ETV Bharat / state

राजधानी में धड़ल्ले से चल रहा नशे का कारोबार, DG लॉ एंड ऑर्डर ने दिए कार्रवाई के आदेश - नशे का कारोबार

देहरादून शहर के बीचों बीच पुलिस से नशे का धंधा जोरों पर चल रहा है. पुलिस की कार्रवाई सिर्फ दावों तक सीमित रह गयी है. बड़ा सवाल यह है कि नशे का यह काला कारोबार किसकी शह पर संचालित हो रहा है.

देहरादून
author img

By

Published : Sep 15, 2019, 9:22 AM IST

Updated : Sep 15, 2019, 12:10 PM IST

देहरादून: राजधानी देहरादून में नशा तस्कर पुलिस की नाक के नीचे बेखौफ अपने मंसूबों को अंजाम दे रहे हैं. आलम यह है कि हर बैठक और सार्वजनिक प्लेटफार्म पर नशे के खिलाफ मुहिम चलाने का ढिंढोरा पीटने के बावजूद जमीनी स्थिति पूरी तरह से जुदा है. शहर के बीचों बीच बिंदाल बस्तियों के आसपास लंबे समय से नशे का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. जिसे रोकने में पुलिस पूरी तरह से नाकाम साबित होती नजर आ रही है.

देहरादून में नशे का कारोबार

शनिवार को ईटीवी भारत संवाददाता ने जब इस क्षेत्र की पड़ताल की तो वाकई चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई. जहां युवा खुलेआम नशे की सप्लाई करते नजर आए. बिंदाल पुल के फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले व्यक्ति ने बताया कि बिहार और उत्तर प्रदेश से बड़ी मात्रा में नशे खेत बिंदाल की बस्ती में पहुंचती है. जहां से वह खुद ₹100 से लेकर अपने जेब अनुसार भारी भरकम कीमत पर किसी तरह का भी नशा खरीद सकते हैं. देहरादून के बिंदाल नदी के ईद गिर्द की मलिन बस्तियों के आसपास लंबे समय से नशा तस्करी का खेल पुलिस जानकारी के बावजूद किस तरह से खुलेआम जारी है. जिसने पुलिस के दावों की पोल खोल दी.

फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले ने कैमरे पर बताई सच्चाई
लोगों का कहना है कि यहां बड़ी संख्या में लोग मादक पदार्थ को खरीदने आते हैं. जानकारी के अनुसार उत्तरप्रदेश और बिहार से भारी मात्रा में यहां नशे की खेप पहुंचती है. उसके बाद धड़ल्ले से सप्लाई होती है. लोगों ने आगे बताया कि क्षेत्र में जब भी पुलिस कार्रवाई होती है तो तस्कर सतर्क हो जाते हैं. लेकिन पुलिस की कार्रवाई के बावजूद भी पूरी तरह कारोबार पर लगाम नहीं लग पाती है.

नशा तस्करी ना रोक पाने वाले जिम्मेदार थाना कोतवाली पुलिस पर कार्रवाई हो: पुलिस मुख्यालय
उधर, बिंदाल नदी के आसपास लंबे समय से नशे के कारोबार की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने देहरादून एसएसपी को मामले की तत्काल प्रभावित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. इतना ही पुलिस मुख्यालय द्वारा यहां तक के निर्देश दिए है कि अगर बिंदाल क्षेत्र में अगर नशा तस्करी रोकने में संबंधित थाना-कोतवाली पुलिस नाकाम साबित हो रही है तो उन्हें इस गंभीर मामले का जवाबदेह मानते हुए तत्काल प्रभाव से हटाया जाए.

