देहरादूनः उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने केंद्रीय व्यवस्था के तहत हर महीने बिजली की दरों को तय किए जाने को लेकर जो व्यवस्था लागू की थी, उसका उपभोक्ताओं पर भारी असर पड़ रहा है. यह नई व्यवस्था लागू होने के बाद राज्य में अलग-अलग कई बार बिजली के दाम बढ़ाए गए हैं. इस बार हुई बढ़ोत्तरी के बाद उत्तराखंड में बिजली की दरों को 23 पैसे से लेकर 55 पैसे प्रति यूनिट तक बढ़ाया गया है.
हालांकि, नए रेट जारी होने के बाद विभिन्न उपभोक्ताओं को अलग-अलग बढ़े हुए दाम देने होंगे. इसके तहत बीपीएल उपभोक्ताओं को 15 पैसे ज्यादा भुगतान करने होंगे तो वहीं घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 38 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोत्तरी की गई है. व्यावसायिक दामों में सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी हुई है. इसमें 55 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से अब ज्यादा रकम चुकानी होगी.
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उत्तराखंड में प्रति महीने नई दर की व्यवस्था लागू होने के बाद से ही उपभोक्ताओं पर बिजली के बिल में बोझ बढ़ता चला गया है. हालांकि, नवंबर महीने में कुछ राहत जरूर मिली थी, लेकिन इसके अलावा बाकी महीनों में लोगों की दिक्कतें बढ़ी है. खास बात ये है कि नया साल करीब है और नए साल से पहले उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड की तरफ से राज्य के उपभोक्ताओं पर बड़ा बोझ डाला गया है.
उधर, दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भी राजनीतिक दल चुनावी तैयारी में जुटे हुए हैं और चुनाव से ठीक पहले जनता पर बोझ डालकर बीजेपी सरकार ने विपक्षी दलों को भी इस मामले में बड़ा मौका दिया है. वहीं, उत्तराखंड में बिजली के रेट बढ़ने से उपभोक्ताओं को अपनी जेब ढीली करनी पड़ सकती है.