ETV Bharat / state

डेंगू का कहरः उत्तराखंड में 212 लोगों पर हुई पुष्टि, DG हेल्थ बोले- इलाज के लिए सभी अस्पताल तैयार

उत्तराखंड में डेंगू के डंक से लोग खौफजदा है. आए दिन डेंगू के नए मरीज सामने आने से स्वास्थ्य विभाग की भी चिंता बढ़ती जा रही है. ताजा आंकड़ों पर गौर करें तो अबतक प्रदेश में 212 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. जबकि, 9 मरीज अन्य जिलों के शामिल हैं.

dengue
author img

By

Published : Aug 6, 2019, 8:56 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड में डेंगू ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है. लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. प्रदेश में डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 212 पहुंच गया है. वहीं, डेंगू को लेकर स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से अलर्ट पर है. उत्तराखंड के कार्यवाहक स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. आरके पांडे की मानें तो डेंगू के इलाज के लिए सभी अस्पताल तैयार हैं.

जानकारी देते डीजी हेल्थ डॉ. आरके पांडे.

प्रदेश में मॉनसून सीजन की शुरुआत से ही डेंगू ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए थे. अबतक उत्तराखंड में 212 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है. जबकि, 9 मरीज अन्य जिलों के शामिल हैं. उत्तराखंड के कार्यवाहक स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. आरके पांडे ने बताया कि आशा कार्यकत्रियां घर-घर जाकर लोगों को डेंगू से बचाव को लेकर जागरूकता अभियान चला रही है. साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में फागिंग अभियान भी चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बरसात के दौरान डेंगू के लार्वा को पनपने के लिए बारिश और गर्मी का मौसम मिला है. जिसकी वजह से डेंगू के मच्छर ज्यादा पनप रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः लेक सिटी के रूप में विकसित होगा उत्तरकाशी, पर्यटन विभाग को भेजा गया ₹15 करोड़ का प्रस्ताव

उन्होंने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए इस बार विभाग ने पहले से ही तैयारियां पूरी कर ली थी. जिसे देखते हुए सभी अस्पतालों में पर्याप्त किट्स उपलब्ध कराई गई है. साथ ही कहा कि डेंगू मरीजों के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाइयां भी उपलब्ध है. सभी अस्पतालों में अलग से डेंगू वार्ड बनाए गए हैं. जबकि, दून मेडिकल कॉलेज के डेंगू वार्ड का विस्तार करते हुए 16 बेड और बढ़ाए गए हैं. जिससे डेंगू के मरीजों का समुचित इलाज किया जा सके.

वहीं, डीजी हेल्थ पांडे का कहना है कि डेंगू से बचने के लिए जागरुकता ही एक मात्र विकल्प है. साथ लोगों से अपील करते हुए कहा कि अपने घरों और आसपास पानी जमा होने ना दें. गमले, खाली बर्तन, छत पर पड़े टायर, फ्रिज के पीछे की ट्रे आदि जगहों पर पानी ना इकठ्ठा नहीं होने दें. उन्होंने कहा कि पानी से भरे हुए बर्तनों और छत की टंकियों आदि को ढककर ही रखें. डेंगू का बुखार बरसात के मौसम में जुलाई से अक्टूबर तक फैलता है. ऐसे में जागरूक रहकर डेंगू से बचा जा सकता है.

देहरादूनः उत्तराखंड में डेंगू ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है. लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. प्रदेश में डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 212 पहुंच गया है. वहीं, डेंगू को लेकर स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से अलर्ट पर है. उत्तराखंड के कार्यवाहक स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. आरके पांडे की मानें तो डेंगू के इलाज के लिए सभी अस्पताल तैयार हैं.

जानकारी देते डीजी हेल्थ डॉ. आरके पांडे.

प्रदेश में मॉनसून सीजन की शुरुआत से ही डेंगू ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए थे. अबतक उत्तराखंड में 212 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है. जबकि, 9 मरीज अन्य जिलों के शामिल हैं. उत्तराखंड के कार्यवाहक स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. आरके पांडे ने बताया कि आशा कार्यकत्रियां घर-घर जाकर लोगों को डेंगू से बचाव को लेकर जागरूकता अभियान चला रही है. साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में फागिंग अभियान भी चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बरसात के दौरान डेंगू के लार्वा को पनपने के लिए बारिश और गर्मी का मौसम मिला है. जिसकी वजह से डेंगू के मच्छर ज्यादा पनप रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः लेक सिटी के रूप में विकसित होगा उत्तरकाशी, पर्यटन विभाग को भेजा गया ₹15 करोड़ का प्रस्ताव

उन्होंने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए इस बार विभाग ने पहले से ही तैयारियां पूरी कर ली थी. जिसे देखते हुए सभी अस्पतालों में पर्याप्त किट्स उपलब्ध कराई गई है. साथ ही कहा कि डेंगू मरीजों के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाइयां भी उपलब्ध है. सभी अस्पतालों में अलग से डेंगू वार्ड बनाए गए हैं. जबकि, दून मेडिकल कॉलेज के डेंगू वार्ड का विस्तार करते हुए 16 बेड और बढ़ाए गए हैं. जिससे डेंगू के मरीजों का समुचित इलाज किया जा सके.