पढ़ें- उत्तराखंड में 19 सालों में बढ़ा खुदकुशी का ग्राफ, मोबाइल-सोशल मीडिया बना कारण

पुलिस मुख्यालय और लगातार शिकायतों के बाद एसएसपी की नींद टूटी
उधर, पुलिस मुख्यालय के सख्त निर्देश और शिकायतों का संज्ञान लेते हुए देहरादून एसएसपी ने सीओ सिटी और कोतवाली पुलिस को नशा तस्करी पर प्रभावी अंकुश लगाने की चेतावनी दी है. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि शहर के बीचों-बीच पुलिस को चुनौती देकर नशे का कारोबार कैसे चल रहा है. देहरादून एसएसपी का यह भी दावा है कि अगर अगले कुछ दिनों में प्रभावी कार्रवाई देखने को नहीं मिलेगी तो जिम्मेदार थाना कोतवाली पुलिस पर कार्रवाई होना तय है.

बहरहाल, पुलिस के आलाधिकारी बिंदाल क्षेत्र में चल रहे नशे के इस कारोबार पर अंकुश लगाने की बात कर रहे हैं, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर नशे का इतना बढ़ा खेल पुलिस की नजरों से कैसे बच गया. अब देखना यह होगा कि पुलिस इस कारोबार पर कब तक अंकुश लगा पाती है.

देहरादून: राजधानी देहरादून में नशा तस्कर पुलिस की नाक के नीचे बेखौफ अपने मंसूबों को अंजाम दे रहे हैं. आलम यह है कि हर बैठक और सार्वजनिक प्लेटफार्म पर नशे के खिलाफ मुहिम चलाने का ढिंढोरा पीटने के बावजूद जमीनी स्थिति पूरी तरह से जुदा है. शहर के बीचों बीच बिंदाल बस्तियों के आसपास लंबे समय से नशे का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. जिसे रोकने में पुलिस पूरी तरह से नाकाम साबित होती नजर आ रही है.

देहरादून में नशे का कारोबार

शनिवार को ईटीवी भारत संवाददाता ने जब इस क्षेत्र की पड़ताल की तो वाकई चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई. जहां युवा खुलेआम नशे की सप्लाई करते नजर आए. बिंदाल पुल के फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले व्यक्ति ने बताया कि बिहार और उत्तर प्रदेश से बड़ी मात्रा में नशे खेत बिंदाल की बस्ती में पहुंचती है. जहां से वह खुद ₹100 से लेकर अपने जेब अनुसार भारी भरकम कीमत पर किसी तरह का भी नशा खरीद सकते हैं. देहरादून के बिंदाल नदी के ईद गिर्द की मलिन बस्तियों के आसपास लंबे समय से नशा तस्करी का खेल पुलिस जानकारी के बावजूद किस तरह से खुलेआम जारी है. जिसने पुलिस के दावों की पोल खोल दी.

फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले ने कैमरे पर बताई सच्चाई
लोगों का कहना है कि यहां बड़ी संख्या में लोग मादक पदार्थ को खरीदने आते हैं. जानकारी के अनुसार उत्तरप्रदेश और बिहार से भारी मात्रा में यहां नशे की खेप पहुंचती है. उसके बाद धड़ल्ले से सप्लाई होती है. लोगों ने आगे बताया कि क्षेत्र में जब भी पुलिस कार्रवाई होती है तो तस्कर सतर्क हो जाते हैं. लेकिन पुलिस की कार्रवाई के बावजूद भी पूरी तरह कारोबार पर लगाम नहीं लग पाती है.

नशा तस्करी ना रोक पाने वाले जिम्मेदार थाना कोतवाली पुलिस पर कार्रवाई हो: पुलिस मुख्यालय
उधर, बिंदाल नदी के आसपास लंबे समय से नशे के कारोबार की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने देहरादून एसएसपी को मामले की तत्काल प्रभावित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. इतना ही पुलिस मुख्यालय द्वारा यहां तक के निर्देश दिए है कि अगर बिंदाल क्षेत्र में अगर नशा तस्करी रोकने में संबंधित थाना-कोतवाली पुलिस नाकाम साबित हो रही है तो उन्हें इस गंभीर मामले का जवाबदेह मानते हुए तत्काल प्रभाव से हटाया जाए.

