देहरादून: लॉकडाउन के चौथे चरण में भले ही बाजारों को सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक के लिए खोल दिया गया हो, लेकिन वैश्विक महामारी के खतरे को देखते हुए बाजारों में ग्राहक पूरी तरह से नदारद हैं. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून का सबसे व्यस्ततम रहने वाला पलटन बाजार में इन दिनों सन्नाटा पसरा हुआ है. बर्तन, कपड़ों से लेकर कॉस्मेटिक जैसे अन्य समानों की दुकानें को सुबह से खोलकर व्यापारी टकटकी लगाकर ग्राहकों को देख रहे हैं, लेकिन कोरोना का खतरा इस कदर लोगों के दिलोदिमाग में बैठ गया हैं कि लोग घर से बाहर निकलने को राजी नहीं है.
वहीं, बाजार के जानकारों के मुताबिक उत्तराखंड के कई पहाड़ी जिलों से इन दिनों शादी के सीजन होने के चलते प्रतिवर्ष पर्वतीय क्षेत्र वासी देहरादून के पलटन बाजार में खरीदारी करने के लिए पहुंचते थे लेकिन इस बार कोरोना की महामारी ने बाजारों में सन्नाटा हुआ है.
शादियों का सीजन चौपट होने से कॉस्मेटिक व्यापार पूरी तरह ठप
कोरोना के बचाव को लेकर लंबे समय से चल रहे लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे एहतियात के कारण इस बार शादियों का सीजन इस बार पूरी तरह से चौपट हो गया है. लॉकडाउन चौथे चरण में सभी तरह की दुकानें खुलने के साथ ही शादियों से संबंधित चूड़ियां, सेहरा, मालाओं, गहने सहित अन्य तरह के शगुन वाले समानों की दुकानों से रौनक नदारत है, जबकि विगत वर्षों में अप्रैल माह से लेकर मई व जून तक शादियों के सीजन होने के चलते बाराज में भारी भीड़ देखने को मिलती थी.
व्यापार की यह स्थिति कब तक रहेगी भगवान जाने: दुकानदार
दुकानदारों का कहना है कि कोरोना महामारी ने सब कुछ चौपट कर दिया है, दुकानें जरूर खुली हैं, लेकिन दूर-दूर तक कोई नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में यह स्थिति कब तक आगे भी जारी रहेगी यह तो भगवान ही जानता है. शादियों में सेहरा, माला, श्रंगार सिंगार जैसे अन्य तरह के सामान बेचने वाले त्रिलोचन सिंह का कहना है कि उन्होंने पिछले 55 साल से कभी ऐसा वक्त नहीं देखा.