देहरादूनः उत्तराखंड में डेंगू ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है. लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. प्रदेश में डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 212 पहुंच गया है. वहीं, डेंगू को लेकर स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से अलर्ट पर है. उत्तराखंड के कार्यवाहक स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. आरके पांडे की मानें तो डेंगू के इलाज के लिए सभी अस्पताल तैयार हैं.
प्रदेश में मॉनसून सीजन की शुरुआत से ही डेंगू ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए थे. अबतक उत्तराखंड में 212 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है. जबकि, 9 मरीज अन्य जिलों के शामिल हैं. उत्तराखंड के कार्यवाहक स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. आरके पांडे ने बताया कि आशा कार्यकत्रियां घर-घर जाकर लोगों को डेंगू से बचाव को लेकर जागरूकता अभियान चला रही है. साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में फागिंग अभियान भी चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बरसात के दौरान डेंगू के लार्वा को पनपने के लिए बारिश और गर्मी का मौसम मिला है. जिसकी वजह से डेंगू के मच्छर ज्यादा पनप रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए इस बार विभाग ने पहले से ही तैयारियां पूरी कर ली थी. जिसे देखते हुए सभी अस्पतालों में पर्याप्त किट्स उपलब्ध कराई गई है. साथ ही कहा कि डेंगू मरीजों के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाइयां भी उपलब्ध है. सभी अस्पतालों में अलग से डेंगू वार्ड बनाए गए हैं. जबकि, दून मेडिकल कॉलेज के डेंगू वार्ड का विस्तार करते हुए 16 बेड और बढ़ाए गए हैं. जिससे डेंगू के मरीजों का समुचित इलाज किया जा सके.
वहीं, डीजी हेल्थ पांडे का कहना है कि डेंगू से बचने के लिए जागरुकता ही एक मात्र विकल्प है. साथ लोगों से अपील करते हुए कहा कि अपने घरों और आसपास पानी जमा होने ना दें. गमले, खाली बर्तन, छत पर पड़े टायर, फ्रिज के पीछे की ट्रे आदि जगहों पर पानी ना इकठ्ठा नहीं होने दें. उन्होंने कहा कि पानी से भरे हुए बर्तनों और छत की टंकियों आदि को ढककर ही रखें. डेंगू का बुखार बरसात के मौसम में जुलाई से अक्टूबर तक फैलता है. ऐसे में जागरूक रहकर डेंगू से बचा जा सकता है.