पढ़ें- उत्तराखंड में 19 सालों में बढ़ा खुदकुशी का ग्राफ, मोबाइल-सोशल मीडिया बना कारण

पुलिस मुख्यालय और लगातार शिकायतों के बाद एसएसपी की नींद टूटी
उधर, पुलिस मुख्यालय के सख्त निर्देश और शिकायतों का संज्ञान लेते हुए देहरादून एसएसपी ने सीओ सिटी और कोतवाली पुलिस को नशा तस्करी पर प्रभावी अंकुश लगाने की चेतावनी दी है. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि शहर के बीचों-बीच पुलिस को चुनौती देकर नशे का कारोबार कैसे चल रहा है. देहरादून एसएसपी का यह भी दावा है कि अगर अगले कुछ दिनों में प्रभावी कार्रवाई देखने को नहीं मिलेगी तो जिम्मेदार थाना कोतवाली पुलिस पर कार्रवाई होना तय है.

बहरहाल, पुलिस के आलाधिकारी बिंदाल क्षेत्र में चल रहे नशे के इस कारोबार पर अंकुश लगाने की बात कर रहे हैं, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर नशे का इतना बढ़ा खेल पुलिस की नजरों से कैसे बच गया. अब देखना यह होगा कि पुलिस इस कारोबार पर कब तक अंकुश लगा पाती है.

Intro:Pls नोट डेस्क महोदय, यह एक्सक्लूसिव स्टोरी है। इसकी फ़ीड लाइव व्यू 08 से भेजी गई है-file- "Drugs"

नोट-2-इस स्टोरी से सम्बंधित एक बाइट पुलिस मुख्यालय अधिकारी की mail से भेजी जा रही हैं।


summary-शहर के बीचोबीच पुलिस के नाक के नीचे बेख़ौफ़ नशे का धंधा, करवाई की जगह एसएसपी दावों तक सीमित,
नशे के खिलाफ मुहिम पर हवा हवाई दावे क्यों,किसकी शय काला कारोबार, जिम्मेदारी थाना-कोतवाली पर कब होगी कार्रवाई


उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में नशा तस्कर पुलिस की नाक के नीचे बेखौफ चुनौती देकर नशे का काला कारोबार धड़ल्ले से चला रहे हैं.. आलम यह हैं कि हर बैठक व सार्वजनिक प्लेटफार्म पर नशे के खिलाफ मुहिम के तहत कार्रवाई करने का ढिंढोरा पीटने के बावजूद जमीनी स्थिति पूरी तरह से जुदा है। देहरादून शहर के बीचो बीच बिंदाल बस्तियों के आसपास लंबे समय से नशे का कारोबार खुलेआम इस तरह से चल रहा है जिसे रोकने में पुलिस पूरी तरह से नाकाम साबित होती नजर आ रही है। बस्तियों में रहने वाले मासूम बच्चों से लेकर नाबालिक और युवा वर्ग के लोग छोटी छोटी पुड़िया में नशे का जहर सप्लाई करने में लगातार जुटे हुए हैं.

ईटीवी भारत के कैमरे में कैद हुए नशा तस्कर, फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले ने कैमरे पर बताई सच्चाई

शनिवार ईटीवी भारत की टीम ने नसे के तस्करी से जुड़े हुए लोगों की पड़ताल करने के दौरान बिंदाल बस्ती के आसपास युवाओं को खुलेआम नशा सप्लाई करते हुए अपने कैमरे में कैद किया इतना ही नहीं बिंदाल ब्रिज के फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले व्यक्ति ने बताया कि बिहार उत्तर प्रदेश से बड़ी मात्रा में नशे खेत बिंदाल की बस्ती में पहुंचती है जहां से वह खुद ₹100 से लेकर अपने जेब अनुसार भारी भरकम कीमत पर किसी तरह का भी नशा खरीद सकते हैं।


