देहरादून: फर्जी जवान बनकर लोगों से गाड़ियों के नाम पर ठगी करने वाले खान गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. उत्तराखंड पुलिस ने राजस्थान के अलवर जिले से गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इस गिरोह के खिलाफ थाना रानीपोखरी समेत कई थानों में धोखाधड़ी के मामले दर्ज है.
आरोपियों के पास से पुलिस को फोन, सिम और डेबिट कार्ड बरामद हुए है. सभी आरोपी फेसबुक पर भारतीय सेना के सिपाही की फेक आईटी बनाकर वाहनों का विज्ञापन देकर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे.
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बता दें कि बीती 1 अगस्त को रानीपोखरी थाने में पीड़ित गिरीश भट्ट ने तहरीर दी थी. गिरीश ने अपनी तहरीर में पुलिस को बताया था कि उसने 22 जुलाई को फेसबुक पर मार्किट प्लेस नामक एक विज्ञापन देखा था. जिसमें एक होंडा एक्टिवा स्कूटी बेची जा रही थी.
गिरीश ने विज्ञापन में दिए हुए नम्बर पर फोन किया. फोन उठाने वाले व्यक्ति ने अपने आप को भारतीय सेना का सिपाही बताया. आरोपी ने गिरीश को यकीन दिलाने के लिए अपने आधार कार्ड और केन्टीन स्मार्ट कार्ड की फोटो व्हाट्सएप पर भेजी. जिसके बाद गाड़ी का सौदा 27,500 रुपए में तय हुआ. आरोपी ने गिरीश को बताया कि उसका ट्रासंफर हो रहा है इसलिए वो एक्टिवा बेच रहा हैं.
आरोपी ने गिरीश को राजू वाल्मीकि नाम के एक व्यक्ति के बैंक खाते का नंबर दिया. गिरीश ने बताए गए खाता नंबर में एडवांस के तौर पर 10 हजार रुपए डाल दिए. ऐसे करके धीरे-धीरे आरोपी ने गिरीश के 27500 रूपए ठग लिए और बाद अपना मोबाइल नंबर और अकाउंट ब्लॉक कर दिया. गिरीश ने इस मामले की शिकायत रानीपोखरी थाने में की थी.
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जब पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की तो इस तरह के तीन मामले सामने आए. मोबाइल नंबर और बैंक खातों की डिटेल निकाली गई के आधार पर पुलिस को पता चला कि ये गैंग राजस्थान के अलवर जिले से संचालित हो रहा है. जिसके बाद उत्तराखंड पुलिस की एक टीम 13 अगस्त को अवलर पहुंची और वहां से साकिर, नरेंद्र जाटव, अफजल खान और राहुल खान को गिरफ्तार किया.
देहरादून एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि जिले में इस तरह की चार घटनाएं हुई है. जिसमें पकड़े गए चारों आरोपी शामिल थे. ये सोशल मीडिया पर विज्ञापन देकर लोगों को फंसाया करते थे और उन से ठगी किया करते थे. जिस आकउंट में ये पैसा मगाते थे बाद में उसके ब्लॉक कर दिया करते थे. आरोपियों के पास से 6 फोन, 4 आधारकार्ड, 4 पैन कार्ड बरामद किए हैं. चारों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है.