. मंत्रिमंडल में सीमित लोग ही रहते हैं. इसलिए शीर्ष नेतृत्व जो भी निर्णय लेगा, उसका स्वागत किया जाएगा. चौहान ने कहा कि जिस प्रकार से आज केंद्र सरकार की ओर से चारों धामों तक ऑल वेदर रोड पहुंचा दी गई है. प्रदेश सरकार पर्यटन और स्वरोजगार के लिए कार्य रही है. इन सब के सहयोग से गंगोत्री विधानसभा क्षेत्र को पर्यटन और स्वरोजगार का हब बनाया जाएगा. सुरेश चौहान ने कहा कि स्वास्थ्य और उच्च शिक्षा के स्तर को मजबूत किया जाएगा, जिससे कि लोगों का पलायन रुके.
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आम आदमी पार्टी के सीएम चेहरे की चुनाव के दौरान चुनौती पर चौहान ने कहा कि वह पूर्व में ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य रहे और हमेशा से जनता के सुख दुःख और उनके साथ खड़े रहे. इसलिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कार्यवाहक सीएम पुष्कर सिंह धामी की विकास नीतियों के सहयोग से गंगोत्री विधानसभा सीट पर भाजपा का परचम लहराया है.