देहरादून: बोर्डिंग स्कूल के नाबालिग छात्र से मारपीट और कुकर्म मामले में आज पीड़ित पक्ष और आरोपी वार्डन की ओर से कोर्ट में बयान दर्ज हुए. हालांकि इससे पहले पुलिस आरोपी वार्डन को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. वहीं, मामले में स्कूल प्रबंधन ने अनभिज्ञता जताते हुए आरोपों को खारिज किया और पीड़ित पक्ष पर आरोप लगाया कि ये सारा खेल स्कूल फीस के लेन-देन को लेकर सामने आया है. स्कूल प्रबंधन ने बताया कि पीड़ित पक्ष ने ढाई लाख से अधिक फीस नहीं दी है. जिसके चलते वार्डन पर मारपीट और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है.
हालांकि मामले में थाना रायपुर पुलिस ने स्कूल वार्डन के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर विवेचना को जारी रखा है. पुलिस ने वार्डन से पूरे घटनाक्रम के बारे में बयान दर्ज कर लिए हैं. इसके अलावा कानून प्रक्रिया के तहत पीड़ित छात्र के भी बयान दर्ज कर लिए गए हैं. पीड़ित पक्ष की ओर से आरोप है कि लॉकडाउन के दौरान बोर्डिंग में फंसने वाले छात्र के साथ स्कूल वार्डन ने मारपीट कर कुकर्म किया. मूल रूप से नोएडा के रहने वाले पीड़ित छात्र की मां ने थाना रायपुर में आकर पिछले दिनों मुकदमा दर्ज कराया था.
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आरोपों के मुताबिक स्कूल प्रबंधन के साथ-साथ वार्डन के ऊपर गंभीर किस्म के आरोप हैं. पीड़ित छात्र की मां का आरोप है कि इस घटना से पहले भी उनके बच्चे के साथ 4 साल पहले स्कूल के सीनियर छात्र द्वारा इस तरह की हरकत की गई थी. हालांकि उस दौरान स्कूल प्रबंधन को शिकायत करने के बाद आरोपी छात्र को स्कूल से निकाल दिया गया था.
इस पूरे मामले में देहरादून एसपी सिटी श्वेता चौबे का कहना है कि दोनों पक्ष के बयान दर्ज कर लिए गए हैं. बयानों के आधार पर ही पुलिस की विवेचना चल रही है. ऐसे में किस पक्ष द्वारा सही या गलत बताया जा रहा है, फिलहाल इसके बारे में कहना मुश्किल है. विवेचना के उपरांत ही पूरे मामले की सच्चाई से पर्दा उठ पाएगा.