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फर्जी सैनिक बनकर लोगों के करते थे ऑनलाइन ठगी, राजस्थान से चला रहे थे गैंग, 4 गिरफ्तार

ये गैंग पिछले काफी समय से सक्रिय है. जांच में इस गैंग के देहरादून जिले में चार मामले सामने आए है. पुलिस ने सभी आरोपियों को राजस्थान के अलवर जिले से गिरफ्तार किया है.

पुलिस की गिरप्त में आरोपी
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Published : Aug 14, 2019, 6:44 PM IST

Updated : Aug 14, 2019, 7:49 PM IST

देहरादून: फर्जी जवान बनकर लोगों से गाड़ियों के नाम पर ठगी करने वाले खान गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. उत्तराखंड पुलिस ने राजस्थान के अलवर जिले से गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इस गिरोह के खिलाफ थाना रानीपोखरी समेत कई थानों में धोखाधड़ी के मामले दर्ज है.

आरोपियों के पास से पुलिस को फोन, सिम और डेबिट कार्ड बरामद हुए है. सभी आरोपी फेसबुक पर भारतीय सेना के सिपाही की फेक आईटी बनाकर वाहनों का विज्ञापन देकर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे.

पढ़ें- रामगंगा नदी के किनारे पूजा में शामिल होने गए शख्स का पैर फिसला, डूबने से हुई मौत

बता दें कि बीती 1 अगस्त को रानीपोखरी थाने में पीड़ित गिरीश भट्ट ने तहरीर दी थी. गिरीश ने अपनी तहरीर में पुलिस को बताया था कि उसने 22 जुलाई को फेसबुक पर मार्किट प्लेस नामक एक विज्ञापन देखा था. जिसमें एक होंडा एक्टिवा स्कूटी बेची जा रही थी.

ठग गिरफ्तार

गिरीश ने विज्ञापन में दिए हुए नम्बर पर फोन किया. फोन उठाने वाले व्यक्ति ने अपने आप को भारतीय सेना का सिपाही बताया. आरोपी ने गिरीश को यकीन दिलाने के लिए अपने आधार कार्ड और केन्टीन स्मार्ट कार्ड की फोटो व्हाट्सएप पर भेजी. जिसके बाद गाड़ी का सौदा 27,500 रुपए में तय हुआ. आरोपी ने गिरीश को बताया कि उसका ट्रासंफर हो रहा है इसलिए वो एक्टिवा बेच रहा हैं.

आरोपी ने गिरीश को राजू वाल्मीकि नाम के एक व्यक्ति के बैंक खाते का नंबर दिया. गिरीश ने बताए गए खाता नंबर में एडवांस के तौर पर 10 हजार रुपए डाल दिए. ऐसे करके धीरे-धीरे आरोपी ने गिरीश के 27500 रूपए ठग लिए और बाद अपना मोबाइल नंबर और अकाउंट ब्लॉक कर दिया. गिरीश ने इस मामले की शिकायत रानीपोखरी थाने में की थी.

पढ़ें- दून मेडिकल कॉलेज में सीलिंग गिरने मामले में FIR के लिए शासन को लिखा पत्र

जब पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की तो इस तरह के तीन मामले सामने आए. मोबाइल नंबर और बैंक खातों की डिटेल निकाली गई के आधार पर पुलिस को पता चला कि ये गैंग राजस्थान के अलवर जिले से संचालित हो रहा है. जिसके बाद उत्तराखंड पुलिस की एक टीम 13 अगस्त को अवलर पहुंची और वहां से साकिर, नरेंद्र जाटव, अफजल खान और राहुल खान को गिरफ्तार किया.

देहरादून एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि जिले में इस तरह की चार घटनाएं हुई है. जिसमें पकड़े गए चारों आरोपी शामिल थे. ये सोशल मीडिया पर विज्ञापन देकर लोगों को फंसाया करते थे और उन से ठगी किया करते थे. जिस आकउंट में ये पैसा मगाते थे बाद में उसके ब्लॉक कर दिया करते थे. आरोपियों के पास से 6 फोन, 4 आधारकार्ड, 4 पैन कार्ड बरामद किए हैं. चारों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है.

देहरादून: फर्जी जवान बनकर लोगों से गाड़ियों के नाम पर ठगी करने वाले खान गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. उत्तराखंड पुलिस ने राजस्थान के अलवर जिले से गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इस गिरोह के खिलाफ थाना रानीपोखरी समेत कई थानों में धोखाधड़ी के मामले दर्ज है.

आरोपियों के पास से पुलिस को फोन, सिम और डेबिट कार्ड बरामद हुए है. सभी आरोपी फेसबुक पर भारतीय सेना के सिपाही की फेक आईटी बनाकर वाहनों का विज्ञापन देकर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे.

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बता दें कि बीती 1 अगस्त को रानीपोखरी थाने में पीड़ित गिरीश भट्ट ने तहरीर दी थी. गिरीश ने अपनी तहरीर में पुलिस को बताया था कि उसने 22 जुलाई को फेसबुक पर मार्किट प्लेस नामक एक विज्ञापन देखा था. जिसमें एक होंडा एक्टिवा स्कूटी बेची जा रही थी.

ठग गिरफ्तार

गिरीश ने विज्ञापन में दिए हुए नम्बर पर फोन किया. फोन उठाने वाले व्यक्ति ने अपने आप को भारतीय सेना का सिपाही बताया. आरोपी ने गिरीश को यकीन दिलाने के लिए अपने आधार कार्ड और केन्टीन स्मार्ट कार्ड की फोटो व्हाट्सएप पर भेजी. जिसके बाद गाड़ी का सौदा 27,500 रुपए में तय हुआ. आरोपी ने गिरीश को बताया कि उसका ट्रासंफर हो रहा है इसलिए वो एक्टिवा बेच रहा हैं.

