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72 घंटे में खत्म हो जाएगी कोरोना वैक्सीन, अभी 45+ वाले 40% लोगों को नहीं लगा है टीका - उत्तराखंड में खत्म होने की कगार पर वैक्सीन

उत्तराखंड में कोरोना वैक्सीन खत्म होने की कगार पर है. प्रदेश में 2 लाख वैक्सीन की डोज ही शेष है. जबकि हर दिन 60 से 70 हजार लोगों को वैक्सीन लग रही है.

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देहरादून
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Published : Apr 21, 2021, 6:21 PM IST

Updated : Apr 22, 2021, 9:39 AM IST

देहरादूनः भारत में कोरोना महामारी को लेकर बढ़ते संकट के बीच केंद्र सरकार ने अहम फैसला लिया है. 1 मई से शुरू होने वाले टीकाकरण के तीसरे चरण के दौरान 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. हालांकि उत्तराखंड में 20 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों की बात करें, तो 2011 की जनगणना के मुताबिक प्रदेश में 20 साल से अधिक उम्र की 58,16,566 जनसंख्या है. जो प्रदेश की कुल जनसंख्या का करीब 57.67 फीसदी है. हालांकि इसमें 60 साल और 60 साल से अधिक उम्र के लोग भी शामिल हैं.

45 साल से ऊपर वाले लोगों को लगी वैक्सीन

टीकाकरण के दूसरे चरण के दौरान 45 साल उम्र से अधिक के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगी. उत्तराखंड राज्य की बात करें तो उत्तराखंड में 45 साल से अधिक उम्र की कुल 21,05,805 जनसंख्या है. इसमें से 11,67,997 लोग यानी 55.46 फीसदी लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. जबकि 1,22,278 लोग यानी करीब 5.80 फीसदी लोगों को ही वैक्सीन की दोनों डोज लगी हैं. हालांकि अभी भी 45 साल से अधिक उम्र वालों का टीकाकरण किया जा रहा है.

हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स

इसके अलावा प्रदेश के हेल्थ केयर वर्कर्स को भी वैक्सीन लग चुकी है. जिसमें 1,10,600 हेल्थ केयर वर्कर्स को टीकाकरण की पहली डोज और 79,890 हेल्थ केयर वर्कर्स को टीकाकरण की दूसरी डोज लगी है. इसके साथ ही फ्रंटलाइन वर्कर्स में शामिल 1,10,813 लोगों को टीकाकरण की पहली डोज और 70,402 लोगों को टीकाकरण की दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं. यानी, अभी तक कुल आंकड़ों पर गौर करें, तो 45 साल से अधिक उम्र के लोग, हेल्थ केयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को मिलाकर 13,89,410 लोगों को टीकाकरण की पहली डोज एवं 2,72,570 लोगों को टीकाकरण की दोनों डोज लग चुकी हैं.

1 मई से 18 साल से ऊपर वाले लोगों को लगेगी वैक्सीन

ऐसे में अगर अब 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू होती है तो राज्य सरकार के लिए एक गंभीर समस्या खड़ी हो सकती है. प्रदेश में अभी भी 45 साल से अधिक उम्र के करीब 40 फीसदी वैक्सीन के डोज से बचे हुए हैं. इन सब के बीच अगर 18 साल से अधिक उम्र के लोगों की संख्या की बात करें तो, यह आंकड़ा 58 लाख से अधिक पहुंच जाता है. ऐसे में राज्य सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती ये होगी कि पहले वह 45 साल से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण करे या फिर 18 साल से ऊपर के सभी लोगों का टीकाकरण करना शुरू किया जाए.

खत्म होने की कगार पर वैक्सीन

2011 में हुई जनगणना के मुताबिक प्रदेश में 20 से 44 साल तक की 37,10,761 जनसंख्या है जिन्हें टीका लगना है. लेकिन राज्य सरकार के पास करीब 2 लाख वैक्सीन की डोज ही बची हैं. उसमें से भी रोजाना 45 साल से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक हर दिन 60 से 70 हजार लोगों को वैक्सीन की डोज लगाई जा रही है. ऐसे में अगर केंद्र सरकार से राज्य को समय पर वैक्सीन नहीं मिलती है, तो 1 मई से प्रदेश में वैक्सीनेशन की परेशानी हो सकती है.

देहरादूनः भारत में कोरोना महामारी को लेकर बढ़ते संकट के बीच केंद्र सरकार ने अहम फैसला लिया है. 1 मई से शुरू होने वाले टीकाकरण के तीसरे चरण के दौरान 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. हालांकि उत्तराखंड में 20 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों की बात करें, तो 2011 की जनगणना के मुताबिक प्रदेश में 20 साल से अधिक उम्र की 58,16,566 जनसंख्या है. जो प्रदेश की कुल जनसंख्या का करीब 57.67 फीसदी है. हालांकि इसमें 60 साल और 60 साल से अधिक उम्र के लोग भी शामिल हैं.

45 साल से ऊपर वाले लोगों को लगी वैक्सीन

टीकाकरण के दूसरे चरण के दौरान 45 साल उम्र से अधिक के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगी. उत्तराखंड राज्य की बात करें तो उत्तराखंड में 45 साल से अधिक उम्र की कुल 21,05,805 जनसंख्या है. इसमें से 11,67,997 लोग यानी 55.46 फीसदी लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. जबकि 1,22,278 लोग यानी करीब 5.80 फीसदी लोगों को ही वैक्सीन की दोनों डोज लगी हैं. हालांकि अभी भी 45 साल से अधिक उम्र वालों का टीकाकरण किया जा रहा है.

हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स

इसके अलावा प्रदेश के हेल्थ केयर वर्कर्स को भी वैक्सीन लग चुकी है. जिसमें 1,10,600 हेल्थ केयर वर्कर्स को टीकाकरण की पहली डोज और 79,890 हेल्थ केयर वर्कर्स को टीकाकरण की दूसरी डोज लगी है. इसके साथ ही फ्रंटलाइन वर्कर्स में शामिल 1,10,813 लोगों को टीकाकरण की पहली डोज और 70,402 लोगों को टीकाकरण की दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं. यानी, अभी तक कुल आंकड़ों पर गौर करें, तो 45 साल से अधिक उम्र के लोग, हेल्थ केयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को मिलाकर 13,89,410 लोगों को टीकाकरण की पहली डोज एवं 2,72,570 लोगों को टीकाकरण की दोनों डोज लग चुकी हैं.

1 मई से 18 साल से ऊपर वाले लोगों को लगेगी वैक्सीन

ऐसे में अगर अब 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू होती है तो राज्य सरकार के लिए एक गंभीर समस्या खड़ी हो सकती है. प्रदेश में अभी भी 45 साल से अधिक उम्र के करीब 40 फीसदी वैक्सीन के डोज से बचे हुए हैं. इन सब के बीच अगर 18 साल से अधिक उम्र के लोगों की संख्या की बात करें तो, यह आंकड़ा 58 लाख से अधिक पहुंच जाता है. ऐसे में राज्य सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती ये होगी कि पहले वह 45 साल से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण करे या फिर 18 साल से ऊपर के सभी लोगों का टीकाकरण करना शुरू किया जाए.

खत्म होने की कगार पर वैक्सीन

2011 में हुई जनगणना के मुताबिक प्रदेश में 20 से 44 साल तक की 37,10,761 जनसंख्या है जिन्हें टीका लगना है. लेकिन राज्य सरकार के पास करीब 2 लाख वैक्सीन की डोज ही बची हैं. उसमें से भी रोजाना 45 साल से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक हर दिन 60 से 70 हजार लोगों को वैक्सीन की डोज लगाई जा रही है. ऐसे में अगर केंद्र सरकार से राज्य को समय पर वैक्सीन नहीं मिलती है, तो 1 मई से प्रदेश में वैक्सीनेशन की परेशानी हो सकती है.

Last Updated : Apr 22, 2021, 9:39 AM IST
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