Body:देहरादून के बिंदाल नदी के ईद गिर्द बसी मलिन बस्तियों के आसपास लंबे समय से नशा तस्करी का खेल पुलिस जानकारी के बावजूद किस तरह से खुलेआम जारी है यह अपने आप में हैरान करने का विषय है ईटीवी भारत के कैमरे में ऐसा ही नजारा शनिवार दोपहर उस वक्त कैद हुआ जब कुछ युवा खुलेआम अपने कब्जे से एक दूसरे को माल सप्लाई करते नजर आए हालांकि कैमरा देख वह मौके से नजर बचाकर भाग निकले.

visual- तीन युवक नशा तस्करी करते हुए

उधर बिंदाल के आसपास लंबे समय से चल रहे नशे के खेल के संबंध में फुटपाथ पर दुकान चलाने वाले लोगों ने बताया कि वह लोग खुद भी हर रोज बस्ती के आसपास लोगों से गांजा व अन्य तरह की नशा सामग्री खरीदते हैं उत्तर प्रदेश बिहार से भारी मात्रा में यहां नशे की खेप पहुंचती है और उसके बाद धड़ल्ले से सप्लाई होती है फुटपाथ पर बैठे दुकानदार ने बताया कि पुलिस जब कभी आती है सभी लोग सतर्क हो जाते हैं हालांकि कई बार कार्रवाई भी होती है लेकिन वह इतनी बड़ी नहीं होती की यह कारोबार रुक सके। ऐसे में पुलिस को जानकारी होने के बावजूद भी नशे का धंधा बदस्तूर इलाके में जारी है।

बाईट-फुटपाथ फड़ ,दुकानदार



Conclusion:शहर के बीचोबीच खुलेआम नशा तस्करी ना रोक पाने वाले जिम्मेदार थाना कोतवाली पुलिस पर कार्रवाई हो: पुलिस मुख्यालय

उधर बिंदाल नदी के आसपास लंबे समय से नशे के कारोबार की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मुख्यालय से महानिदेशक अशोक कुमार ने देहरादून एसएसपी को मामले की तत्काल प्रभावित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इतना ही पुलिस मुख्यालय द्वारा यहाँ तक के निर्देश दिए है कि अगर बिंदाल क्षेत्र में अगर नशा तस्करी रोकने में संबंधित थाना-कोतवाली पुलिस नाकाम साबित हो रही है तो उन्हें इस गंभीर मामले का जवाबदेह मानते हुए तत्काल प्रभाव से हटाया जाए।

बाइट -अशोक कुमार, महानिदेशक, अपराध व कानून व्यवस्था

पुलिस मुख्यालय और लगातार शिकायतों के बाद एसएसपी की नींद टूटी

उधर पुलिस मुख्यालय के सख़्त निर्देश और आए दिन लगातार बिंदाल नदी के क्षेत्र में नशा तस्करी के संबंध में आने वाली शिकायतों का आखिरकार संज्ञान लेते हुए देहरादून एसएसपी ने सीओ सिटी और कोतवाली पुलिस को बिंदाल क्षेत्र में खुलेआम नशा तस्करी पर प्रभावी अंकुश लगाने की चेतावनी दी हैं। लेकिन सवाल बड़ा यह सामने है कि आखिरकार कैसे शहर के बीचों-बीच पुलिस को चुनौती देकर नशे का कारोबार चल रहा है।
हालांकि इस बार देहरादून एसएसपी यह भी दावा है कि अगर अगले कुछ दिनों में प्रभावी कार्रवाई देखने को नहीं मिलेगी तो जिम्मेदार थाना कोतवाली पुलिस पर कार्रवाई होना तय है।

बाईट- अरुण मोहन जोशी, एसएसपी देहरादून
Last Updated : Sep 15, 2019, 12:10 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.