ऋषिकेशः सड़कों पर दौड़ रहे 10 साल पुराने वाहनों को हटाने के फैसले का विरोध तेज होता जा रहा है. परिवहन व्यवसाइयों ने मंगलवार को एनजीटी और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. साथ ही वाहन चालकों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर विरोध किया.
परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय ने बताया कि एनजीटी के पक्ष पर संभागीय परिवहन प्राधिकरण देहरादून द्वारा प्रदेश में वाहनों की समय सीमा 15 वर्ष से कम करके 10 वर्ष करने पर समस्त परिवहन व्यवसायियों में आक्रोश है.
ये भी पढ़ेंःराज्य स्थापना दिवस: 10 हजार छात्र करेंगे अपनी संस्कृति का प्रदर्शन
इसी क्रम में प्रदेश के समस्त निजी परिवहन उद्यमियों ने ऋषिकेश, देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली, पौड़ी, नैनीताल, अल्मोड़ा, उधम सिंह नगर, चंपावत, बागेश्वर के साथ-साथ सभी क्षेत्रों में सभी प्रकार के यूनियन बस, ट्रक, कमांडर और टैक्सी चालकों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया.
सुधीर राय ने कहा कि अगर राज्य सरकार अपने इस फैसले पर पुनर्विचार नहीं करती है तो उत्तराखंड के सभी परिवहन व्यवसायी सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे.