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बाल श्रम और भिक्षावृति को लेकर जिलाधिकारी ने दिए निर्देश - child labor in uttarakhand

जिलाधिकारी ने कहा कि भिक्षावृत्ति और बाल श्रम करते हुए जो बच्चे चिन्हित किये जाते हैं, उनके संरक्षण, सुरक्षा और शिक्षा पर विशेष प्रबंध किया जाए.

उत्तराखंड में बालश्रम
उत्तराखंड में बालश्रम
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Published : Oct 29, 2021, 7:12 AM IST

देहरादून: जिलाधिकारी आर राजेश कुमार की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स और जनपद स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गई. जिला टास्क फोर्स की बैठक में जिलाधिकारी ने श्रम विभाग और जिला टास्क फोर्स समिति से जुड़े विभागों और संस्थाओं के अधिकारियों और पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि बाल श्रम और भिक्षावृति पर विशेष ध्यान रखते हुए निरन्तर छापेमारी की जाएं. साथ ही इसमें शामिल व्यक्तियों पर कार्यवाही की जाए.

बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि छापेमारी के दौरान बाल श्रमिक और भिक्षावृति करते हुए पाए गए बच्चों के अभिभावकों की पहचान भी की जाए. जो बच्चे चिन्हित किये जाते हैं उनके संरक्षण, सुरक्षा और शिक्षा पर विशेष प्रबंध किया जाए. समिति को विशेष कार्य करते हुए सूचना तंत्र को और अधिक मजबूत किया जाए. इसमें स्थानीय अभिसूचना इकाई को भी इसमें जाए ताकि अन्य राज्यों से भिक्षावृति और बाल श्रम के लिए लाए जाने वाले बच्चों की सूचना पहले ही प्राप्त हो जाए और इस कार्य में शामिल व्यक्तियों की धरपकड़ करते हुए उनके खिलाफ निर्धारित प्राविधानों के अनुरूप ठोस कार्यवाही की जा सके.

पढ़ें- कैबिनेट: 1 लाख 60 हजार कर्मचारियों को बोनस का तोहफा, आशाओं का बढ़ेगा वेतन, मेडिकल छात्रों को दी राहत

साथ ही टास्क फोर्स से जुड़े अधिकारियों और संस्थाओं को बाल श्रम की शिकायतों और ऐसे स्थानों जहां पर बाल श्रम किए जाने की संभावना हो वहां पर छापेमारी की जाए. जिलाधिकारी ने कहा कि संबंधित विभाग खानापूर्ति न करते हुए इन्फोर्समैंन्ट कराये और निरंतर छापेमारी की कार्यवाही की जाए. विभिन्न प्रतिष्ठानों, दुकानों, ठेली-रेहड़ी, निर्माणाधीन साइटों, जहां बाल मजदूरी की सम्भावना अधिक रहती है, पर भी छापेमारी और निरीक्षण करें. जो बच्चे बाल मजदूरी और भिक्षावृति करते हुए पाए जाते है, उनका पूर्ण डेटावेस तैयार करें.

देहरादून: जिलाधिकारी आर राजेश कुमार की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स और जनपद स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गई. जिला टास्क फोर्स की बैठक में जिलाधिकारी ने श्रम विभाग और जिला टास्क फोर्स समिति से जुड़े विभागों और संस्थाओं के अधिकारियों और पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि बाल श्रम और भिक्षावृति पर विशेष ध्यान रखते हुए निरन्तर छापेमारी की जाएं. साथ ही इसमें शामिल व्यक्तियों पर कार्यवाही की जाए.

बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि छापेमारी के दौरान बाल श्रमिक और भिक्षावृति करते हुए पाए गए बच्चों के अभिभावकों की पहचान भी की जाए. जो बच्चे चिन्हित किये जाते हैं उनके संरक्षण, सुरक्षा और शिक्षा पर विशेष प्रबंध किया जाए. समिति को विशेष कार्य करते हुए सूचना तंत्र को और अधिक मजबूत किया जाए. इसमें स्थानीय अभिसूचना इकाई को भी इसमें जाए ताकि अन्य राज्यों से भिक्षावृति और बाल श्रम के लिए लाए जाने वाले बच्चों की सूचना पहले ही प्राप्त हो जाए और इस कार्य में शामिल व्यक्तियों की धरपकड़ करते हुए उनके खिलाफ निर्धारित प्राविधानों के अनुरूप ठोस कार्यवाही की जा सके.

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साथ ही टास्क फोर्स से जुड़े अधिकारियों और संस्थाओं को बाल श्रम की शिकायतों और ऐसे स्थानों जहां पर बाल श्रम किए जाने की संभावना हो वहां पर छापेमारी की जाए. जिलाधिकारी ने कहा कि संबंधित विभाग खानापूर्ति न करते हुए इन्फोर्समैंन्ट कराये और निरंतर छापेमारी की कार्यवाही की जाए. विभिन्न प्रतिष्ठानों, दुकानों, ठेली-रेहड़ी, निर्माणाधीन साइटों, जहां बाल मजदूरी की सम्भावना अधिक रहती है, पर भी छापेमारी और निरीक्षण करें. जो बच्चे बाल मजदूरी और भिक्षावृति करते हुए पाए जाते है, उनका पूर्ण डेटावेस तैयार करें.

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