आरोपी ने गिरीश को राजू वाल्मीकि नाम के एक व्यक्ति के बैंक खाते का नंबर दिया. गिरीश ने बताए गए खाता नंबर में एडवांस के तौर पर 10 हजार रुपए डाल दिए. ऐसे करके धीरे-धीरे आरोपी ने गिरीश के 27500 रूपए ठग लिए और बाद अपना मोबाइल नंबर और अकाउंट ब्लॉक कर दिया. गिरीश ने इस मामले की शिकायत रानीपोखरी थाने में की थी.

पढ़ें- दून मेडिकल कॉलेज में सीलिंग गिरने मामले में FIR के लिए शासन को लिखा पत्र

जब पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की तो इस तरह के तीन मामले सामने आए. मोबाइल नंबर और बैंक खातों की डिटेल निकाली गई के आधार पर पुलिस को पता चला कि ये गैंग राजस्थान के अलवर जिले से संचालित हो रहा है. जिसके बाद उत्तराखंड पुलिस की एक टीम 13 अगस्त को अवलर पहुंची और वहां से साकिर, नरेंद्र जाटव, अफजल खान और राहुल खान को गिरफ्तार किया.

देहरादून एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि जिले में इस तरह की चार घटनाएं हुई है. जिसमें पकड़े गए चारों आरोपी शामिल थे. ये सोशल मीडिया पर विज्ञापन देकर लोगों को फंसाया करते थे और उन से ठगी किया करते थे. जिस आकउंट में ये पैसा मगाते थे बाद में उसके ब्लॉक कर दिया करते थे. आरोपियों के पास से 6 फोन, 4 आधारकार्ड, 4 पैन कार्ड बरामद किए हैं. चारों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है.

Intro:देहरादून पुलिस ने सेना के जवानों के नाम पर ठगी करने वाले खान गैंग का पर्दाफाश करते हुए 4 आरोपियों को 13 अगस्त को राजस्थान के अलवर से ग्रिफ्तार किया।आरोपियों के खिलाफ रानीपोखरी ओर जनपद के अन्य स्थानों पर धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज है।आरोपी फेसबुक पर भारतीय सेना के सिपाही की फेक आई डी बनाकर वाहनो का विज्ञापन देकर लोगो से लाखों रुपए को ठगने का काम किया।साथ ही चारो आरोपियों के पास से काफी तादाद में फोन,सिम ओर डेबिट कार्ड पुलिस ने बरामद किए।वही पुलिस द्वारा चारो आरोपियों के खिलाफ आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।


Body:1 अगस्त को थाना रानीपोखरी में गिरीश भट्ट ने तहरीर दी थी कि 22 जुलाई को गिरीश ने फेसबुक पर मार्किट प्लेस नामक एक विज्ञापन देखा जिसमे एक हौंडा एक्टिवा स्कूटी की बात कही गई थी।गिरीश ने विज्ञापन में दिए हुए नम्बर पर फोन किया,ओर फोन उठाने वाले ने अपने आप को स्वम को भारतीय सेना में सिपाही बताया।आरोपी ने गिरीश को अपने आधार कार्ड और केन्टीन स्मार्ट कार्ड की फोटो व्हाट्सएप पर भेजी।ओर गाड़ी का सौदा 27 हज़ार 500 रुपए में तय हुआ।साथ ही आरोपी ने बहाना किया कि मेरा ट्रांसफर हो रहा है इसलिए सस्ते में एक्टिवा बेच रहा हूं।आरोपी ने गिरीश को 27 हज़ार 500 रुपए राजू बाल्मीकि के खाते में रुपए डालने के लिए कहा गया जिसमे आरोपी ने एकाउंट नम्बर ओर आईएफएससी नम्बर भेज दिया।और गिरीश ने राजू बाल्मीकि के खाते में 10 हजार रुपए एडवांस दे दिए।ओर धीरे धीरे करते आरोपियों ने गिरिश से 27 हज़ार 500 रुपए ठग लेने के बाद अपना मोबाइल नंबर और अकाउंट नंबर ब्लॉक कर दिए।ओर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर आरोपियों की तलाश में जुट गई।जांच के दौरान पुलिस को इस तरह के 3 मामले ओर सामने आए।पुलिस द्वारा मोबाइल नंबरो की डिटेल लेने पर गिरोह अलवर राजस्थान से संचालित होना पता चलने पर पुलिस टीम अलवर पहुंच कर 13 अगस्त को अलवर निवासी साकिर,नरेंद्र जाटव,अफजल खान और राहुल खान को ग्रिफ्तार किया।


Conclusion:एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि चार लोगो की ग्रिफ्तारी हुई है,हमारे जनपद में चार घटनाये हुई जिसमे यह चारो आरोपी शामिल थे।और यह आरोपी साइबर ठगी का काम किया करते थे,ऑनलाइन लोगो को जाल में फसाना ओर जाल में फसाने के बाद लोगो से अधिक से अधिक रुपय लेकर धोखाधड़ी किया करते थे।और लोगो से रुपए लेने के बाद आरोपी अपना एकाउंट ब्लॉक कर देते थे।आरोपियों के पास 6 फोन,4 आधारकार्ड,4 पैन कार्ड बरामद किए है।और पुलिस द्वारा इनका आपराधिक इतिहास की जानकारी ली जाएगी।

बाइट-अरुण मोहन शर्मा(एसएसपी)

बाइट मेल की है,मेल से उठाने की कृपा करें।
धन्यवाद।
Last Updated : Aug 14, 2019, 7:49 PM IST
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