वहीं, डीजी हेल्थ पांडे का कहना है कि डेंगू से बचने के लिए जागरुकता ही एक मात्र विकल्प है. साथ लोगों से अपील करते हुए कहा कि अपने घरों और आसपास पानी जमा होने ना दें. गमले, खाली बर्तन, छत पर पड़े टायर, फ्रिज के पीछे की ट्रे आदि जगहों पर पानी ना इकठ्ठा नहीं होने दें. उन्होंने कहा कि पानी से भरे हुए बर्तनों और छत की टंकियों आदि को ढककर ही रखें. डेंगू का बुखार बरसात के मौसम में जुलाई से अक्टूबर तक फैलता है. ऐसे में जागरूक रहकर डेंगू से बचा जा सकता है.

Intro:राजधानी देहरादून में लगातार डेंगू का कहर जारी है दिनोंदिन डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है देहरादून के मरीजों की संख्या 181 तक पहुंच चुकी है। मानसून सीजन में शुरुआत से ही डेंगू ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए थे अब राजधानी में आंकड़ा बढ़कर 181 पहुंच चुका है लगातार बढ़ रहे डेंगू के मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है।


Body:इस संबंध में उत्तराखंड के कार्यवाहक स्वास्थ्य महानिदेशक डॉक्टर आरके पांडे ने बताया कि आशा कार्यकत्रियों घर-घर जाकर लोगों को डेंगू से बचने को लेकर जागरूक कर रही हैं, इसके साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में फागिंग अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मानसून की बरसात के दौरान डेंगू के लार्वा को पनपने के लिए बारिश और गर्मी का मौसम मिला जिस वजह से डेंगू का मच्छर ज्यादा पनपा है। उन्होंने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिये इस बार विभाग ने काफी पहले से ही तैयारियां कर ली थी, इसी कड़ी में सभी अस्पतालों को पर्याप्त मात्रा में किट्स उपलब्ध करवा दी गई थी। इस दौरान यदि कोई मरीज बुखार की शिकायत लेकर अस्पताल में आया तो उसकी जांच करने के बाद उसको डिक्लेअर करते हुए उसका प्रॉपर ट्रीटमेंट किया गया । उन्होंने कहा कि डेंगू को लेकर स्वास्थ्य महकमा अलर्ट है और डेंगू मरीजों के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाइयां भी उपलब्ध है इसके साथ ही सभी अस्पतालों में अलग डेंगू वार्ड बनाए गए हैं। जबकि दून मेडिकल कॉलेज के डेंगू वार्ड का विस्तार करते हुए 16 बेड और बढ़ाए गए हैं ताकि डेंगू के मरीजों का समुचित इलाज किया जा सके। उन्होंने कहा कि डेंगू से बचने के लिए जागरूकता ही एक मात्र विकल्प है। उन्होंने आम जनमानस से अपील करी कि घरों में पानी ना जमा होने दें, समय-समय पर गमले, खाली बर्तन, छत पर पड़े टायर, फ्रिज के पीछे की ट्रे, आदि मे पानी ना जमा होने दें। पानी से भरे हुए बर्तनों और छत की टंकियों आदि को ढक कर ही रखें। उन्होंने कहा कि डेंगू बुखार बरसात के मौसम में जुलाई से अक्टूबर तक फैलता है ऐसे में जागरूक रहकर डेंगू से बचा जा सकता है।

वाइट - डॉक्टर आरके पांडे,कार्यवाहक महानिदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य परिवार कल्याण, उत्तराखंड


Conclusion: दरअसल देहरादून के रायपुर क्षेत्र में डेंगू के अधिकांश मरीज पाए जा रहे हैं ऐसे में कार्यवाहक डीजी हेल्थ डॉक्टर आरके पांडे ने भी रायपुर क्षेत्र का सघन दौरा किया था और वहां कुछ घरों में पाए गए डेंगू लारवा को नष्ट करवाया था। ऐसे में डीजी हेल्थ का कहना है कि लोग जागरुक होकर डेंगू की रोकथाम करने में स्वास्थ विभाग का सहयोग करें
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.