मसूरी: कीर्तिनगर विकास समिति के संयोजक प्रदीप भंडारी और विधायक गणेश जोशी के बीच शिफन कोर्ट के लोगों को विस्थापित करने को लेकर तीखी नोकझोंक हो गई. प्रदीप भंडारी ने विधायक गणेश जोशी के साथ अभद्रता करते हुए कहा कि उनकी गुंडागर्दी बहुत हो गई है. 2022 के चुनाव में उनको सबक सिखाया जाएगा. वहीं, विधायक ने कहा कि लोगों को बेवजह की राजनीति नहीं करनी चाहिए. गौरतलब है कि शिफन कोर्ट विस्थापन को लेकर प्रदीप भंडारी विधायक गणेश जोशी को ज्ञापन देने पहुंचे, जहां दोनों के बीच जमकर कहासुनी हो गई.
प्रदीप भंडारी ने कहा कि विधायक गणेश जोशी द्वारा शिफन कोर्ट के लोगों के साथ राजनीति की जा रही है, जबकि उनको विस्थापित करने के लिए धरातल पर कोई काम नहीं किया जा रहा है. शिफन कोर्ट के लोग पिछले 2 महीनों से सड़कों पर हैं. बहू-बेटी और बच्चे असुरक्षित हैं, लेकिन कोई भी उनकी ओर ध्यान नहीं दे रहा है. विधायक गणेश जोशी विस्थापन की बात करते हैं, लेकिन उनके द्वारा कुछ नहीं किया जा रहा है.
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विधायक गणेश जोशी ने कहा कि प्रदीप भंडारी बेघर हुए लोगों को लेकर राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है कि शिफन कोर्ट के लोगों को विस्थापित किया जाए, लेकिन कुछ लोग नहीं चाहते कि उनका विस्थापन हो. उन्होंने कहा कि पालिका अध्यक्ष द्वारा जमीन देने की बात की गई थी, जो आज तक उपलब्ध नहीं कराई गई है. ऐसे में उनके द्वारा कई प्राइवेट संपत्ति मालिकों से जमीन देने का आग्रह किया जा रहा है.
मसूरी भाजपा मंडल अध्यक्ष ने बताया कि जिस तरीके से प्रदीप भंडारी द्वारा विधायक गणेश जोशी के साथ अभद्रता की गई है. वह दुर्भाग्यपूर्ण है, उन्होंने कहा कि कुछ लोग नहीं चाहते कि शिफन कोर्ट के लोगों को विस्थापित किया जाए. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रदीप भंडारी को उनके विस्थापन की बात विधायक से नहीं करने के लिए कहा गया था. ऐसे में वह अपनी राजनीति चमकाने के लिए शिफन कोर्ट के लोगों का सहारा ले रहे हैं. हमें पूरा विश्वास है कि विधायक गणेश जोशी हमें विस्थापित करने के लिए कार्य कर रहे हैं. ऐसे में राजनीति करने वाले लोगों से हमारा आग्रह है कि वह गरीबों के साथ ना खेलें.